अब दिन ढलने लगा था। इसलिए बारह प्रेरितों ने उनके पास आ कर कहा, “लोगों को विदा कीजिए, जिससे वे आसपास के गाँवों और बस्तियों में जा कर रहने और खाने का प्रबन्ध कर सकें। क्योंकि यहाँ तो हम निर्जन स्थान में हैं।”
लूका 9:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “तुम लोग ही उन्हें भोजन दो।” उन्होंने कहा, “हमारे पास तो केवल पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ हैं। क्या आप चाहते हैं कि हम स्वयं जा कर इन सब लोगों के लिए भोजन खरीदें?” पवित्र बाइबल किन्तु उसने उनसे कहा, “तुम ही इन्हें खाने को कुछ दो।” वे बोले, “हमारे पास बस पाँच रोटियों और दो मछलियों को छोड़कर और कुछ भी नहीं है। तू यह तो नहीं चाहता है कि हम जाएँ और इन सब के लिए भोजन मोल लेकर आएँ।” Hindi Holy Bible उस ने उन से कहा, तुम ही उन्हें खाने को दो: उन्होंने कहा, हमारे पास पांच रोटियां और दो मछली को छोड़ और कुछ नहीं: परन्तु हां, यदि हम जाकर इन सब लोगों के लिये भोजन मोल लें, तो हो सकता है: वे लोग तो पांच हजार पुरूषों के लगभग थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उनसे कहा, “तुम ही उन्हें खाने को दो।” उन्होंने कहा, “हमारे पास पाँच रोटी और दो मछलियों को छोड़ और कुछ नहीं; परन्तु हाँ, यदि हम जाकर इन सब लोगों के लिये भोजन मोल लें, तो हो सकता है।” वे लोग तो पाँच हज़ार पुरुषों के लगभग थे। नवीन हिंदी बाइबल परंतु उसने उनसे कहा,“तुम ही उन्हें खाने को दो।” उन्होंने कहा, “यह तभी हो सकता है जब हम जाकर इन सब लोगों के लिए भोजन खरीद लें, नहीं तो हमारे पास पाँच रोटियों और दो मछलियों को छोड़ और कुछ नहीं है।” सरल हिन्दी बाइबल इस पर प्रभु येशु ने उनसे कहा, “तुम्हीं करो इनके भोजन की व्यवस्था!” उन्होंने इसके उत्तर में कहा, “हमारे पास तो केवल पांच रोटियां तथा दो मछलियां ही हैं; हां, यदि हम जाकर इन सबके लिए भोजन मोल ले आएं तो यह संभव है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने उनसे कहा, “तुम ही उन्हें खाने को दो।” उन्होंने कहा, “हमारे पास पाँच रोटियाँ और दो मछली को छोड़ और कुछ नहीं; परन्तु हाँ, यदि हम जाकर इन सब लोगों के लिये भोजन मोल लें, तो हो सकता है।” |
अब दिन ढलने लगा था। इसलिए बारह प्रेरितों ने उनके पास आ कर कहा, “लोगों को विदा कीजिए, जिससे वे आसपास के गाँवों और बस्तियों में जा कर रहने और खाने का प्रबन्ध कर सकें। क्योंकि यहाँ तो हम निर्जन स्थान में हैं।”
वहाँ लगभग पाँच हजार पुरुष थे। येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “लगभग पचास-पचास के झुण्ड में उन्हें बैठा दो।”