हे प्रभु, एदोम के वंशजों के विरुद्ध यरूशलेम के दिन स्मरण कर; उन्होंने यह कहा था, ‘ढाओ, इसकी नींव तक ढा दो।’
विलापगीत 4:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ सियोन की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड पूरा हुआ; प्रभु तुझे और अधिक दिन तक विदेश में निर्वासित नहीं रखेगा; पर तू, ओ एदोम की पुत्री, प्रभु तुझे तेरे अधर्म का दण्ड देगा; वह तेरे सब पापों को उघाड़ेगा। पवित्र बाइबल सिय्योन, तेरा दण्ड पूरा हुआ। अब फिर से तू कभी बंधन में नहीं पड़ोगी। किन्तु हे एदोम के लोगों, यहोवा तुम्हारे पापों का दण्ड देगा। तुम्हारे पापों को वह उघाड़ देगा। Hindi Holy Bible हे सिय्योन की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड समाप्त हुआ, वह फिर तुझे बंधुआई में न ले जाएगा; परन्तु हे एदोम की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड वह तुझे देगा, वह तेरे पापों को प्रगट कर देगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे सिय्योन की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड समाप्त हुआ, वह फिर तुझे बँधुआई में न ले जाएगा; परन्तु हे एदोम की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड वह तुझे देगा, वह तेरे पापों को प्रगट कर देगा। सरल हिन्दी बाइबल ज़ियोन की पुत्री, निष्पन्न हो गया तुम्हारी पापिष्ठता का दंड; अब वह तुम्हें निर्वासन में रहने न देंगे. किंतु एदोम की पुत्री, वह तुम्हारी पापिष्ठता को दंडित करेंगे, वह तुम्हारे पाप प्रकट कर सार्वजनिक कर देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे सिय्योन की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड समाप्त हुआ, वह फिर तुझे बँधुआई में न ले जाएगा; परन्तु हे एदोम की पुत्री, तेरे अधर्म का दण्ड वह तुझे देगा, वह तेरे पापों को प्रगट कर देगा। |
हे प्रभु, एदोम के वंशजों के विरुद्ध यरूशलेम के दिन स्मरण कर; उन्होंने यह कहा था, ‘ढाओ, इसकी नींव तक ढा दो।’
यरूशलेम के हृदय से बात करो, उसको बताओ कि उसके निष्कासन के दिन पूरे हो गए; उसके अधर्म का मूल्य चुका दिया गया; उसे मुझ-प्रभु के हाथ से अपने पापों का दुगना दण्ड प्राप्त हो चुका है।”
ओ सियोन, जाग, जाग! अपना बल धारण कर! ओ पवित्र नगर यरूशलेम, अपने सुन्दर वस्त्र पहिन! अब खतना-रहित और अशुद्ध विधर्मी तुझ में प्रवेश नहीं करेंगे।
तेरे देश में हिंसा की घटना फिर कभी नहीं सुनी जाएगी; और न तेरी सीमाओं के भीतर विध्वन्स और विनाश होगा। तू अपने शहरपनाह का नाम “उद्धार” और प्रवेश-द्वार का नाम “स्तुति” रखेगी।
‘मैं उन के साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा ताकि मैं उनकी भलाई निरन्तर करता रहूं। मैं उनके हृदय में अपने लिए भक्ति की भावना डालूंगा जिससे वे मेरी ओर से मुंह न मोड़ लें।
मैं यहूदा और इस्राएल प्रदेशों की जनता को फिर समृद्धिशाली बना दूंगा, जैसी वह पहले थी। मैं उसका पुन: निर्माण करूंगा।
यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के लोगों ने मेरे प्रति अनेक पाप किए थे; किन्तु मैं उनके पाप-कलंक को धो दूंगा। उन्होंने मेरे प्रति विद्रोह किया था, पाप किया था, तो भी मैं उनका पाप क्षमा कर दूंगा।
इसी प्रकार मैंने एसाव को नंगा कर दिया। मैंने उसके छिपने के स्थानों को उघाड़ दिया, और वह स्वयं को फिर न छिपा सका। उसके बच्चे, उसके भाई-बन्धु, उसके पड़ोसी सब नष्ट हो गए।
मैं-प्रभु यह कहता हूँ : उन दिनों में, उस समय मैं इस्राएल के बचे हुए लोगों को जिन्हें मैंने बचाया है, पूर्णत: क्षमा कर दूंगा। इस्राएल प्रदेश इतना धर्ममय हो जाएगा कि उसमें अधर्म ढूंढ़ने पर भी नहीं मिलेगा, यहूदा प्रदेश में खोजने पर भी पापी मनुष्य नहीं मिलेगा।
ओ एदोम देश की राजधानी, ओ ऊज देश में रहनेवाली! तू यरूशलेम के पतन से आनन्दित है; आनन्द मना! पर स्मरण रख! तेरा भी पतन होगा, विनाश का प्याला तू भी पियेगी; तू मदमस्त होगी, और अपनी नग्नता का प्रदर्शन करेगी।
मेरे लोगों की नगरी यरूशलेम के अधर्म का दण्ड सदोम नगर के पाप के दण्ड से अधिक कठोर है, जो नगर बिना किसी के हाथ लगाए ही क्षण भर में उलट-पुलट गया था।
जब मेरा पवित्र स्थान उनके मध्य में सदा विद्यमान रहेगा, तब सब राष्ट्रों को ज्ञात होगा कि मैं-प्रभु ही इस्राएल को पवित्र करता हूँ।’
जो इस्राएल प्रदेश से दूर होगा, वह महामारी से मरेगा, और जो प्रदेश में होगा, वह शत्रु की तलवार से मरेगा। जो महामारी और तलवार की मार से बच जाएगा, वह अकाल से मर जाएगा। इस प्रकार मैं इस्राएलियों के प्रति अपनी क्रोधाग्नि भड़काऊंगा
‘ओ एसाव, तूने अपने भाई याकूब के साथ हिंसापूर्ण व्यवहार किया था। अत: लज्जा से तुझे सिर झुकाना होगा; तू सदा-सर्वदा के लिए नष्ट हो जाएगा।
और एसाव से घृणा की। मैंने एसाव वंश के पहाड़ी प्रदेश को उजाड़ दिया, और उनकी पैतृक भूमि मरुस्थल के गीदड़ों को सौंप दी।’
यदि एदोम यह कहेगा, ‘हमारा देश उजड़ गया, पर हम खण्डहरों को फिर बसाएंगे’ तो स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यह वाणी है: ‘वे अपने देश का पुन: निर्माण करेंगे, पर मैं उनके मकानों को ढाह दूंगा। उनका नाम “दुष्ट राज्य” पड़ेगा, ऐसा राष्ट्र जिससे प्रभु सदा नाराज रहता है।’