मेरे प्राण के खोजी जाल फैलाते हैं; मुझे हानि पहुंचानेवाले मेरे विनाश की चर्चा करते हैं; वे दिन भर छल-कपट की बातें सोचते हैं।
लूका 6:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शास्त्री और फरीसी इस बात की ताक में थे कि यदि येशु विश्राम के दिन किसी को स्वस्थ करें, तो वे उन पर दोष लगा सकें। पवित्र बाइबल वहीं यहूदी धर्मशास्त्रि और फ़रीसी यह देखने की ताक में थे कि वह सब्त के दिन किसी को चंगा करता है कि नहीं। ताकि वे उस पर दोष लगाने का कोई कारण पा सकें। Hindi Holy Bible शास्त्री और फरीसी उस पर दोष लगाने का अवसर पाने के लिये उस की ताक में थे, कि देखें कि वह सब्त के दिन चंगा करता है कि नहीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) शास्त्री और फरीसी उस पर दोष लगाने का अवसर पाने की ताक में थे कि देखें वह सब्त के दिन चंगा करता है कि नहीं। नवीन हिंदी बाइबल शास्त्री और फरीसी उसकी ताक में थे कि देखें, वह सब्त के दिन उसको स्वस्थ करता है या नहीं, जिससे उन्हें उस पर दोष लगाने का अवसर मिल जाए। सरल हिन्दी बाइबल फ़रीसी और शास्त्री इस अवसर की ताक में थे कि शब्बाथ पर प्रभु येशु इस व्यक्ति को स्वस्थ करें और वह उन पर दोष लगा सकें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 शास्त्री और फरीसी उस पर दोष लगाने का अवसर पाने के लिये उसकी ताक में थे, कि देखें कि वह सब्त के दिन चंगा करता है कि नहीं। |
मेरे प्राण के खोजी जाल फैलाते हैं; मुझे हानि पहुंचानेवाले मेरे विनाश की चर्चा करते हैं; वे दिन भर छल-कपट की बातें सोचते हैं।
जो मनुष्यों को शब्दों में फंसाते हैं, जो अदालत में न्याय करनेवाले के लिए जाल रचते हैं, और जो झूठे तर्कों के द्वारा सच्चे मनुष्य को परास्त करते हैं, वे सब मिट जाएंगे।
प्रभु, मैं अपने विरुद्ध अनेक लोगों की कानाफूसी सुनता हूँ। मेरे चहुं ओर आतंक का साम्राज्य है। लोग मेरे विरुद्ध यह कह रहे हैं: ‘आओ, हम उस पर दोष लगाएं; तब हम उसको अपराधी ठहरा देंगे।’ मेरे घनिष्ठ मित्र भी मेरे पतन की राह देख रहे हैं। वे कह रहे हैं, ‘शायद वह धोखा खाए। तब हम उसको अपने वश में कर लेंगे, और उससे बदला लेंगे।’
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ − दुष्ट का सामना नहीं करो। यदि कोई तुम्हारे दाहिने गाल पर थप्पड़ मारे, तो दूसरा भी उसके सामने कर दो।
कुछ लोग इस बात की ताक में थे कि येशु विश्राम के दिन उसे स्वस्थ करें, और वे उन पर दोष लगाएँ।
सभागृह का अधिकारी रुष्ट हो गया, क्योंकि येशु ने विश्राम के दिन उस स्त्री को स्वस्थ किया था। वह लोगों से कहने लगा, “छ: दिन हैं, जिन में काम करना उचित है। इसलिए उन्हीं दिनों स्वस्थ होने के लिए आओ, विश्राम के दिन नहीं।”
वे येशु को फँसाने की ताक में रहते थे। उन्होंने उनके पास गुप्तचर भेजे, कि वे धर्मी होने का ढोंग रच कर येशु को किसी न किसी कथन में पकड़ लें, जिससे वे उन्हें राज्यपाल के शासन और अधिकार में दे सकें।
इस पर कुछ फरीसियों ने कहा, “वह मनुष्य परमेश्वर के यहाँ से नहीं आया है; क्योंकि वह विश्राम-दिवस के नियम का पालन नहीं करता।” कुछ लोगों ने कहा, “पापी मनुष्य ऐसे आश्चर्यपूर्ण चिह्न कैसे दिखा सकता है?” इस तरह उनमें मतभेद हो गया।