तत्पश्चात् परमेश्वर के जन एलीशा का मुख कठोर हो गया। उनकी दृष्टि ध्यान-केन्द्रित हो गई। सहसा वह रो पड़े।
लूका 19:41 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब येशु निकट आए और नगर को देखा तो वह उस पर रो पड़े पवित्र बाइबल जब उसने पास आकर नगर को देखा तो वह उस पर रो पड़ा। Hindi Holy Bible जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया नवीन हिंदी बाइबल जब वह यरूशलेम के निकट पहुँचा, तो उस नगर को देखकर उस पर रोया, सरल हिन्दी बाइबल जब वह येरूशलेम नगर के पास आए तो नगर को देख वह यह कहते हुए रो पड़े, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया। |
तत्पश्चात् परमेश्वर के जन एलीशा का मुख कठोर हो गया। उनकी दृष्टि ध्यान-केन्द्रित हो गई। सहसा वह रो पड़े।
मेरी आंखें आंसुओं की धाराएं प्रवाहित करती हैं; क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था का पालन नहीं करते हैं।
मैं विश्वासघातकों को देखकर उनसे घृणा करता हूं; क्योंकि वे तेरे वचनों का पालन नहीं करते।
जो दुर्जन व्यक्ति तेरी व्यवस्था को त्याग देते हैं, उनके कारण मैं क्रोधाग्नि से भस्म होने लगता हूं।
इसलिए मैं कहता हूं : “मुझसे आंख हटा लो, ताकि मैं फूट-फूट कर रो सकूं, मेरे लोगों की नगरी यरूशलेम के विनाश के शोक में मुझे सांत्वना देने का प्रयत्न न करो।”
जैसे परासीम पर्वत पर युद्ध के समय प्रभु सक्रिय हुआ था, जैसे वह गिबओन घाटी में अत्यन्त क्रुद्ध हुआ था, वैसे ही वह अब उठेगा, और अपना क्रोध प्रकट करेगा: वह अपना कार्य करेगा, अद्भुत है उसका कार्य! वह अपना कार्य पूर्ण करेगा, अनोखा है उसका कार्य!
किन्तु यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, तो मैं तुम्हारे घमण्ड के कारण एकांत स्थान में आंसू बहाऊंगा, मेरी आंखें बुरी तरह रोएंगी, उनसे आंसुओं की नदी बहेगी; क्योंकि प्रभु का रेवड़ बन्दी बना लिया जाएगा।
प्रभु, मैंने उन पर विपत्ति भेजने के लिए तुझ पर जोर नहीं डाला था; तू जानता है कि मैंने विनाश-दिवस की कामना नहीं की थी। जो कुछ मेरे ओंठों से निकला है, वह सब तू जानता है।
काश, मेरा मस्तिष्क सागर होता, मेरी आंखें आँसुओं की झील होती, तो मैं अपने लोगों के महासंहार के कारण दिन-रात फूट-फूट कर रोता।
ओ एफ्रइम, मैं तुझे कैसे त्याग दूं? ओ इस्राएल, मैं तुझे कैसे शत्रु के हाथ में सौंप दूं? मैं तुझे कैसे अदमा नगर के सदृश राख बना दूं? मैं तुझे कैसे सबोईम नगर के समान नष्ट कर दूं? मेरा हृदय बदल गया है! मेरी दया प्रज्वलित हो उठी है।
और बोले, “हाय! कितना अच्छा होता यदि तू, हाँ तू, आज के दिन यह समझ पाता कि किन बातों में तेरी शान्ति है! परन्तु अभी ये बातें तेरी आँखों से छिपी हुई हैं।