इस्राएल के पहरेदार अन्धे हैं; वे सबके सब अज्ञानी हैं। वे गूंगे कुत्ते हैं, जो भौंक नहीं सकते। उन्हें पड़े-पड़े नींद में स्वप्न देखता प्रिय है।
लूका 6:39 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उन्हें एक दृष्टान्त सुनाया, “क्या अन्धा अन्धे को मार्ग दिखा सकता है? क्या दोनों ही गड्ढे में नहीं गिर पड़ेंगे? पवित्र बाइबल उसने उनसे एक दृष्टान्त कहा, “क्या कोई अन्धा किसी दूसरे अन्धे को राह दिखा सकता है? क्या वे दोनों ही किसी गढ़े में नहीं जा गिरेंगे? Hindi Holy Bible फिर उस ने उन से एक दृष्टान्त कहा; क्या अन्धा, अन्धे को मार्ग बता सकता है? क्या दोनो गड़हे में नहीं गिरेंगे? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसने उनसे एक दृष्टान्त कहा : “क्या अन्धा, अन्धे को मार्ग बता सकता है? क्या दोनों गड़हे में नहीं गिरेंगे? नवीन हिंदी बाइबल उसने उनसे एक और दृष्टांत कहा :“क्या कोई अंधा व्यक्ति किसी अंधे व्यक्ति का मार्गदर्शन कर सकता है? क्या वे दोनों ही गड्ढे में नहीं गिरेंगे? सरल हिन्दी बाइबल प्रभु येशु ने उन्हें इस दृष्टांत के द्वारा भी शिक्षा दी. “क्या कोई अंधा दूसरे अंधे का मार्गदर्शन कर सकता है? क्या वे दोनों ही गड्ढे में न गिरेंगे? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसने उनसे एक दृष्टान्त कहा: “क्या अंधा, अंधे को मार्ग बता सकता है? क्या दोनों गड्ढे में नहीं गिरेंगे? |
इस्राएल के पहरेदार अन्धे हैं; वे सबके सब अज्ञानी हैं। वे गूंगे कुत्ते हैं, जो भौंक नहीं सकते। उन्हें पड़े-पड़े नींद में स्वप्न देखता प्रिय है।
ये लोग जनता का नेतृत्व करते, और उसको गलत मार्ग पर ले जाते हैं। गलत मार्ग पर जानेवाली जनता नष्ट हो जाती है।
जब वे घृणित कार्य करते हैं, तब क्या वे लज्जित होते हैं? नहीं, उनकी आंखों में शर्म-लज्जा का पानी मर गया है। दुष्कर्म करते समय पश्चात्ताप की भावना उनमें उभरती ही नहीं। इसलिए विनाश होनेवालों के साथ वे भी नष्ट होंगे। जब मैं यरूशलेम के निवासियों को दण्ड दूंगा, तब नबी और पुरोहित भी ठोकर खाकर गिर जाएंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
जब वे घृणित कार्य करते हैं, तब क्या वे लज्जित होते हैं? नहीं, उनकी आंखों में शर्म-लज्जा का पानी मर गया है। दुष्कर्म करते समय पश्चात्ताप की भावना उनमें उभरती ही नहीं। इसलिए विनाश होनेवालों में वे भी नष्ट होंगे। जब मैं यरूशलेम के निवासियों को दण्ड दूंगा, तब नबी और पुरोहित भी ठोकर खाकर गिर जाएंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
उन्होंने दृष्टान्तों द्वारा उन्हें बहुत-सी बातों की शिक्षा दी। उन्होंने कहा, “एक किसान बीज बोने निकला।
उन्हें रहने दो; वे अन्धों के अन्धे पथप्रदर्शक हैं। यदि अन्धा अन्धे को मार्ग दिखाए तो दोनों ही गड्ढे में गिरेंगे।”
तुम्हें व्यवस्था द्वारा ज्ञान और सत्य का आदर्श स्वरूप प्राप्त हो गया है, इसलिए तुम अपने को अन्धों का पथप्रदर्शक, अन्धकार में रहने वालों का प्रकाश, अज्ञानियों का शिक्षक और भोले-भाले लोगों का गुरु समझते हो।