वह सामन्तों के प्रति पक्षपात नहीं करता, और न अमीर को गरीब से अधिक सम्मान देता है। क्योंकि दोनों को उसने अपने हाथ से रचा है।
लैव्यव्यवस्था 14:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यदि वह दरिद्र हो और उतना न दे सके तो प्रायश्चित्त के निमित्त दोष-बलि में लहराने के लिए एक मेमना, अन्न-बलि के हेतु तेल सम्मिश्रित एक किलो मैदा और आधा लिटर तेल लाएगा। पवित्र बाइबल “किन्तु यदि व्यक्ति गरीब है और उन बलियों को देने में असमर्थ है तो उसे एक मेमना दोषबलि के रूप में लेना चाहिए। यह उत्तोलनबलि होगी जिससे याजक उसके पापों के भुगतान के लिए देगा। उसे दो क्वार्ट तेल मिला उत्तम महीन आटा लेना चाहिए। यह आटा अन्नबलि के रूप में उपयोग में आएगा। व्यक्ति को दो तिहाई पिन्ट जैतून का तेल Hindi Holy Bible परन्तु यदि वह दरिद्र हो और इतना लाने के लिये उसके पास पूंजी न हो, तो वह अपना प्रायश्चित्त करवाने के निमित्त, हिलाने के लिये भेड़ का बच्चा दोषबलि के लिये, और तेल से सना हुआ एपा का दसवां अंश मैदा अन्नबलि करके, और लोज भर तेल लाए; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “परन्तु यदि वह दरिद्र हो और इतना लाने के लिये उसके पास पूंजी न हो, तो वह अपना प्रायश्चित्त करवाने के निमित्त, हिलाने के लिये भेड़ का बच्चा दोषबलि के लिये, और तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ अंश मैदा अन्नबलि करके, और लोज भर तेल लाए; नवीन हिंदी बाइबल “परंतु यदि वह निर्धन हो और इन्हें लाने में असमर्थ हो, तो वह अपने प्रायश्चित्त हेतु हिलाए जाने की भेंट के रूप में भेड़ का एक बच्चा दोषबलि के लिए, और तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ भाग मैदा अन्नबलि के लिए, और एक लोज तेल भी लाए। सरल हिन्दी बाइबल “किंतु यदि वह व्यक्ति दरिद्र और लाने के लायक न हो, तो वह अपने लिए प्रायश्चित के लिए, हिलाने की बलि के रूप में भेंट दोष बलि के लिए एक नर मेमना और अन्नबलि के लिए तेल मिला हुआ डेढ़ किलो मैदा और एक तिहाई लीटर तेल, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “परन्तु यदि वह दरिद्र हो और इतना लाने के लिये उसके पास पूँजी न हो, तो वह अपना प्रायश्चित करवाने के निमित्त, हिलाने के लिये भेड़ का बच्चा दोषबलि के लिये, और तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ अंश मैदा अन्नबलि करके, और लोज भर तेल लाए; |
वह सामन्तों के प्रति पक्षपात नहीं करता, और न अमीर को गरीब से अधिक सम्मान देता है। क्योंकि दोनों को उसने अपने हाथ से रचा है।
जो मनुष्य गरीब का मजाक उड़ाता है, वह उसके सृजक परमेश्वर का उपहास करता है; जो मनुष्य दूसरे के दु:ख पर हंसता है, उसको परमेश्वर निस्सन्देह दण्ड देगा।
वह इस अग्नि-बलि के साथ अन्न-बलि भी चढ़ाएगा: प्रत्येक बछड़े और मेढ़े के साथ दस किलो अन्न, और मेमनों के साथ यथाशक्ति अन्न और हर दस किलो पीछे साढ़े सात लिटर तेल।
‘यदि वह प्रभु को पक्षी की अग्नि-बलि चढ़ाता है तो चढ़ावे में पण्डुकों अथवा कबूतर के बच्चों को चढ़ाएगा।
यदि उसके हाथ में मेमना चढ़ाने के लिए धन न हो तो वह दो पण्डुक अथवा कबूतर के दो बच्चे लेगी : एक अग्नि-बलि के लिए और एक पाप-बलि के लिए। पुरोहित उसके लिए प्रायश्चित करेगा और वह शुद्ध हो जाएगी।’
‘वह आठवें दिन दो निष्कलंक मेमने, एक वर्ष की एक निष्कलंक भेड़, अन्न-बलि के हेतु तेल सम्मिश्रित अढ़ाई किलो मैदा और आधा लिटर तेल लेगा।
दो पण्डुक अथवा कबूतर के दो बच्चे, जो वह ला सकता है, लाएगा; एक पाप-बलि के लिए और एक अग्नि-बलि के लिए।
यदि मन्नत मानने वाला व्यक्ति इतना दरिद्र है कि वह तुम्हारे द्वारा आंके गए मूल्य को चुका नहीं सकता है, तो तुम उस व्यक्ति को पुरोहित के सम्मुख प्रस्तुत करना, और पुरोहित उसका मूल्य आंकेगा। पुरोहित मन्नत माननेवाले व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के अनुसार उसका मूल्यांकन करेगा।
‘यदि वह दो पण्डुक या कबूतर के दो बच्चे चढ़ाने में असमर्थ है तो, जो पाप उसने किया है, उसके कारण वह प्रभु के सम्मुख अपनी पाप-बलि के रूप में एक किलो मैदा लाएगा। वह उस पर तेल नहीं डालेगा। वह उस पर लोबान भी नहीं रखेगा; क्योंकि यह पाप-बलि है।
‘यदि वह मेमना या बकरी चढ़ाने में असमर्थ है, तो जो पाप उसने किया है, उसके कारण वह प्रभु के सम्मुख अपनी दोष-बलि के रूप में दो पण्डुक या कबूतर के दो बच्चे लाएगा: उनमें से एक बच्चा पाप-बलि के लिए और दूसरा अग्नि-बलि के लिए।
येशु ने अपने शिष्यों की ओर देखा और यह कहा, “धन्य हो तुम, जो गरीब हो; क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है।
यदि दान देने की उत्सुकता है, तो सामर्थ्य के अनुसार जो कुछ भी दिया जाए, वह परमेश्वर को ग्राह्य है। किसी से यह आशा नहीं की जाती है कि वह अपने सामर्थ्य से अधिक दान दे।
आप लोग हमारे प्रभु येशु मसीह की उदारता जानते हैं। वह धनी थे, किन्तु आप लोगों के कारण निर्धन बन गये, जिससे आप उनकी निर्धनता द्वारा धनी बन जाएँ।
वह दुर्बलों को धूल से उठाकर खड़ा करता है, दरिद्रों को राख के ढेर से निकालकर उठाता है। वह उन्हें शासकों के साथ बैठाता है; वह उन्हें सम्मानित आसन का उत्तराधिकारी बनाता है; क्योंकि पृथ्वी के आधार-स्तम्भ प्रभु के ही हैं, इन पर ही उसने जगत को खड़ा किया है।