यदि कोई व्यक्ति अशुद्ध वस्तु का स्पर्श करता है, फिर चाहे वह मनुष्य की अशुद्धता हो, अथवा अशुद्ध पशु या कोई घृणित तथा अशुद्ध वस्तु हो, और प्रभु को अर्पित सहभागिता-बलि के पशु का मांस खाता है तो वह व्यक्ति भी अपने लोगों के मध्य से नष्ट किया जाएगा।’