अब तू मुझे अकेला छोड़ दे कि मेरी क्रोधाग्नि उनके विरुद्ध प्रज्वलित हो और मैं उनको भस्म करूँ। परन्तु मैं तुझको एक महान् राष्ट्र बनाऊंगा।’
रोमियों 10:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) भाइयो और बहिनो! मेरी हार्दिक अभिलाषा और परमेश्वर से मेरी प्रार्थना यह है कि इस्राएली मुक्ति प्राप्त करें। पवित्र बाइबल हे भाईयों, मेरे हृदय की इच्छा है और मैं परमेश्वर से उन सब के लिये प्रार्थना करता हूँ कि उनका उद्धार हो। Hindi Holy Bible हे भाइयो, मेरे मन की अभिलाषा और उन के लिये परमेश्वर से मेरी प्रार्थना है, कि वे उद्धार पाएं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे भाइयो, मेरे मन की अभिलाषा और उनके लिये परमेश्वर से मेरी प्रार्थना है कि वे उद्धार पाएँ। नवीन हिंदी बाइबल हे भाइयो, मेरे मन की अभिलाषा और उनके लिए परमेश्वर से यह प्रार्थना है कि वे उद्धार पाएँ। सरल हिन्दी बाइबल प्रिय भाई बहिनो, उनका उद्धार ही मेरी हार्दिक अभिलाषा तथा परमेश्वर से मेरी प्रार्थना का विषय है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे भाइयों, मेरे मन की अभिलाषा और उनके लिये परमेश्वर से मेरी प्रार्थना है, कि वे उद्धार पाएँ। |
अब तू मुझे अकेला छोड़ दे कि मेरी क्रोधाग्नि उनके विरुद्ध प्रज्वलित हो और मैं उनको भस्म करूँ। परन्तु मैं तुझको एक महान् राष्ट्र बनाऊंगा।’
अपने सेवक अब्राहम, इसहाक और इस्राएल को स्मरण कर, जिनसे तूने स्वयं अपनी शपथ खाई थी, और उनसे कहा था, “मैं तुम्हारे वंश को आकाश के तारों के सदृश असंख्य करूँगा। मैं यह समस्त देश, जिसकी प्रतिज्ञा मैंने की थी, तेरे वंश को प्रदान करूँगा। वे उस पर सदा अधिकार रखेंगे।” ’
प्रभु, मैंने उन पर विपत्ति भेजने के लिए तुझ पर जोर नहीं डाला था; तू जानता है कि मैंने विनाश-दिवस की कामना नहीं की थी। जो कुछ मेरे ओंठों से निकला है, वह सब तू जानता है।
क्या भलाई का बदला बुराई है? फिर भी उन्होंने मेरा प्राण लेने के लिए गड्ढा खोदा है। प्रभु, स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिए तेरे सम्मुख खड़ा होकर तुझ से विनती करता था कि तेरा क्रोध उनसे दूर हो जाए।
“ओ यरूशलेम! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्या करती और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्तान को एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।
यह नहीं कि मुझे किसी मनुष्य की साक्षी की आवश्यकता है; किन्तु मैं यह इसलिए कहता हूँ कि तुम लोग मुक्ति पा सको।
मैं उनके विषय में यह साक्षी दे सकता हूँ कि उन में परमेश्वर के प्रति उत्साह है, किन्तु यह उत्साह विवेकपूर्ण नहीं है।
जैसे कि धर्मग्रन्थ में लिखा है, “देखो, मैं सियोन में ठोकर का पत्थर, लोगों को गिराने वाली शिला रख रहा हूँ। परन्तु जो उस पर विश्वास करता है, उसे लज्जित नहीं होना पड़ेगा।”
जहाँ तक मेरा प्रश्न है : प्रभु ऐसा न करे कि मैं तुम्हारे लिए प्रार्थना करना छोड़ दूँ, और इस प्रकार प्रभु के प्रति पाप करूँ! मैं तुम्हें सच्चे और सीधे मार्ग की शिक्षा देता रहूँगा।
‘मुझे दु:ख है कि मैंने शाऊल को राजा बनाया; क्योंकि उसने मेरा अनुसरण करने से मुँह मोड़ लिया है। उसने मेरे वचनों के अनुसार कार्य नहीं किया है।’ शमूएल क्रुद्ध हुआ। वह रात भर प्रभु की दुहाई देता रहा।
शमूएल ने अपनी मृत्यु के दिन तक, फिर कभी शाऊल का मुँह नहीं देखा। वह शाऊल के लिए शोक करता रहा। प्रभु दुखित था कि उसने शाऊल को इस्राएलियों का राजा बनाया।