योएल 3:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तब तुम्हें अनुभव होगा, कि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं, और मैं अपने पवित्र पर्वत सियोन पर निवास करता हूं। यरूशलेम पवित्र नगर बनेगा, और उसके मार्ग से विदेशी कभी नहीं जा सकेंगे। पवित्र बाइबल तब तुम जान जाओगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। मैं सिय्योन पर बसता हूँ जो मेरा पवित्र पर्वत है। यरूशलेम पवित्र बन जायेगा। फिर पराये कभी भी उसमें से होकर नहीं जा पायेंगे। Hindi Holy Bible इस प्रकार तुम जानोगे कि यहोवा जो अपने पवित्र पर्वत सिय्योन पर वास किए रहता है, वही हमारा परमेश्वर है। और यरूशलेम पवित्र ठहरेगा, और परदेशी उस में हो कर फिर न जाने पाएंगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस प्रकार तुम जानोगे कि यहोवा जो अपने पवित्र पर्वत सिय्योन पर वास किए रहता है, वही हमारा परमेश्वर है। यरूशलेम पवित्र ठहरेगा, और परदेशी उस में होकर फिर न जाने पाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल “तब तुम जानोगे कि मैं, याहवेह ही तुम्हारा परमेश्वर हूं, जो अपने पवित्र पर्वत, ज़ियोन पर निवास करता हूं. येरूशलेम एक पवित्र स्थान होगा; परदेशी फिर कभी उस पर आक्रमण न कर पाएंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस प्रकार तुम जानोगे कि यहोवा जो अपने पवित्र पर्वत सिय्योन पर वास किए रहता है, वही हमारा परमेश्वर है। और यरूशलेम पवित्र ठहरेगा, और परदेशी उसमें होकर फिर न जाने पाएँगे। |
सियोन पर विराजने वाले प्रभु का गुणगान करो; जाति-जाति के लोगों में उसके कार्य प्रकट करो।
‘मैंने इस्राएलियों का बक-बकाना सुना है। तू उनसे यह कह, “तुम गोधूलि के समय मांस खाओगे और प्रात:काल रोटी से तृप्त होगे। तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूं।” ’
मेरे समस्त पवित्र पर्वत पर वे न किसी को दु:ख देंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे; क्योंकि मुझ-प्रभु के ज्ञान से पृथ्वी परिपूर्ण हो जाएगी, जैसे जल से समुद्र भरा रहता है।
ओ सियोन के निवासियो, जयजयकार करो, आनन्द से गीत गाओ; तुम्हारे मध्य रहनेवाला इस्राएल का पवित्र परमेश्वर महान है।”
वहां एक राजमार्ग होगा, वह ‘पवित्र मार्ग’ कहलाएगा। कोई अपवित्र प्राणी उस पर नहीं चलेगा। मूर्ख उस पर पैर भी नहीं रख सकेंगे।
सियोन में बचे हुए व्यक्ति, यरूशलेम में शेष रहे पुरुष, सब जिनके नाम वहाँ ‘जीवन की पुस्तक’ में लिखे हुए हैं, पवित्र कहलाएंगे।
मैं अपना उद्धार तुम्हारे समीप ला रहा हूं, अब वह तुमसे बहुत दूर नहीं है। मेरी ओर से उद्धार में देर नहीं होगी। मैं सियोन को अपना उद्धार, और इस्राएल को अपनी महिमा प्रदान करूंगा।
ओ सियोन, जाग, जाग! अपना बल धारण कर! ओ पवित्र नगर यरूशलेम, अपने सुन्दर वस्त्र पहिन! अब खतना-रहित और अशुद्ध विधर्मी तुझ में प्रवेश नहीं करेंगे।
उनको मैं अपने पवित्र पर्वत पर लाऊंगा; अपने प्रार्थनाघर में उन्हें आनन्द प्रदान करूंगा। जब वे वेदी पर अपनी अग्निबलि तथा अन्न-बलि चढ़ाएंगे तब मैं उनकी बलि स्वीकार करूंगा; क्योंकि मेरा घर सब जातियों के लिए प्रार्थना का घर कहलागा।’
