तथा दाखरस, जो उसके हृदय को आनन्दित करता है, एवं मुख को चमकाने के लिए तेल, और रोटी, जो उसके हृदय को बल प्रदान करती है।
लूका 22:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, आज से लेकर उस दिन तक मैं दाख का रस फिर नहीं पिऊंगा जब तक परमेश्वर का राज्य न आए।” पवित्र बाइबल क्योंकि मैं तुमसे कहता हूँ आज के बाद जब तक परमेश्वर का राज्य नहीं आ जाता मैं कोई भी दाखरस कभी नहीं पिऊँगा।” Hindi Holy Bible क्योंकि मैं तुम से कहता हूं, कि जब तक परमेश्वर का राज्य न आए तब तक मैं दाख रस अब से कभी न पीऊंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ कि जब तक परमेश्वर का राज्य न आए तब तक मैं दाख का रस अब से कभी न पीऊँगा।” नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि मैं तुमसे कहता हूँ कि अब से मैं अंगूर का रस तब तक कभी न पीऊँगा जब तक परमेश्वर का राज्य न आ जाए।” सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि यह निर्धारित है कि जब तक परमेश्वर के राज्य का आगमन न हो जाए, दाख का रस तब तक मैं नहीं पिऊंगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि जब तक परमेश्वर का राज्य न आए तब तक मैं दाखरस अब से कभी न पीऊँगा।” |
तथा दाखरस, जो उसके हृदय को आनन्दित करता है, एवं मुख को चमकाने के लिए तेल, और रोटी, जो उसके हृदय को बल प्रदान करती है।
‘ओ मेरी संगिनी, ओ मेरी दुलहन! मैं अपने उद्यान में आया हूं। मैंने अपना गन्धरस और बलसान चुन लिया। मैंने मधु छत्ते से टपकता मधु खाया। मैंने दूध के साथ अंगूर-रस पिया।’ ओ प्रेमियो, छककर पियो।’
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु सियोन पर्वत पर सब जातियों के लिए महाभोज तैयार करेगा, जिस में छप्पन व्यंजन, शुद्ध किया हुआ अंगूर का रस होगा; जिसमें स्निग्ध भोजन, और पुराने अंगूर रस के पेय होंगे।
सब प्यासे लोगो, जल के पास आओ। जिसके पास पैसा नहीं है, वह भी आए। सब आओ, खरीदो, और खाओ। बिना पैसे के, बिना दाम के, अंगूर-रस और दूध खरीदो।
उन राजाओं के राज्य-काल में स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनंतकाल तक न नष्ट होगा और न उसकी राज्य-सत्ता किसी दूसरी कौम के हाथ में सौंपी जाएगी। यह राज्य सब राज्यों का अंत कर देगा, उनको मिटा डालेगा; पर वह स्वयं सदा-सर्वदा सुदृढ़ बना रहेगा।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु उनकी ढाल बनेगा, वे अपने शत्रुओं पर प्रबल होंगे। वे उनके गोफन के पत्थरों को कुचलेंगे, वे मदिरा के सदृश उनका रक्तपान करेंगे। वे चषक के समान छलकेंगे। वे वेदी के कोने के सदृश लबालब भर जाएंगे।
वह दिन कितना भला और सुन्दर होगा, युवा भरपेट भोजन करेंगे, और युवतियां नव अंगूर-रस से तृप्त होंगी।
मैं तुम से कहता हूँ कि तुम ‘पतरस’ अर्थात् ‘चट्टान’ हो और इस ‘चट्टान’ पर मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा और अधोलोक के फाटक इस पर प्रबल नहीं हो पाएँगे।
मैं तुम से कहता हूँ : मैं दाख का यह रस उस दिन तक नहीं पिऊंगा, जब तक मैं अपने पिता के राज्य में तुम्हारे साथ नया रस न पिऊं।”
तब उन्होंने कटोरा लिया, परमेश्वर को धन्यवाद दिया और उसे शिष्यों को दिया और सब ने उस में से पीया।
मैं तुम से सच कहता हूँ : मैं दाख का रस उस दिन तक फिर नहीं पिऊंगा, जब तक परमेश्वर के राज्य में नया रस न पिऊं।”
येशु ने यह भी कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, यहाँ खड़े लोगों में कुछ ऐसे लोग हैं, जो तब तक मृत्यु का स्वाद नहीं चखेंगे, जब तक वे परमेश्वर का राज्य सामर्थ्य के साथ आया हुआ न देख लेंगे।”
क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, जब तक यह परमेश्वर के राज्य में पूर्ण न हो जाए, मैं इसे फिर नहीं खाऊंगा।”
मैं तुम लोगों से सच-सच कहता हूँ−यहाँ खड़े लोगों में कुछ ऐसे लोग हैं, जो तब तक मृत्यु का स्वाद नहीं चखेंगे, जब तक वे परमेश्वर का राज्य न देख लेंगे।”
अंगूर की बेल ने उनसे कहा, “क्या मैं अपने रस को त्याग दूँ जो देवताओं और मनुष्यों को आनन्द देता है, और जाकर पेड़ों पर राज्य करूँ? कदापि नहीं।”