किन्तु यदि उसके साथ पशु का स्वामी उपस्थित था तो वह क्षति-पूर्ति नहीं करेगा। यदि पशु किराए पर लिया गया था तो उसकी क्षति-पूर्ति किराए में हो गई।
व्यवस्थाविवरण 22:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो लड़की से सहवास करने वाला पुरुष उसके पिता को चाँदी के पचास सिक्के देगा, और वह लड़की उस पुरुष की पत्नी होगी, क्योंकि उसने उसका शीलभंग किया है। वह आजीवन उसको त्याग नहीं सकेगा। पवित्र बाइबल उसे लड़की के पिता को बीस औंस चाँदी देनी चाहिए और लड़की उसकी पत्नी हो जाएगी। क्यों? क्योंकि उसने उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध किया वह उसे पूरी जिन्दगी तलाक नहीं दे सकता। Hindi Holy Bible तो जिस पुरूष ने उस से कुकर्म किया हो वह उस कन्या के पिता को पचास शेकेल रूपा दे, और वह उसी की पत्नी हो, उसने उस की पत-पानी ली; इस कारण वह जीवन भर उसे न त्यागने पाए॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो जिस पुरुष ने उससे कुकर्म किया हो वह उस कन्या के पिता को पचास शेकेल रूपा दे, और वह उसी की पत्नी हो, उसने उसका शील भंग किया, इस कारण वह जीवन भर उसे न त्यागने पाए। सरल हिन्दी बाइबल तब वह संबंध बनानेवाला व्यक्ति कन्या के पिता को चांदी के पचास शेकेल देगा और वह कन्या उसकी पत्नी हो जाएगी; क्योंकि उस पुरुष ने उसका शीलभंग किया है. वह आजीवन उससे विवाह विच्छेद नहीं कर सकेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो जिस पुरुष ने उससे कुकर्म किया हो वह उस कन्या के पिता को पचास शेकेल चाँदी दे, और वह उसी की पत्नी हो, उसने उसका अपमान किया, इस कारण वह जीवन भर उसे न त्यागने पाए। |
किन्तु यदि उसके साथ पशु का स्वामी उपस्थित था तो वह क्षति-पूर्ति नहीं करेगा। यदि पशु किराए पर लिया गया था तो उसकी क्षति-पूर्ति किराए में हो गई।
‘जब कोई पुरुष किसी कुंवरी कन्या को, जिसकी सगाई नहीं हुई है, फुसलाकर उसके साथ सहवास करता है तब वह कन्या-शुल्क चुकाकर उसे अपनी पत्नी बनाएगा।
पर यदि तुझको उससे सुख नहीं मिलेगा तो तू उसे उसकी इच्छानुसार जाने देगा। तू उसे रुपयों के लिए कदापि मत बेचना। तूने उसे पत्नी के रूप में भोगा है, इसलिए उसको बेचकर लाभ नहीं कमाना।
वे उसको चांदी के सौ सिक्के का अर्थदण्ड भी देंगे क्योंकि उसने एक इस्राएली कुंवारी कन्या को बदनाम किया है। धर्मवृद्ध यह रुपया कन्या के पिता को दे देंगे। वह उस पुरुष की पत्नी सदा बनी रहेगी। वह आजीवन उसको त्याग नहीं सकेगा।
तो तुम उन दोनों को निकालकर नगर के प्रवेश-द्वार पर लाना, और पत्थर मार कर उन दोनों का वध करना, क्योंकि लड़की ने नगर में होते हुए भी सहायता के लिए किसी को नहीं पुकारा, और पुरुष ने अपने भाई-बन्धु की होने वाली पत्नी का शीलभंग किया है। यों तू इस बुराई को अपने मध्य से दूर करना।
‘यदि कोई पुरुष ऐसी कुंवारी लड़की से मिलता है, जिसकी सगाई नहीं हुई है, और वह उसको पकड़कर उसके साथ सहवास करता है, और दोनों पकड़े जाते हैं,
‘कोई भी पुरुष अपनी सौतेली माँ से विवाह नहीं करेगा, और न अपने पिता की चादर, जो उसकी सौतेली मां ने ओढ़ी है, हटाएगा।