तत्पश्चात् वे तुम्हारे पास से चले जाएंगे−वे अपने बच्चों के साथ अपने कुटुम्ब में लौट जाएंगे और अपने पूर्वजों की सम्पत्ति पुन: प्राप्त करेंगे;
रोमियों 6:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोगों पर पाप का कोई अधिकार नहीं रहेगा। अब आप व्यवस्था के नहीं, बल्कि अनुग्रह के अधीन हैं। पवित्र बाइबल तुम पर पाप का शासन नहीं होगा क्योंकि तुम व्यवस्था के सहारे नहीं जीते हो बल्कि परमेश्वर के अनुग्रह के सहारे जीते हो। Hindi Holy Bible और तुम पर पाप की प्रभुता न होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के आधीन नहीं वरन अनुग्रह के आधीन हो॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब तुम पर पाप की प्रभुता न होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के अधीन नहीं वरन् अनुग्रह के अधीन हो। नवीन हिंदी बाइबल तब तुम पर पाप की प्रभुता नहीं होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के अधीन नहीं परंतु अनुग्रह के अधीन हो। सरल हिन्दी बाइबल पाप की तुम पर प्रभुता नहीं रहेगी क्योंकि तुम व्यवस्था के नहीं परंतु अनुग्रह के अधीन हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब तुम पर पाप की प्रभुता न होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के अधीन नहीं वरन् अनुग्रह के अधीन हो। |
तत्पश्चात् वे तुम्हारे पास से चले जाएंगे−वे अपने बच्चों के साथ अपने कुटुम्ब में लौट जाएंगे और अपने पूर्वजों की सम्पत्ति पुन: प्राप्त करेंगे;
तू हम पर पुन: दया करेगा। तू हमारे अधर्म को अपने पैरों तले रौंद डालेगा, प्रभु, तू हमारे समस्त पापों को सागर की अतल गहराई में फेंक देगा।
वह पुत्र को जन्म देंगी और आप उसका नाम येशु रखेंगे, क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से मुक्त करेगा।”
शब्द ने देह धारण कर हमारे बीच निवास किया। हम ने उसकी ऐसी महिमा देखी जैसी पिता के एकलौते पुत्र की महिमा, जो अनुग्रह और सत्य से परिपूर्ण है।
व्यवस्था निश्चय ही मूसा द्वारा दी गयी थी, किन्तु अनुग्रह और सत्य येशु मसीह द्वारा आए।
यदि यह उसकी कृपा द्वारा हुआ, तो निर्वाचन लोगों के कर्मों पर आधारित नहीं है। नहीं तो कृपा, कृपा नहीं रह जाती।
सब कुछ विश्वास पर, और इसलिए अनुग्रह पर ही निर्भर रहता है। वह प्रतिज्ञा न केवल उन लोगों पर, जो व्यवस्था का पालन करते हैं, बल्कि समस्त वंश पर लागू होती है—उन सब पर, जो अब्राहम की तरह विश्वास करते हैं। अब्राहम हम सब के पिता हैं
यह सच है कि मृत्यु का राज्य एक मनुष्य के अपराध के फलस्वरूप—एक ही के द्वारा—प्रारम्भ हुआ, किन्तु इस परिणाम से कहीं अधिक जिन लोगों को परमेश्वर का अनुग्रह तथा धार्मिकता का वरदान प्रचुर मात्रा में मिलेगा, वे एक ही मनुष्य—येशु मसीह के द्वारा—जीवन का राज्य प्राप्त करेंगे।
इस प्रकार हम देखते हैं कि जिस तरह एक ही मनुष्य के अपराध के फलस्वरूप सब को दण्डाज्ञा मिली, उसी तरह एक ही मनुष्य के धार्मिक कार्य के फलस्वरूप सब को पापमुक्ति और जीवन मिला।
अब आप लोग अपने मरणशील शरीर में पाप का राज्य स्वीकार नहीं करें और उसकी वासनाओं के अधीन नहीं रहें।
तो, क्या हम इसलिए पाप करें कि हम व्यवस्था के नहीं, बल्कि अनुग्रह के अधीन हैं? कदापि नहीं!
इसलिए, भाइयो और बहिनो! हम ऋणी तो हैं, किन्तु शारीरिक स्वभाव के नहीं कि हम उसके अनुसार जीवन बिताएँ।
क्योंकि, ओ मनुष्य! पवित्र आत्मा के विधान ने, जो येशु मसीह द्वारा जीवन प्रदान करता है, तुझ को पाप तथा मृत्यु के नियम से मुक्त कर दिया है।
विश्वास के आगमन से पहले हम को उसके प्रकट होने के समय तक व्यवस्था के संरक्षण में बन्दी बना दिया गया था।
आप जो व्यवस्था के अधीन रहना चाहते हैं, मुझे यह बताइए : क्या आप यह नहीं सुनते कि व्यवस्था क्या कहती है?
येशु ने हमारे लिए अपने को बलि चढ़ाया, जिससे वह हमें हर प्रकार की बुराई से मुक्त करें और हमें एक ऐसी प्रजा बनायें, जो शुद्ध हो, जो उनकी अपनी हो और जो भलाई करने के लिए उत्सुक हो।
प्रभु यह कहता है : वह समय बीत जाने के बाद मैं इस्राएल के लिए यह विधान निर्धारित करूँगा-मैं अपने नियम उनके मन में रख दूँगा, मैं उन्हें उनके हृदय पर अंकित करूँगा। मैं उनका परमेश्वर होऊंगा और वे मेरी प्रजा होंगे।