याकूब राहेल से प्रेम करता था। वह बोला, ‘मैं आपकी छोटी पुत्री राहेल के लिए सात वर्ष तक आपकी सेवा करूँगा।’
व्यवस्थाविवरण 21:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यदि किसी पुरुष की दो स्त्रियां हों, एक उसको प्रिय हो, पर दूसरी अप्रिय और दोनों स्त्रियों से उसके पुत्र उत्पन्न हों, परन्तु यदि ज्येष्ठ पुत्र अप्रिय स्त्री से उत्पन्न हो, पवित्र बाइबल “एक व्यक्ति की दो पत्नियाँ हो सकती हैं और वह एक पत्नी से दूसरी पत्नी की अपेक्षा अधिक प्रेम कर सकता है। दोनों पत्नियों से उसके बच्चे हो सकते हैं और पहला बच्चा उस पत्नी का हो सकता है जिससे वह प्रेम न करता हो। Hindi Holy Bible यदि किसी पुरूष की दो पत्नियां हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिया दोनों स्त्रियां बेटे जने, परन्तु जेठा अप्रिया का हो, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यदि किसी पुरुष की दो पत्नियाँ हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिया दोनों स्त्रियाँ बेटे जनें, परन्तु जेठा अप्रिया का हो, सरल हिन्दी बाइबल यदि किसी व्यक्ति की दो पत्नियां हैं, एक उसकी प्रेम पात्र और अन्य, जो प्रिय नहीं है; दोनों ही से उसे संतान प्राप्त हुई है; यदि प्रथमजात संतान उसे उस पत्नी से प्राप्त हुई है, जो उसे प्रिय नहीं है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यदि किसी पुरुष की दो पत्नियाँ हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिय दोनों स्त्रियाँ बेटे जनें, परन्तु जेठा अप्रिय का हो, |
याकूब राहेल से प्रेम करता था। वह बोला, ‘मैं आपकी छोटी पुत्री राहेल के लिए सात वर्ष तक आपकी सेवा करूँगा।’
इस प्रकार याकूब ने राहेल के लिए सात वर्ष तक सेवा की। राहेल के प्रति अपने प्रेम के कारण वे सात वर्ष उसे कुछ ही दिन जैसे प्रतीत हुए।
वह पुन: गर्भवती हुई। उसने एक और पुत्र को जन्म दिया। वह बोली, ‘प्रभु ने सुना कि मुझसे घृणा की गई है। अतएव उसने मुझे यह पुत्र भी प्रदान किया है।’ उसने उसका नाम ‘शिमोन’ रखा।
वह अपनी प्रिय पत्नी माकाह से उत्पन्न पुत्र अबियाह को राजा बनाना चाहता था। अत: उसने अपने अन्य पुत्रों, राजकुमारों के ऊपर उसको युवराज नियुक्त कर दिया।
तो जिस दिन वह अपनी सम्पत्ति पैतृक अधिकार के लिए अपने पुत्रों में वितरित करेगा, तब वह अपनी अप्रिय स्त्री के ज्येष्ठ पुत्र की अपेक्षा अपनी प्रिय स्त्री के पुत्र को ज्येष्ठ नहीं मान सकेगा;
एलकानाह की दो पत्नियाँ थीं: उनमें से पहली का नाम हन्नाह था, और दूसरी का नाम पनिन्नाह था। पनिन्नाह को सन्तान उत्पन्न हुई। पर हन्नाह को कोई सन्तान उत्पन्न नहीं हुई।