बारह प्रेरितों के नाम इस प्रकार हैं − पहला, सिमोन जो पतरस कहलाता है, और उसका भाई अन्द्रेयास; जबदी का पुत्र याकूब और उसका भाई योहन;
लूका 6:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सिमोन जिसे उन्होंने ‘पतरस’ नाम दिया और उसके भाई अन्द्रेयास को; याकूब और योहन को; फिलिप और बरतोलोमी को, पवित्र बाइबल शमौन (जिसे उसने पतरस भी कहा) और उसका भाई अन्द्रियास, याकूब और यूहन्ना, फिलिप्पुस, बरतुलमै, Hindi Holy Bible और वे ये हैं शमौन जिस का नाम उस ने पतरस भी रखा; और उसका भाई अन्द्रियास और याकूब और यूहन्ना और फिलेप्पुस और बरतुलमै। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और वे ये हैं : शमौन जिसका नाम उसने पतरस भी रखा, और उसका भाई अन्द्रियास, और याकूब, और यूहन्ना, और फिलिप्पुस, और बरतुल्मै, नवीन हिंदी बाइबल शमौन जिसका नाम उसने पतरस भी रखा, उसका भाई अंद्रियास, याकूब और यूहन्ना, फिलिप्पुस, बरतुल्मै, सरल हिन्दी बाइबल शिमओन, (जिन्हें वह पेतरॉस नाम से पुकारते थे) उनके भाई आन्द्रेयास, याकोब, योहन, फ़िलिप्पॉस, बारथोलोमेयॉस इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और वे ये हैं: शमौन जिसका नाम उसने पतरस भी रखा; और उसका भाई अन्द्रियास, और याकूब, और यूहन्ना, और फिलिप्पुस, और बरतुल्मै, |
बारह प्रेरितों के नाम इस प्रकार हैं − पहला, सिमोन जो पतरस कहलाता है, और उसका भाई अन्द्रेयास; जबदी का पुत्र याकूब और उसका भाई योहन;
येशु गलील की झील के किनारे टहल रहे थे। उन्होंने दो भाइयों को देखा − सिमोन, जो पतरस कहलाता है, और उसके भाई अन्द्रेयास को। वे झील में जाल डाल रहे थे, क्योंकि वे मछुए थे।
वहाँ से आगे बढ़ने पर येशु ने और दो भाइयों को देखा − जबदी के पुत्र याकूब और उसके भाई योहन को। वे अपने पिता जबदी के साथ नाव में अपने जालों की मरम्मत कर रहे थे। येशु ने उन्हें बुलाया।
कुछ आगे बढ़ने पर येशु ने जबदी के पुत्र याकूब और उसके भाई योहन को देखा। वे नाव में अपने जालों की मरम्मत कर रहे थे।
अब येशु ने पतरस, याकूब और याकूब के भाई योहन के अतिरिक्त अन्य किसी को भी अपने साथ आने नहीं दिया।
छ: दिन बाद येशु ने पतरस, याकूब और योहन को अपने साथ लिया और वह उन्हें अलग एक ऊंचे पहाड़ पर एकान्त में ले गए। वहाँ उनके सामने येशु का रूपान्तरण हो गया।
यही दशा याकूब और योहन की भी हुई। ये जबदी के पुत्र और सिमोन के साझेदार थे। येशु ने सिमोन से कहा, “डरो मत। अब से तुम मनुष्यों को पकड़ा करोगे।”
यह देख कर सिमोन पतरस ने येशु के चरणों पर गिर कर कहा, “प्रभु! मेरे पास से चले जाइए। मैं तो पापी मनुष्य हूँ।”
दिन होने पर उन्होंने अपने शिष्यों को पास बुलाया और उन में से बारह को चुन कर उन्हें ‘प्रेरित’ नाम दिया :
फिलिप नतनएल से मिला और बोला, “जिनके विषय में मूसा ने व्यवस्था में और नबियों ने भी लिखा है, वह हमें मिल गये हैं। वह नासरत-निवासी, युसुफ के पुत्र येशु हैं।”
येशु ने अपनी आँखे ऊपर उठायीं और देखा कि एक विशाल जनसमूह उनकी ओर आ रहा है। उन्होंने फिलिप से यह कहा, “हम इन्हें खिलाने के लिए कहाँ से रोटियाँ खरीदें?”
वहाँ पहुँच कर वे अटारी पर चढ़े, जहाँ वे ठहरे हुए थे। वे थे : पतरस तथा योहन, याकूब तथा अन्द्रेयास, फिलिप तथा थोमस, बरतोलोमी तथा मत्ती, हलफई का पुत्र याकूब तथा “धर्मोत्साही” शिमोन और याकूब का पुत्र यहूदा।
येशु मसीह के सेवक और प्रेरित शिमोन पतरस का यह पत्र उन लोगों के नाम है, जिन्हें हमारे परमेश्वर और मुक्तिदाता येशु मसीह की धार्मिकता द्वारा हमारे ही समान विश्वास का बहुमूल्य वरदान मिला है।