‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है, जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं;
लैव्यव्यवस्था 26:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जब तक तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे और तुम्हारी जन्मभूमि निर्जन रहेगी, तब तक वह अपने विश्राम वर्षों का आनन्द-पूर्वक पालन करेगी। भूमि विश्राम करेगी और विश्राम वर्षों का आनन्दपूर्वक पालन करेगी। पवित्र बाइबल “तुम अपने शत्रु के देशों में ले जाये जाओगे। तुमहारी धरती खाली हो जायेगी और वह अंत में उस विश्राम को पायेगी। Hindi Holy Bible तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा, तब ही वह देश विश्राम पाएगा, अर्थात् अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। नवीन हिंदी बाइबल “जब तक वह भूमि उजाड़ पड़ी रहेगी और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे तब तक वह भूमि अपने विश्राम मनाती रहेगी, तब उस देश को विश्राम मिलेगा, और वह अपने विश्रामकालों को मनाता रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे इस भूमि पर निवास करने की स्थिति में, भूमि को जो विश्राम तुम्हारे शब्बाथों में प्राप्त नहीं हुआ था, वह उस विश्राम अब, इस पूरे खाली समय की अवधि में, प्राप्त होगा. इस प्रकार भूमि को अपने शब्बाथ प्राप्त हो जाएंगे. जब तुम अपने शत्रुओं के देश में जाओगे, तब सूनेपन की अवस्था में भूमि अपने शब्बाथों का आनंद उठाएगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। तब ही वह देश विश्राम पाएगा, अर्थात् अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। |
‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है, जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं;
यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि प्रभु ने अपने नबी यिर्मयाह के माध्यम से ऐसा ही कहा था। विश्राम-कालों का पालन न करने के कारण अब इस्राएल देश को विश्राम मिला। सत्तर वर्ष तक देश उजाड़ पड़ा रहा, और उसने विश्राम मनाया।
इसलिए मैं-प्रभु यह कहता हूं : तूमने मेरे आदेश का पालन नहीं किया, और यों अपने जाति-बन्धु को मुक्त करने की घोषणा नहीं की। अत: देखो, मैं घोषणा करता हूं कि तुम तलवार, महामारी और अकाल के बन्धन में फंस जाओगे। मैं-प्रभु यह कहता हूं : मैं पृथ्वी के समस्त राज्यों में तुम्हें आतंक का कारण बना दूंगा।
तुम पचासवें वर्ष को पवित्र मानना, और देश के समस्त निवासियों की स्वतन्त्रता की घोषणा करना। यह “जुबली वर्ष” कहलाएगा। इस वर्ष प्रत्येक व्यक्ति अपनी पैतृक सम्पत्ति पुन: प्राप्त करेगा। हर एक मनुष्य अपने परिवार में लौट आएगा।
जितने दिन तक वह निर्जन रहेगी, वह विश्राम करेगी। जब तुम उस पर निवास करते थे तब उसको तुम्हारे विश्राम दिवसों में यह विश्राम नहीं मिला था।
किन्तु पहले भूमि उनके द्वारा निर्जन छोड़ी जाएगी। जब तक भूमि उनके न रहने से निर्जन रहेगी, वह विश्राम वर्षों का आनन्दपूर्वक पालन करेगी। वे अपने अधर्म के दण्ड को स्वीकार करेंगे; क्योंकि उन्होंने मेरे न्याय-सिद्धान्तों की अवहेलना की है, उनके प्राणों ने मेरी संविधियों से घृणा की है।