सम्भवत: आपके प्रभु परमेश्वर ने मुख्य साकी के शब्द सुने हैं, जिसको असीरिया के राजा ने जीवित परमेश्वर का मजाक उड़ाने के लिए भेजा था। अब आपका प्रभु परमेश्वर उन शब्दों को झूठा सिद्ध करे। कृपया, जो व्यक्ति शेष रह गए हैं, उनके लिए प्रार्थना कीजिए।’
शुभ समाचार की दृष्टि से, वे तो आप गैर-यहूदियों के कारण परमेश्वर के शत्रु हैं; किन्तु निर्वाचन की दृष्टि से, वे पूर्वजों के कारण परमेश्वर के कृपापात्र हैं;
उसके दोनों बच्चों का जन्म भी नहीं हुआ था और उन्होंने उस समय तक कोई पाप या पुण्य का काम नहीं किया था, जब रिबका से यह कहा गया, “अग्रज अपने अनुज के अधीन रहेगा।” यह इसलिए हुआ कि परमेश्वर के निर्वाचन का उद्देश्य बना रहे, जो मनुष्य के कर्मों पर नहीं, बल्कि बुलाने वाले के निर्णय पर निर्भर है।
नबी यशायाह इस्राएल के विषय में पुकार कर कहते हैं, “इस्राएलियों की संख्या समुद्र के बालू-कणों के सदृश क्यों न हो, फिर भी उन में अवशेष मात्र मुक्ति पायेगा,