याकूब ने उस स्थान का नाम ‘पनीएल’ रखा; क्योंकि उसने कहा, ‘मैंने परमेश्वर को साक्षात् देखा फिर भी मैं जीवित रहा!’
व्यवस्थाविवरण 5:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुमने कहा था, “देखिए, हमारे प्रभु परमेश्वर ने हमें अपनी महिमा और महानता के दर्शन कराए हैं। हमने अग्नि के मध्य से उसका स्वर भी सुना है। आज हमने देखा कि परमेश्वर मनुष्य से बोला, और मनुष्य फिर भी जीवित रहा! पवित्र बाइबल उन्होंने कहा, ‘यहोवा हमारे परमशेवर ने अपना गौरव और महानता दिखाई है। हमने उसे आग में से बोलते सुना है! आज हम लोगों ने देख लिया है कि किसी व्यक्ति का परमेश्वर से बात करने के बाद भी जीवित रह सकना, सम्भव है। Hindi Holy Bible और तुम कहने लगे, कि हमारे परमेश्वर यहोवा ने हम को अपना तेज और महिमा दिखाई है, और हम ने उसका शब्द आग के बीच में से आते हुए सुना; आज हम ने देख लिया कि यद्यपि परमेश्वर मनुष्य से बातें करता है तौभी मनुष्य जीवित रहता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और तुम कहने लगे, ‘हमारे परमेश्वर यहोवा ने हम को अपना तेज और अपनी महिमा दिखाई है, और हम ने उसका शब्द आग के बीच में से आते हुए सुना; आज हम ने देख लिया कि यद्यपि परमेश्वर मनुष्य से बातें करता है तौभी मनुष्य जीवित रहता है। सरल हिन्दी बाइबल और तुमने मुझसे विनती की, “सुनिए, याहवेह, हमारे परमेश्वर ने हम पर अपना तेज, अपनी प्रभुता दिखा दी है, हमने आग के बीच से उनकी आवाज भी सुन ली है; आज हमने साक्षात देख लिया है, कि परमेश्वर मनुष्य से बातचीत करते हैं, फिर भी मनुष्य जीवित रह जाता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और तुम कहने लगे, ‘हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमको अपना तेज और अपनी महिमा दिखाई है, और हमने उसका शब्द आग के बीच में से आते हुए सुना; आज हमने देख लिया कि यद्यपि परमेश्वर मनुष्य से बातें करता है तो भी मनुष्य जीवित रहता है। (निर्ग. 19:19) |
याकूब ने उस स्थान का नाम ‘पनीएल’ रखा; क्योंकि उसने कहा, ‘मैंने परमेश्वर को साक्षात् देखा फिर भी मैं जीवित रहा!’
जब याकूब ने पनीएल से प्रस्थान किया तब वह अपनी जांघ के कारण लंगड़ा रहा था और सूर्य उस पर चमकने लगा था।
जैसे-जैसे नरसिंगों का स्वर तीव्र होता गया, मूसा परमेश्वर से बोले और उसने मेघ-गर्जन से मूसा को उत्तर दिया।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू इस्राएली समाज से यों कहना, “तुमने स्वयं देखा कि मैंने स्वर्ग से तुमसे बातें कीं।
उसने यह भी कहा, ‘तू मेरे मुख का दर्शन नहीं कर सकता; क्योंकि मनुष्य मुझे देखकर जीवित नहीं रह सकता।’
वे इस देश के निवासियों को बताएंगे। हे प्रभु! राष्ट्रों ने सुना है कि तू इन लोगों के मध्य में है; क्योंकि तूने, हे प्रभु, इन्हें प्रत्यक्ष दर्शन दिया है। तेरा मेघ इन के ऊपर छाया रहता है। तू दिन के समय मेघ-स्तम्भ में, और रात के समय अग्नि-स्तम्भ में इनके आगे-आगे जाता है।
क्या अन्य लोगों ने अग्नि के मध्य से जीवन्त परमेश्वर को बोलते हुए सुना है जैसा तुमने सुना, और फिर भी जीवित रहे?
जब पहाड़ अग्नि से जल रहा था, और तुमने अन्धकार के मध्य से स्वर सुना था, तब तुम सब, तुम्हारे समस्त कुलों के मुखिया और धर्मवृद्ध मेरे पास आए थे।
अत: अब हम क्यों मर जाएं? यह भयंकर अग्नि हमें भस्म कर देगी। यदि हम अपने प्रभु परमेश्वर का स्वर पुन: सुनेंगे, तो हम निश्चय ही मर जाएंगे।
उसने अपनी पत्नी से कहा, ‘हम निश्चय ही मर जाएँगे, क्योंकि हमने परमेश्वर को देखा है!’