ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




लूका 8:40 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

जब येशु लौटे तब लोगों ने उनका स्‍वागत किया, क्‍योंकि सभी उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

अब देखो जब यीशु लौटा तो जन समूह ने उसका स्वागत किया क्योंकि वे सभी उसकी प्रतीक्षा में थे।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

जब यीशु लौट रहा था, तो लोग उस से आनन्द के साथ मिले; क्योंकि वे सब उस की बाट जोह रहे थे।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

जब यीशु लौटा तो लोग उससे आनन्द के साथ मिले, क्योंकि वे सब उसकी बाट जोह रहे थे।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

यीशु के लौटने पर लोगों ने उसका स्वागत किया, क्योंकि वे सब उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

जब प्रभु येशु झील की दूसरी ओर पहुंचे, वहां इंतजार करती भीड़ ने उनका स्वागत किया.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

जब यीशु लौट रहा था, तो लोग उससे आनन्द के साथ मिले; क्योंकि वे सब उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे।

अध्याय देखें



लूका 8:40
12 क्रॉस रेफरेंस  

मेरी बात को सुननेवाला मनुष्‍य धन्‍य है। वह प्रतिदिन मेरे द्वार पर आस लगाए खड़ा रहता है; वह मेरी प्रतीक्षा में द्वार पर पलकें बिछाए रहता है।


येशु नाव पर बैठ गये और झील को पार कर अपने नगर में आए।


“दाऊद स्‍वयं उन्‍हें प्रभु कहते हैं, तो वह उनके वंशज कैसे हो सकते हैं?” विशाल जनसमूह येशु की बातें सुनने में रस ले रहा था।


जब येशु नाव से झील के उस पार फिर आए, तो उनके पास एक विशाल जनसमूह एकत्र हो गया। वह झील के तट पर थे


क्‍योंकि हेरोदेस योहन को धर्मात्‍मा और पवित्र पुरुष जान कर उनसे डरता था और उनकी रक्षा करता था। हेरोदेस उनके उपदेश सुन कर बड़े असमंजस में पड़ जाता था। फिर भी, वह उनकी बातें आनन्‍द से सुनता था।


परन्‍तु उन्‍हें नहीं सूझ रहा था कि क्‍या करें; क्‍योंकि सारी जनता येशु की बातें सुनकर मुग्‍ध थी।


वह तुरन्‍त नीचे उतरा और आनन्‍द के साथ अपने यहाँ येशु का स्‍वागत किया।


एक दिन येशु गिनेसरेत की झील के किनारे खड़े थे। लोग परमेश्‍वर का वचन सुनने के लिए उन पर गिरे पड़ रहे थे।


“अपने घर लौट जाओ और लोगों को यह बताओ कि परमेश्‍वर ने तुम्‍हारे लिए क्‍या-क्‍या किया है।” वह चला गया और सारे नगर में प्रचार करने लगा कि येशु ने उसके लिए क्‍या-क्‍या किया है।


योहन जलते और चमकते हुए दीपक थे। उनकी ज्‍योति में थोड़ी देर तक आनन्‍द मनाना तुम लोगों को अच्‍छा लगा।


मैंने आप को तुरन्‍त बुला भेजा और आपने पधारने की कृपा की है। प्रभु ने आप को जो-जो आदेश दिये हैं, उन्‍हें सुनने के लिए हम सब परमेश्‍वर के सम्‍मुख उपस्‍थित हैं।”