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : ‘जब मैं यहूदा प्रदेश के निवासियों की समृद्धि लौटा दूंगा, तब वे पुन: अपने नगरों में, यहूदा प्रदेश में यह कह कर सियोन की प्रशंसा करेंगे : “ओ पवित्र सियोन पर्वत, धर्म से परिपूर्ण नगर यरूशलेम! प्रभु तुझ पर आशिष की वर्षा करता रहे।”
सम्पूर्ण घाटी, जहां लाशें और राख के ढेर पड़े हैं, तथा किद्रोन नाले तक के सब खेत और पूर्व के अश्व-द्वार के कोने तक की समस्त भूमि मुझ-प्रभु के लिए पवित्र मानी जाएगी। ‘यह नगर फिर कभी ध्वस्त नहीं होगा, और न यह ढाया ही जाएगा।’
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : इस्राएल के सब वंशज अपने देश में, इस्राएल देश के उच्च पहाड़ी शिखर पर, मेरे पवित्र पर्वत पर मेरी आराधना करेंगे। वहां मैं उनकी सेवा-आराधना को स्वीकार करूंगा। वहीं मैं तुम्हारी सब प्रकार की बलि, सर्वोत्तम वस्तुएं, उपहार, तुम्हारी पवित्र भेंट लूंगा।
मैं तुममें नसें भरूंगा और तुम्हारे कंकाल पर मांस चढ़ाऊंगा। मैं उसको त्वचा से ढकूंगा, और तुम्हें प्राण से परिपूर्ण कर दूंगा। तब तुम जीवित हो जाओगी और तुम्हें अनुभव होगा कि मैं ही प्रभु हूं।” ’
मन्दिर का धर्म-नियम यह है: पहाड़ के शिखर के चारों ओर का सम्पूर्ण भूमि-क्षेत्र परम पवित्र माना जाएगा। ओ मानव, देख, मेरे भवन का यही धर्म-नियम है।
‘इसलिए मैं स्वामी-प्रभु यह कहता हूँ: इस्राएली समाज के मध्य रहनेवाला अन्य कौम का कोई भी व्यक्ति, मन और शरीर से बेख़तना विजातीय मनुष्य, मेरे पवित्र स्थान में प्रवेश नहीं करेगा।
वह समुद्र और तेजोमय पवित्र पर्वत के मध्य अपने राजसी तम्बू गाड़ेगा। तो भी उसका अन्त होगा ही। उसको बचाने वाला कोई न होगा।
स्वामी, अपने धर्ममय आचरण के अनुरूप अपना क्रोध और प्रकोप यरूशलेम से हटा ले। प्रभु, यरूशलेम नगर तेरा ही पवित्र पहाड़ी नगर है। हमारे पूर्वजों के पापमय और हमारे ही अधर्ममय आचरण के कारण यरूशलेम नगर और तेरे निज लोग आसपास के राष्ट्रों में बदनाम हो गए हैं।
तब तुम्हें अनुभव होगा कि मैं ही इस्राएल के मध्य में उपस्थित हूं। तुम जानोगे कि मैं ही तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं। मेरे अतिरिक्त और कोई ईश्वर नहीं है। मेरे निज लोग फिर कभी लज्जित नहीं होंगे।
जिन राष्ट्रों ने उनकी हत्या की है, उनसे मैं प्रतिशोध लूंगा, मैं उनकी हत्या के अपराध को क्षमा नहीं करूंगा।’ प्रभु सियोन पर्वत पर निवास करता है।
लंगड़े-लूलों को मैं इस्राएल का शेष-राष्ट्र बनाऊंगा। जिन्हें त्याग दिया गया था, उन्हें मैं एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाऊंगा। आज से युगानुयुग तक मैं-प्रभु सियोन पर्वत से उन पर राज्य करूंगा।’
देखो, पहाड़ों से शुभ-सन्देश सुनानेवाला, शान्ति की घोषणा करनेवाला आ रहा है। ओ यहूदा वंशियो! अब अपने यात्रा-पर्व मनाओ, अपनी मन्नतों को पूरा करो। अब अधम व्यक्ति तुम्हारे प्रदेश से कभी नहीं गुजरेगा। वह पूर्णत: नष्ट कर दिया गया।
प्रभु यों कहता है: मैं सियोन पर्वत को लौटूंगा। मैं यरूशलेम के मध्य निवास करूंगा और यरूशलेम “सत्य नगर” कहलाएगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का पर्वत “पवित्र पर्वत” होगा।
लेकिन उस में न तो कोई अपवित्र वस्तु प्रवेश कर पायेगी और न कोई ऐसा व्यक्ति, जो घृणित काम करता या झूठ बोलता है। वे ही प्रवेश कर पायेंगे, जिनके नाम मेमने के जीवन-ग्रन्थ में अंकित हैं।