तो वह उस वर्ष से गणना करेगा, जिस वर्ष उसने उसको बेचा था, उसे शेष वर्षों का मूल्य देगा। तब उसे सम्पत्ति पुन: प्राप्त हो जाएगी।
लैव्यव्यवस्था 27:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु यदि वह जुबली वर्ष के पश्चात् अपने खेत की मन्नत मनेगा, तो जितने वर्ष आगामी जुबली के शेष रहेंगे, उनके अनुसार पुरोहित खेत का मूल्यांकन करेगा, और तुम्हारे मूल्यांकन में से कटौती की जाएगी। पवित्र बाइबल किन्तु व्यक्ति यदि जुबलि के बाद खेत का दान करता है तो याजक को वास्तविक मूल्य निश्चित करना चाहिए। उसे अगले जुबली वर्ष तक के वर्षों को गिनना चाहिए। तब वह उस गणना का उपयोग मूल्य निश्चित करने के लिए करेगा। Hindi Holy Bible और यदि वह अपना खेत जुबली के वर्ष के बाद पवित्र ठहराए, तो जितने वर्ष दूसरे जुबली के वर्ष के बाकी रहें उन्हीं के अनुसार याजक उसके लिये रूपये का हिसाब करे, तब जितना हिसाब में आए उतना याजक के ठहराने से कम हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यदि वह अपना खेत जुबली* के वर्ष के बाद पवित्र ठहराए, तो जितने वर्ष दूसरे जुबली* के वर्ष के बाकी रहें उन्हीं के अनुसार याजक उसके लिये रुपये का हिसाब करे, तब जितना हिसाब में आए उतना याजक के ठहराने से कम हो। नवीन हिंदी बाइबल परंतु यदि वह अपना खेत जुबली के वर्ष के बाद अर्पित करे, तो याजक उसका मूल्य अगले जुबली के वर्ष तक बचे हुए वर्षों के अनुसार ठहराए, और वह तेरे ठहराए हुए मूल्य में से कम किया जाए। सरल हिन्दी बाइबल किंतु यदि वह योवेल वर्ष के बाद अपना खेत पवित्र करे, तो पुरोहित आनेवाले योवेल वर्ष तक जितने वर्ष बचे हैं, उनकी संख्या के अनुसार खेत का ठहराया हुआ मूल्य कम कर दे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यदि वह अपना खेत जुबली के वर्ष के बाद पवित्र ठहराए, तो जितने वर्ष दूसरे जुबली के वर्ष के बाकी रहें उन्हीं के अनुसार याजक उसके लिये रुपये का हिसाब करे, तब जितना हिसाब में आए उतना याजक के ठहराने से कम हो। |
तो वह उस वर्ष से गणना करेगा, जिस वर्ष उसने उसको बेचा था, उसे शेष वर्षों का मूल्य देगा। तब उसे सम्पत्ति पुन: प्राप्त हो जाएगी।
‘यदि कोई व्यक्ति अपने घर की मन्नत मानता है कि उसका घर मुझ-प्रभु के लिए पवित्र हो, तो पुरोहित उसका मूल्यांकन करेगा कि वह अच्छा घर है अथवा बुरा। जैसा मूल्यांकन पुरोहित करेगा, वैसा ही माना जाएगा।
यदि वह जुबली वर्ष में अपने खेत की मन्नत मानेगा तो तुम्हारे मूल्यांकन के अनुसार ही उसका मूल्य निर्धारित होगा।
यदि खेत की मन्नत माननेवाला व्यक्ति मूल्य देकर उसको मुक्त करना चाहेगा, तो वह मूल्यांकन का पांचवां भाग उसमें जोड़कर चांदी के सिक्के देगा; तब खेत उसी का रहेगा।
तो जुबली वर्ष आने में जितने वर्ष शेष होंगे, उनके अनुसार पुरोहित उस खेत का मूल्यांकन करेगा। वह व्यक्ति उस मूल्य को प्रभु की पवित्र वस्तु के सदृश उसी दिन देगा।