और फोड़े के स्थान पर सफेद सूजन अथवा लाली लिए हुए सफेद दाग हो तब उसे पुरोहित को दिखाया जाएगा।
लैव्यव्यवस्था 13:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पुरोहित जांच करेगा। यदि सूजन त्वचा के भीतर गहरी दिखाई देगी, उस स्थान के रोएं सफेद हो गए होंगे, तो पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित करेगा। यह कुष्ठ जैसा रोग है और फोड़े में फूटा है। पवित्र बाइबल याजक को उसे देखना चाहिए। यदि सूजन चर्म से गहरा है और इस पर के बाल सफेद हो गये हैं तो याजक को घोषणा करनी चाहिए कि वह व्यक्ति अशुदध है। वह दाग भयानक चर्म रोग है। यह फोड़े के भीतर से फूट पड़ा है। Hindi Holy Bible और याजक उस सूजन को देखे, और यदि वह चर्म से गहिरा देख पड़े, और उसके रोएं भी उजले हो गए हों, तो याजक यह जानकर उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए; क्योंकि वह कोढ़ की व्याधि है जो फोड़े में से फूटकर निकली है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और याजक उस सूजन को देखे, और यदि वह चर्म से गहरा दिखाई पड़े, और उसके रोएँ भी उजले हो गए हों, तो याजक यह जानकर उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए; क्योंकि वह कोढ़ की व्याधि है जो फोड़े में से फूटकर निकली है। नवीन हिंदी बाइबल याजक उस सूजन को जाँचे, और यदि वह दाग त्वचा से गहरा दिखाई दे, और उसके रोएँ भी सफ़ेद हो गए हों, तो याजक उस व्यक्ति को अशुद्ध ठहराए; यह कोढ़ का रोग है जो फोड़े में से फूटकर निकला है। सरल हिन्दी बाइबल पुरोहित इसको ध्यान से देखे; यदि उसे यह लगे कि यह त्वचा में फैल रहा है और इसके रोएं भी सफेद हो गए हैं, तब पुरोहित उस व्यक्ति को अशुद्ध घोषित कर दे; यह कोढ़ का संक्रमण है, जिसकी शुरुआत फोड़े से हुई है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और याजक उस सूजन को देखे, और यदि वह चर्म से गहरा दिखाई पड़े, और उसके रोएँ भी उजले हो गए हों, तो याजक यह जानकर उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए; क्योंकि वह कोढ़ की व्याधि है जो फोड़े में से फूटकर निकली है। |
और फोड़े के स्थान पर सफेद सूजन अथवा लाली लिए हुए सफेद दाग हो तब उसे पुरोहित को दिखाया जाएगा।
‘जब किसी मनुष्य के शरीर की त्वचा पर सूजन, अथवा पपड़ी या दाग हो, उसकी त्वचा पर कुष्ठ-रोग के सदृश लक्षण दिखाई दें तो वह पुरोहित हारून अथवा उसके पुरोहित पुत्रों में किसी एक के पास लाया जाएगा।
परन्तु यदि पुरोहित उसकी जांच करके देखेगा कि उसके रोएं सफेद नहीं हैं, वह त्वचा के भीतर गहरा नहीं है, वरन् हल्का है तो पुरोहित उस व्यक्ति को सात दिन तक बन्द रखेगा।
पुरोहित उसकी त्वचा के रोगग्रस्त भाग की जांच करेगा। यदि रोगग्रस्त भाग के रोएं सफेद हो गए हैं और रोग त्वचा के भीतर गहरा दिखाई देता है तो यह कुष्ठ-जैसा चर्म-रोग होगा। जब पुरोहित जांच कर चुकेगा तब उसे अशुद्ध घोषित करेगा।
तब वह जाकर अपने से भी बुरी सात आत्माओं को अपने साथ ले आती है और वे उस घर में प्रवेश कर वहीं बस जाती हैं। इस तरह उस मनुष्य की यह पिछली दशा पहली से भी बुरी हो जाती है। ऐसा ही इस दुष्ट पीढ़ी के साथ होगा।”
कुछ समय पश्चात् येशु को वह मन्दिर में मिला। येशु ने उस से कहा, “देखो, तुम स्वस्थ हो गये हो। फिर पाप मत करना। कहीं ऐसा न हो कि तुम पर और भी भारी संकट आ पड़े।”
जो व्यक्ति हमारे प्रभु एवं मुक्तिदाता येशु मसीह का ज्ञान प्राप्त कर संसार के दूषण से बच गये, वे यदि फिर उसी में फँस कर उसके अधीन हो जाते हैं, तो उनकी यह पिछली दशा पहली से भी बुरी होती है।