उन्होंने हर एक ऊंची पहाड़ी पर तथा प्रत्येक हरे-भरे वृक्ष के नीचे अपने लिए पूजा-स्तम्भ और अशेराह देवी की मूर्ति प्रतिष्ठित की थी।
लैव्यव्यवस्था 26:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तुम अपने लिए प्रतिमा न बनाना, और न मूर्ति और न पूजा-स्तम्भ खड़ा करना। तुम अपने देश में चित्रित पाषाण भी स्थापित न करना, जिससे उनकी पूजा की जाए; क्योंकि मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ। पवित्र बाइबल “अपने लिए मूर्तियाँ मत बनाओ। मूर्तियाँ या यादगार के पत्थर स्थापित मत करो। अपने देश में उपासना करने के लिए पत्थर की मूर्तियाँ स्थापित न करो। क्यों कियोंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ! Hindi Holy Bible तुम अपने लिये मूरतें न बनाना, और न कोई खुदी हुई मूर्ति वा लाट अपने लिये खड़ी करना, और न अपने देश में दण्डवत करने के लिये नक्काशीदार पत्थर स्थापन करना; क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तुम अपने लिये मूरतें न बनाना, और न कोई खुदी हुई मूर्ति या लाट अपने लिये खड़ी करना, और न अपने देश में दण्डवत् करने के लिये नक्काशीदार पत्थर स्थापित करना; क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। नवीन हिंदी बाइबल “तुम अपने लिए मूर्तियाँ न बनाना, और न कोई खुदी हुई मूर्ति या खंभा अपने लिए खड़ा करना, और न अपने देश में दंडवत् करने के लिए कोई गढ़ा हुआ पत्थर स्थापित करना। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘न तो तुम अपने लिए मूरतें बनाओगे और न ही किसी खुदी हुई मूरत अथवा पवित्र पत्थर बनाओगे और न ही उसके सामने झुकने के उद्देश्य से किसी पत्थर में से मूरत गढ़ोगे; क्योंकि मैं याहवेह ही तुम्हारा परमेश्वर हूं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तुम अपने लिये मूरतें न बनाना, और न कोई खुदी हुई मूर्ति या स्तम्भ अपने लिये खड़ा करना, और न अपने देश में दण्डवत् करने के लिये नक्काशीदार पत्थर स्थापित करना; क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। |
उन्होंने हर एक ऊंची पहाड़ी पर तथा प्रत्येक हरे-भरे वृक्ष के नीचे अपने लिए पूजा-स्तम्भ और अशेराह देवी की मूर्ति प्रतिष्ठित की थी।
उन्होंने अपने प्रभु परमेश्वर की सब आज्ञाओं को त्याग दिया, और अपने लिए बछड़े की दो मूर्तियां ढालीं। उन्होंने अशेराह देवी की मूर्ति प्रतिष्ठित की। वे आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वन्दना और बअल देवता की पूजा करने लगे।
जिन जातियों को प्रभु ने उनकी भूमि पर से इस्राएलियों के लिए निकाल दिया था, उन्हीं जातियों की संविधियों पर इस्राएली चलते थे।
पहाड़ी शिखरों पर वेदियाँ स्थापित कर उन्होंने परमेश्वर को नाराज किया; उन्होंने मूर्तियां गढ़कर उसको ईष्र्यालु बनाया।
समस्त मूर्तिपूजक, निस्सार मूर्तियों पर गर्व करनेवाले लज्जित होते हैं। देवतागण प्रभु को दण्डवत् करते हैं।
‘मैं प्रभु, तेरा परमेश्वर हूं, जो तुझे मिस्र देश से, दासत्व के घर से बाहर निकाल लाया।
तुम चांदी के देवता न बनाना कि तुम मेरे साथ उनकी भी आराधना करो; और न अपने लिए स्वर्ण-देवता बनाना।
तब तू उनके देवताओं की वन्दना नहीं करना, उनकी सेवा मत करना, और न उनके कार्यों के अनुरूप कार्य करना वरन् उनको पूर्णत: ध्वस्त करना, उनके पूजा-स्तम्भों को तोड़-फोड़ देना।
उस दिन मनुष्य सोने-चांदी की मूर्तियों को, जो उन्होंने पूजा करने के लिए बनाई थीं, छछून्दरों और चमगादड़ों के सामने फेंक देंगे;
‘तुम मूर्तियों की ओर उन्मुख मत होना, और न उनकी पूजा करने के लिए देवताओं की प्रतिमाएं बनाना। मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर हूँ।
क्योंकि मेरे लिए ही इस्राएली लोग सेवक हैं। वे मेरे सेवक हैं। मैंने ही उनको मिस्र देश से बाहर निकाला है। मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ।
सहभागिता-बलि पशु के रक्त एवं चर्बी को चढ़ाने वाला हारून का पुत्र अपने भाग में दाहिनी जांघ प्राप्त करेगा।
तब उस देश के समस्त निवासियों को अपने सम्मुख से निकाल देना। उनके सब चित्रित पाषाणों और प्रतिमाओं को तोड़ डालना। पहाड़ी शिखरों के पूजागृहों को ध्वस्त कर देना।
यदि हम परमेश्वर की संतान हैं, तो हमें यह नहीं समझना चाहिए कि परमात्मा सोने, चाँदी या पत्थर की मूर्ति के सदृश है, जो मनुष्य की कला तथा कल्पना की उपज है।
“जो व्यक्ति खोदकर अथवा गढ़कर मूर्ति बनाता है, और गुप्त स्थान में उसको प्रतिष्ठित करता है, वह शापित है। ऐसे कारीगर का यह हस्तकार्य प्रभु की दृष्टि में घृणित है।” सब लोग प्रत्युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!”
‘मैं प्रभु, तेरा परमेश्वर हूँ, जो तुझे मिस्र देश से, दासत्व के घर से बाहर निकाल लाया।
कुत्ते, ओझे, व्यभिचारी, हत्यारे, मूर्तिपूजक, असत्य से प्रेम करनेवाले और मिथ्याचारी बाहर ही रहेंगे।
दान कुल के लोगों ने अपने उपयोग के लिए उस चांदी की मूर्ति को प्रतिष्ठित किया। जिस दिन देश-वासियों का निष्कासन हुआ, उस दिन तक गेर्शोम का पुत्र, मूसा का पौत्र योनातन तथा उसके बाद उसके पुत्र दान कुल के पुरोहित रहे।