“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मेरा वचन सुनता और जिसने मुझे भेजा, उस में विश्वास करता है, उसे शाश्वत जीवन प्राप्त है। वह दोषी नहीं ठहराया जाएगा। वह तो मृत्यु को पार कर जीवन में प्रवेश कर चुका है।
रोमियों 3:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि हम मानते हैं कि मनुष्य व्यवस्था के कर्मकाण्ड से पृथक ही, विश्वास के द्वारा धार्मिक ठहरता है। पवित्र बाइबल कोई व्यक्ति व्यवस्था के कामों के अनुसार चल कर नहीं बल्कि विश्वास के द्वारा ही धर्मी बन सकता है। Hindi Holy Bible इसलिये हम इस परिणाम पर पहुंचते हैं, कि मनुष्य व्यवस्था के कामों के बिना विश्वास के द्वारा धर्मी ठहरता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये हम इस परिणाम पर पहुँचते हैं कि मनुष्य व्यवस्था के कामों से अलग ही, विश्वास के द्वारा धर्मी ठहरता है। नवीन हिंदी बाइबल इसलिए हम यह मानते हैं कि मनुष्य व्यवस्था के कार्यों से अलग, विश्वास से धर्मी ठहराया जाता है। सरल हिन्दी बाइबल हमारी मान्यता यह है: मनुष्य व्यवस्था का सिर्फ पालन करने के द्वारा नहीं परंतु अपने विश्वास द्वारा धर्मी घोषित किया जाता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए हम इस परिणाम पर पहुँचते हैं, कि मनुष्य व्यवस्था के कामों के बिना विश्वास के द्वारा धर्मी ठहरता है। |
“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मेरा वचन सुनता और जिसने मुझे भेजा, उस में विश्वास करता है, उसे शाश्वत जीवन प्राप्त है। वह दोषी नहीं ठहराया जाएगा। वह तो मृत्यु को पार कर जीवन में प्रवेश कर चुका है।
मेरे पिता की इच्छा यह है कि जो पुत्र को देखे और उस में विश्वास करे, उसे शाश्वत जीवन प्राप्त हो। मैं उसे अन्तिम दिन पुनर्जीवित कर दूँगा।”
उसने इस युग में अपनी धार्मिकता का प्रमाण देना चाहा, जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि वह स्वयं धार्मिक है और उन सब को धार्मिक ठहराता है, जो येशु में विश्वास करते हैं।
जो कर्म नहीं करता, किन्तु उस में विश्वास करता है, जो अधर्मी को धार्मिक बनाता है तो उसका यह विश्वास धार्मिकता माना जाता है।
यदि हम विश्वास के कारण धार्मिक ठहराए गए हैं, तो हमें हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा परमेश्वर में शान्ति प्राप्त होती है।
मानव स्वभाव की दुर्बलता के कारण मूसा की व्यवस्था जो कार्य करने में असमर्थ थी, वह कार्य परमेश्वर ने कर दिया है। उसने पाप के प्रायश्चित्त के लिए अपने पुत्र को भेजा, जिसने पापी मनुष्य के सदृश शरीर धारण किया। इस प्रकार परमेश्वर ने मानव शरीर में पाप को दण्डित किया,
आप लोगों में से कुछ ऐसे ही थे। किन्तु अब प्रभु येशु मसीह के नाम पर और हमारे परमेश्वर के आत्मा के द्वारा आप धोये गए तथा पवित्र किये गए और धार्मिक ठहराये गये हैं।
फिर भी हम जानते हैं कि मनुष्य व्यवस्था के कर्मकाण्ड द्वारा नहीं, बल्कि येशु मसीह में विश्वास करने से धार्मिक ठहरता है। इसलिए हमने येशु मसीह में विश्वास किया है, जिससे हम व्यवस्था के कर्मकाण्ड द्वारा नहीं, बल्कि मसीह में विश्वास करने से धार्मिक ठहराये जायें; क्योंकि व्यवस्था के कर्मकाण्ड द्वारा “कोई भी मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में धार्मिक नहीं ठहरेगा।”
इस प्रकार मसीह के पास लाने के लिए व्यवस्था हमारी सरंक्षक रही, जिससे हम विश्वास के द्वारा धार्मिक ठहरें।
धर्मग्रन्थ पहले से यह जानता था कि परमेश्वर विश्वास द्वारा गैर-यहूदियों को धार्मिक ठहरायेगा, इसलिए उसने पहले से अब्राहम को यह शुभ समाचार सुनाया कि “तेरे द्वारा पृथ्वी की समस्त जातियाँ आशीर्वाद प्राप्त करेंगी।”
और उनके साथ पूर्ण रूप से एक हो जाऊं। मुझे अपनी धार्मिकता का नहीं, जो व्यवस्था के पालन से मिलती है, बल्कि उस धार्मिकता का भरोसा है, जो मसीह में विश्वास करने से मिलती है। उस धार्मिकता का उद्गम परमेश्वर है और उसका आधार विश्वास है।
जिससे हम उसकी कृपा द्वारा धार्मिक ठहराये जायें और शाश्वत जीवन के उत्तराधिकारी बनने की आशा कर सकें।
और ऐसे मनुष्य से कोई कह सकता है, “तुम विश्वास करते हो, किन्तु मैं उसके अनुसार आचरण करता हूँ। मुझे अपना विश्वास दिखाओ जिस पर तुम नहीं चलते और मैं अपने आचरण द्वारा तुम्हें अपने विश्वास का प्रमाण दूँगा।”
आप लोग देखते हैं कि मनुष्य केवल विश्वास से नहीं, बल्कि कर्मों से धार्मिक ठहराया जाता है।