कुत्तों ने मुझे घेर लिया है; कुकर्मियों की भीड़ ने चारों ओर घेरा डाला है; उन्होंने मेरे हाथ-पैर बेध डाले हैं।
लूका 23:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने यह कहते हुए आग्रह किया, “यह गलील प्रदेश से ले कर यहाँ तक यहूदा प्रदेश के कोने-कोने में अपनी शिक्षा से जनता को विद्रोह के लिए भड़काता है।” पवित्र बाइबल पर वे यहा कहते हुए दबाव डालते रहे, “इसने समूचे यहूदिया में लोगों को अपने उपदेशों से भड़काया है। यह इसने गलील में आरम्भ किया था और अब समूचा मार्ग पार करके यहाँ तक आ पहुँचा है।” Hindi Holy Bible पर वे और भी दृढ़ता से कहने लगे, यह गलील से लेकर यहां तक सारे यहूदिया में उपदेश दे दे कर लोगों को उकसाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर वे और भी दृढ़ता से कहने लगे, “यह गलील से लेकर यहाँ तक, सारे यहूदिया में उपदेश दे देकर लोगों को भड़काता है।” नवीन हिंदी बाइबल परंतु वे ज़ोर देकर कहने लगे, “वह गलील से लेकर यहाँ तक, सारे यहूदिया में उपदेश दे देकर लोगों को भड़काता है।” सरल हिन्दी बाइबल किंतु वे दृढतापूर्वक कहते रहे, “यह सारे यहूदिया प्रदेश में लोगों को अपनी शिक्षाओं द्वारा भड़का रहा है. यह सब इसने गलील प्रदेश में प्रारंभ किया और अब यहां भी आ पहुंचा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर वे और भी दृढ़ता से कहने लगे, “यह गलील से लेकर यहाँ तक सारे यहूदिया में उपदेश दे देकर लोगों को भड़काता है।” |
कुत्तों ने मुझे घेर लिया है; कुकर्मियों की भीड़ ने चारों ओर घेरा डाला है; उन्होंने मेरे हाथ-पैर बेध डाले हैं।
मेरा प्राण सिंहों के मध्य है; मैं धधकती ज्वाला में सोता हूँ; ऐसे मनुष्यों के बीच जिन के दांत भाले और तीर हैं, जिनकी जीभ दुधारी तलवार है।
जो मुझसे अकारण घृणा करते हैं, वे मेरे सिर के बाल से कहीं अधिक हैं; मुझे नष्ट करनेवाले, मुझपर मिथ्या दोष लगानेवाले बलवान हैं। जो मैंने छीना नहीं, क्या उसे लौटाना होगा?
अपने बारह शिष्यों को ये आदेश देने के बाद येशु वहाँ से चले गए, और वह यहूदियों के नगरों में शिक्षा देने और शुभ-समाचार का प्रचार करने लगे।
येशु का जन्म यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर में हुआ। उस समय हेरोदेस राजा था। येशु के जन्म के बाद ज्योतिषी पूर्व के देशों से यरूशलेम नगर में आये
जब पिलातुस ने देखा कि येशु को बचाने में उसे सफलता नहीं मिल रही है, वरन् उपद्रव बढ़ता ही जा रहा है, तो उसने पानी मँगा कर लोगों के सामने हाथ धोए और कहा, “मैं इस मनुष्य के रक्त का दोषी नहीं हूँ। तुम लोग जानो।”
येशु समस्त गलील प्रदेश में भ्रमण कर उनके सभागृहों में शिक्षा देते, राज्य के शुभ-समाचार का प्रचार करते और लोगों की हर तरह की बीमारी और निर्बलता दूर करते थे।
योहन के गिरफ्तार हो जाने के बाद येशु गलील प्रदेश में आए और यह कहते हुए परमेश्वर के शुभ समाचार का प्रचार करने लगे,
जब येशु उस घर से निकले, तब शास्त्री और फरीसी बुरी तरह उनके पीछे पड़ गये और बहुत-सी बातों के सम्बन्ध में उन से प्रश्न करने लगे।
परन्तु वे चिल्ला-चिल्ला कर पिलातुस के पीछे पड़ गए कि इसे क्रूस पर चढ़ाओ! और उनका चिल्लाना प्रबल हुआ।
दूसरे दिन येशु ने गलील प्रदेश जाने का निश्चय किया। उनकी भेंट फिलिप से हुई। उन्होंने उससे कहा, “मेरे पीछे आओ।”
इस पर वे चिल्ला उठे, “इसे ले जाओ! इसे ले जाओ! इसे क्रूस पर चढ़ाओ!” पिलातुस ने उन से कहा, “क्या मैं तुम्हारे राजा को क्रूस पर चढ़ा दूँ?” महापुरोहितों ने उत्तर दिया, “रोमन सम्राट के अतिरिक्त हमारा कोई राजा नहीं है।”
येशु ने अपना यह पहला आश्चर्यपूर्ण चिह्न गलील के काना नगर में दिखाया। इस प्रकार उन्होंने अपनी महिमा प्रकट की और उनके शिष्यों ने उन में विश्वास किया।
उन्होंने निकोदेमुस को उत्तर दिया, “कहीं आप भी तो गलीली नहीं हैं? शास्त्रों का अनुशीलन कर पता लगा लीजिए कि गलील प्रदेश में नबी नहीं उत्पन्न होता।” [
नासरत-निवासी येशु के विषय में समस्त यहूदा देश में जो हुआ है, उसे आप लोग जानते हैं। वह-सब गलील प्रदेश में प्रारम्भ हुआ − उस बपतिस्मा के पश्चात्, जिसका प्रचार योहन ने किया था।
जब विवाद बहुत बढ़ गया तो सेना-नायक को भय हुआ कि कहीं वे पौलुस के टुकड़े-टुकड़े न कर दें; इसलिए उसने सैनिकों को आदेश दिया कि वे सभा में नीचे जा कर पौलुस को उनके बीच से निकाल लें और किले में ले जायें।
यह सुन कर धर्म-महासभा के सदस्य आग-बबूला हो गए और उन्होंने प्रेरितों को मार डालना चाहा।
इस पर उन्होंने ऊंचे स्वर से चिल्ला कर अपने कान बन्द कर लिये। वे सब मिल कर स्तीफनुस पर टूट पड़े