वे चलते-चलते शकेम नामक स्थान पर पहुँचे जहाँ ‘मोरे का पवित्र बांज वृक्ष’ है। उस समय कनानी जाति उस देश में रहती थी।
व्यवस्थाविवरण 11:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ये पहाड़ जैसा तुम जानते हो, यर्दन नदी के उस पार, पश्चिमी मार्ग पर, कनानी जाति के देश में, जो अराबाह में रहती है, गिलगाल के सम्मुख, “मोरे के बांज वृक्ष” के निकट हैं। पवित्र बाइबल ये पर्वत यरदन नदी की दूसरी ओर कनानी लोगों के प्रदेश में है जो यरदन घाटी में रहते हैं। ये पर्वत गिल्गाल नगर के समीप मोरे के बांज के पेड़ों के निकट पश्चिम की ओर है। Hindi Holy Bible क्या वे यरदन के पार, सूर्य के अस्त होने की ओर, अराबा के निवासी कनानियों के देश में, गिल्गाल के साम्हने, मोरे के बांज वृक्षों के पास नहीं है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या वे यरदन के पार, सूर्य के अस्त होने की ओर, अराबा के निवासी कनानियों के देश में, गिलगाल के सामने, मोरे के बांज वृक्षों के पास नहीं हैं? सरल हिन्दी बाइबल ये पर्वत यरदन नदी के पार हैं, पश्चिम दिशा में कुछ ही दूरी पर यह कनानियों का देश है, जो अराबाह में गिलगाल के सामने, मोरेह के बांज वृक्षों के निकट, निवास करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या वे यरदन के पार, सूर्य के अस्त होने की ओर, अराबा के निवासी कनानियों के देश में, गिलगाल के सामने, मोरे के बांजवृक्षों के पास नहीं है? |
वे चलते-चलते शकेम नामक स्थान पर पहुँचे जहाँ ‘मोरे का पवित्र बांज वृक्ष’ है। उस समय कनानी जाति उस देश में रहती थी।
बेत-गिलगाल नगर से, गेबा और अज्मावेत के क्षेत्रों से भी गायक एकत्र हुए; क्योंकि गायकों ने यरूशलेम के आसपास के क्षेत्रों में अपनी-अपनी बस्ती बसा ली थी।
इस्राएली लोगों ने पहले महीने की दसवीं तारीख को यर्दन नदी पार की। उसके पश्चात् उन्होंने यरीहो नगर की पूर्व दिशा में गिलगाल में पड़ाव डाला।
प्रभु ने यहोशुअ से कहा, ‘आज मैंने तुम्हारे ऊपर से मिस्र देश के कलंक को दूर कर दिया।’ इसलिए आज भी उस स्थान का नाम गिलगाल है।
तब यरूब-बअल (अर्थात् गिद्ओन) और उसके साथ के सब लोग सबेरे उठे। उन्होंने हरोद के जलाशय पर पड़ाव डाला। मिद्यानियों का पड़ाव उनके उत्तर में, मोरे पहाड़ी के पास, घाटी में था।
जब यह समाचार योताम को मिला तब वह गरिज्जीम पर्वत पर गया। वह शिखर पर खड़ा हुआ। उसने उच्च स्वर में पुकार कर उनसे कहा, ‘ओ शकेम नगर के प्रमुख नागरिको! मेरी बात सुनो, जिससे परमेश्वर भी तुम्हारी बात सुने।