मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
लैव्यव्यवस्था 21:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिससे वह अपनी सन्तान को अपनी जाति में अपवित्र न करे; क्योंकि उसे पवित्र करने वाला मैं, प्रभु हूँ।’ पवित्र बाइबल इस प्रकार लोग उसके बच्चों को सम्मान देंगे। मैं, यहोवा ने, याजक को विशेष काम के लिए भिन्न बनाया है।” Hindi Holy Bible और वह अपने वीर्य्य को अपने लोगों में अपवित्र न करे; क्योंकि मैं उसका पवित्र करने वाला यहोवा हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और वह अपनी संतान को अपने लोगों में अपवित्र न करे; क्योंकि मैं उसका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ।” नवीन हिंदी बाइबल ताकि वह अपने लोगों के बीच अपने वंश को अपवित्र न करे; क्योंकि मैं उसका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ।” सरल हिन्दी बाइबल कि वह अपने लोगों में अपनी संतानों को अशुद्ध न कर दे; क्योंकि मैं ही याहवेह हूं, जो उसे पवित्र करता हूं.’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और वह अपनी सन्तान को अपने लोगों में अपवित्र न करे; क्योंकि मैं उसका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ।” |
मैंने उसे चुना है कि वह अपने पुत्रों और परिवार को, जो उसके पश्चात् रहेंगे, शिक्षा दे कि वे धार्मिकता और न्याय के कार्य करें और मुझ-प्रभु के मार्ग पर चलते रहें। तब मैं उस वचन को पूर्ण करूँगा जो मैंने अब्राहम को दिया है।’
इन लोगों ने वंशावली के सूचीपत्र में अपना-अपना नाम ढूंढ़ा, पर वह न मिला। अत: उन्हें अशुद्ध घोषित किया गया, और वे पुरोहित-पद से हटा दिए गए।
की कन्याओं से स्वयं विवाह करते, और अपने पुत्रों का भी विवाह कराते हैं। इस प्रकार हमारी पवित्र जाति इस देश की अन्य जातियों से मिलकर भ्रष्ट हो गई है। इस विश्वासघात के कार्य में पदाधिकारी और जनता के मुखिया सबसे आगे हैं।’
तू अपने पुत्रों का विवाह करने के लिए उनकी पुत्रियाँ मत ग्रहण करना। ऐसा न हो कि उनकी पुत्रियाँ अपने देवताओं का अनुगमन करें और यों वेश्या के सदृश व्यवहार करें और ऐसा ही व्यवहार तुम्हारे पुत्रों से करवाएँ कि वे उनके देवताओं का अनुगमन करें।
‘तू समस्त इस्राएली मण्डली से बोलना; तू उनसे यह कहना: पवित्र बनो! क्योंकि मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर पवित्र हूँ।
इसलिए तुम अपने आपको शुद्ध करो; पवित्र बनो, क्योंकि मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर पवित्र हूँ।
वह विधवा, परित्यक्ता, भ्रष्ट अथवा वेश्या से विवाह नहीं करेगा, किन्तु अपनी जाति की कुंवारी कन्या से विवाह कर उसे पत्नी बनाएगा,
तुम उसे पवित्र मानना; क्योंकि वह तुम्हारे परमेश्वर का आहार चढ़ाता है। वह तुम्हारे लिए पवित्र होगा; क्योंकि मैं प्रभु, जो तुम्हें पवित्र करता हूँ, पवित्र हूँ।
और वे उन पवित्र वस्तुओं को खाकर उन लोगों को भी अधर्म का भार वहन करने वाले और दोषी न बनाएं; क्योंकि उनको पवित्र करनेवाला मैं, प्रभु हूँ।’
यहूदा प्रदेश के निवासी अविश्वासी हैं। यरूशलेम नगर और इस्राएल प्रदेश में घृणित कार्य किए गए। यहूदा के निवासियों ने विदेशी देवता के अनुयायियों की पुत्रियों से प्रेम किया और विवाह किया, और यों प्रभु के पवित्र स्थान को अपवित्र किया।
क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे।
अरे मूर्खो और अन्धो! कौन बड़ा है − सोने का पात्र अथवा मन्दिर, जिस से वह सोने का पात्र पवित्र हो जाता है?
यदि गुंधे हुए आटे का पहला पेड़ा पवित्र है, तो सारा गुंधा हुआ आटा पवित्र है और यदि जड़ पवित्र है, तो डालियाँ भी पवित्र हैं।
क्योंकि विश्वास नहीं करने वाला पति अपनी पत्नी द्वारा पवित्र किया गया है और विश्वास नहीं करने वाली पत्नी अपने विश्वास-युक्त पति द्वारा पवित्र की गयी है। नहीं तो आपकी सन्तान दूषित होती, किन्तु अब वह पवित्र है।