विलापगीत 5:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) स्वतंत्र राष्ट्र का प्रतीक मुकुट हमारे सिर से नीचे गिर गया। धिक्कार है हमें! क्योंकि हमने पाप किया है। पवित्र बाइबल हमारा मुकुट हमारे सिर से गिर गया है। हमारी सब बातें बिगड़ गयी हैं, क्योंकि हमने पाप किये थे। Hindi Holy Bible हमारे सिर पर का मुकुट गिर पड़ा है; हम पर हाय, क्योंकि हम ने पाप किया है! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हमारे सिर पर का मुकुट गिर पड़ा है; हम पर हाय, क्योंकि हम ने पाप किया है! सरल हिन्दी बाइबल हमारे सिर का मुकुट धूल में जा पड़ा है. धिक्कार है हम पर, हमने पाप किया है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हमारे सिर पर का मुकुट गिर पड़ा है; हम पर हाय, क्योंकि हमने पाप किया है! |
तूने अपने सेवक के साथ अपने विधान को त्याग दिया; तूने उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अशुद्ध कर दिया।
क्योंकि नकदी रुपया-पैसा सदा टिकता नहीं, और न मनुष्य का गौरव पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।
यरूशलेम नगर लड़खड़ाकर गिर गया; यहूदा प्रदेश का पतन हो गया; क्योंकि उन्होंने प्रभु की महिमामय उपस्थिति की उपेक्षा की, और अपने शब्दों और कामों से उसका विरोध किया।
राजा और राजमाता से यह कहो: ‘महाराज और राजमाता, सिंहासन पर नहीं, वरन् अब भूमि पर बैठिए; क्योंकि आपके सिर से सुन्दर मुकुट उतार लिया गया है!’
क्या तेरी इस शोचनीय दशा का कारण स्वयं तू नहीं है? जिस प्रभु ने तेरा मार्ग-दर्शन किया था, उसी परमेश्वर को तूने त्याग दिया।
तेरा दुष्कर्म ही तुझे ताड़ना देगा और तेरा ईश-त्याग ही तुझे दंडित करेगा। ओ इस्राएल, तू यह बात जान, और स्वयं अपनी आंखों से देख, कि अपने प्रभु परमेश्वर को त्यागना तेरे लिए कितना अनिष्टकारी और कटु है। तेरे हृदय में मेरे लिए कोई भय नहीं है,’ स्वर्गिक सेनाओं के स्वामी प्रभु की यह वाणी है।
वे मिस्र देश से इस देश में आए। उन्होंने इस देश में प्रवेश किया, और इस पर अधिकार कर लिया। ‘किन्तु उन्होंने तेरी वाणी नहीं सुनी, और तेरी व्यवस्था के अनुसार आचरण नहीं किया। उन्होंने वे कार्य नहीं किये जिनको करने का आदेश तूने उनको दिया था। अत: तूने यह विपत्ति उन पर ढाही।
‘तेरे ही आचरण, तेरे ही दुष्कर्मों के कारण यह विपत्ति तुझ पर आयी है। यह विनाश-फल कितना कटु है; और हृदय में सीधा उतर गया है।’
जो नगरी लोगों से भरी-पूरी थी, अब वह उजाड़ पड़ी है; वह विधवा के सदृश अकेली हो गई। जो कभी राष्ट्रों में महान थी, जो कभी नगरों में रानी थी, अब वह दासी बन गई, वह दूसरे राज्यों को कर चुकाती है।
‘प्रभु सच्चा है; मैंने ही उसके वचन से विद्रोह किया है। ओ विश्व की सब कौमो! मेरी बात सुनो, मेरे दु:ख पर ध्यान दो। मेरे जवान बेटे और बेटियां बन्दी बनकर निर्वासित हो गए।
‘हे प्रभु, देख; क्योंकि मैं संकट में हूं। मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं। मेरा हृदय व्याकुल हो उठा है; क्योंकि मैंने तेरे वचन से बहुत विद्रोह किया है। घर के बाहर तलवार से मैं निर्वंश होती हूं, और घर के भीतर मृत्यु विराज रही है।
यरूशलेम नगरी ने भयानक पाप किए थे, अत: सब उससे घृणा करने लगे। जो उसका आदर करते थे अब वे उसका अनादर करते हैं; क्योंकि उन्होंने उसकी नग्नता देख ली है। अब यरूशलेम नगरी स्वयं कराह रही है, और शर्म से अपना मुंह छिपा रही है।
प्रभु ने सियोन की पुत्री को अपने प्रकोप के मेघों से ढक दिया! उसने इस्राएल के वैभव को आकाश से पृथ्वी पर फेंक दिया! उसने अपने प्रकोप-दिवस पर अपने चरणों की चौकी को स्मरण न रखा।
परन्तु यह यरूशलेम के नबियों के पापों के कारण; उसके पुरोहितों के दुष्कर्मों के कारण संभव हुआ; क्योंकि नबियों और पुरोहितों ने धार्मिकों का रक्त नगर में बहाया था।
स्वामी-प्रभु यों कहता है: तू अपनी पगड़ी उतार दे। अपने सिर से मुकुट अलग कर। तू पहले जैसा अधिपति नहीं रहा। जो नीचा है, उसे ऊंचा कर; और जो ऊंचा है, उसे नीचा।
तुम्हें जो कष्ट भोगना होगा, उस से मत डरो। शैतान तुम्हारी परीक्षा लेने के उद्देश्य से तुम लोगों में से कुछ को क़ैद में डाल देगा और तुम लोग दस दिनों तक संकट में पड़े रहोगे। तुम मृत्यु तक विश्वस्त बने रहो और मैं तुम्हें जीवन का मुकुट प्रदान करूँगा।
मैं शीघ्र ही आने वाला हूँ। जो शिक्षा तुम्हारे पास है, उस पर दृढ़ बने रहो, जिससे कोई तुम को तुम्हारे मुकुट से वंचित न करे।
अत: वे मिस्पाह में एकत्र हुए। उन्होंने पानी भरा और उसको प्रभु के सम्मुख उण्डेला। उन्होंने उस दिन उपवास किया। उन्होंने वहाँ यह स्वीकार किया, ‘हमने प्रभु के विरुद्ध पाप किया है।’ इस प्रकार शमूएल मिस्पाह में इस्राएलियों पर शासन करने लगा।