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योएल 2:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

वह अंधकार का, घोर अंधकार का दिन है। उस दिन बादल छा जाएंगे, और सघन अंधकार फैल जाएगा। गहन कालिमा के सदृश शक्‍तिशाली असंख्‍य टिड्डी-सेना पहाड़ी पर बिछी है। ऐसी सेना प्राचीनकाल में न हुई थी, और न इसके पश्‍चात् आगामी पीढ़ियों में कभी होगी।

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पवित्र बाइबल

वह दिन अंधकार भरा होगा, वह दिन उदासी का होगा, वह दिन काला होगा और वह दिन दुर्दिन होगा। भोर की पहली किरण के साथ तुम्हें पहाड़ पर सेना फैलती हुई दिखाई देगी। वह सेना विशाल और शक्तिशीली भी होगी। ऐसा पहले तो कभी भी घटा नहीं था और आगे भी कभी ऐसा नहीं घटेगा, न ही भूत काल में, न ही भविष्य में।

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Hindi Holy Bible

वह अन्धकार और तिमिर का दिन है, वह बदली का दिन है और अन्धियारे का सा फैलता है। जैसे भोर का प्रकाश पहाड़ों पर फैलता है, वैसे ही एक बड़ी और सामर्थी जाति आएगी; प्राचीनकाल में वैसी कभी न हुई, और न उसके बाद भी फिर किसी पीढ़ी में होगी॥

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

वह अन्धकार और तिमिर का दिन है, वह बदली का दिन है और अन्धियारे का सा फैलता है। जैसे भोर का प्रकाश पहाड़ों पर फैलता है, वैसे ही एक बड़ी और सामर्थी जाति आएगी; प्राचीनकाल में वैसी कभी न हुई, और न उसके बाद भी फिर किसी पीढ़ी में होगी।

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सरल हिन्दी बाइबल

वह अंधकार और धुंधलेपन का दिन है, वह बादलों से भरा अंधकार का दिन है. जैसे पहाड़ों पर भोर का उजियाला फैलता है वैसे ही एक बड़ी और शक्तिशाली सेना चली आती है, ऐसा जो पूर्वकाल में कभी नहीं हुआ है, और न ही आनेवाले समय में कभी ऐसा होगा.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

वह अंधकार और अंधेरे का दिन है, वह बादलों का दिन है और अंधियारे के समान फैलता है। जैसे भोर का प्रकाश पहाड़ों पर फैलता है, वैसे ही एक बड़ी और सामर्थी जाति आएगी; प्राचीनकाल में वैसी कभी न हुई, और न उसके बाद भी फिर किसी पीढ़ी में होगी। (मत्ती 24:21)

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योएल 2:2
34 क्रॉस रेफरेंस  

वह अपने हृदय में यह सोचता है, “मैं अटल हूँ। मैं पीढ़ी से पीढ़ी तक संकट में नहीं पड़ूंगा।”


प्रभु के चारों ओर मेघ और सघन अन्‍धकार है; धार्मिकता और न्‍याय उसके सिंहासन के मूल हैं।


टिड्डी दल समस्‍त मिस्र देश पर टूट पड़ा। टिड्डियां सारे देश में छा गईं। टिड्डियों का दल इतना विशाल था जितना इससे पूर्व कभी नहीं देखा गया और न कभी इसके पश्‍चात् देखा जाएगा।


वे तेरे महल में, तेरे कर्मचारियों के प्रासादों में और मिस्र निवासियों के सब घरों में भर जाएंगी। इतनी टिड्डियां तेरे बाप-दादा ने, तेरे पूर्वजों ने अपने जन्‍म से आज तक नहीं देखी होंगी।” ’ तब मूसा फरओ के पास से लौटकर बाहर चले गए।


मूसा सघन मेघ के निकट गए, जहाँ परमेश्‍वर था। पर लोग दूर खड़े रहे।


उस दिन वे समुद्र के गर्जन की तरह इस्राएल पर गुर्राएंगे। यदि कोई व्यक्‍ति इस्राएल देश पर दृष्‍टिपात करेगा, तो वह वहाँ यह देखेगा : अन्‍धकार और संकट के बादल! काले बादलों से प्रकाश छिप जाएगा।


और कभी नीचे देखेंगे। परन्‍तु उन्‍हें केवल यह दिखाई देगा: अन्‍धकार, संकट और निराशपूर्ण व्‍यथा। वे गहन अन्‍धकार में ढकेल दिए जाएंगे।


इस के पूर्व कि प्रभु अन्‍धकार की चादर बिछाए, इसके पूर्व कि पहाड़ों पर अन्‍धकार की बदली छाए, और तुम्‍हें ठोकर लगे, ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो, अपने प्रभु परमेश्‍वर की महिमा करो। ऐसा न हो कि जब तुम प्रकाश को खोजो, तब प्रभु प्रकाश को अन्‍धकार में बदल दे, वह प्रकाश को घोर अन्‍धकार बना दे!


कई दिनों के पश्‍चात् प्रभु ने मुझसे कहा, ‘उठ, और फरात नदी के तट पर जा, और वहां से लुंगी निकाल, जो तूने मेरे आदेश के अनुसार छिपा दी थी।’


‘ओ सब राहगीरो! तुम पर यह मुसीबत न आए! मुझे देखो, मुझ पर ध्‍यान दो। जो दु:ख मुझे दिया गया है क्‍या उस दु:ख के तुल्‍य अन्‍य दु:ख हो सकता है? प्रभु ने अपने क्रोध-दिवस पर यह दु:ख मुझे दिया है।


जब मैं तुझको भूमि की सतह से मिटा दूंगा, तब मैं आकाश को ढक दूंगा। उसके तारों को प्रकाशहीन बना दूंगा। मैं सूर्य को मेघों से ढक दूंगा। और चन्‍द्रमा अपना प्रकाश न देगा।


जब किसी चरवाहे की भेड़ें झुण्‍ड में से निकल कर यहां-वहां खो जाती हैं, तब चरवाहा उन खोई हुई भेड़ों को ढूंढ़ता है। वैसे ही मैं चरवाहे की तरह अपनी भेड़ों को खोजूंगा। वे सघन अंधकार के दिन, घोर घटाओं के दिन भटक गई थीं। मैं उनको सब स्‍थानों से छुड़ा कर लाऊंगा।


तू और तेरे सैनिक-दल तथा तेरे साथ अन्‍य कौमों के सैनिक इस देश पर आंधी के समान आक्रमण करेंगे, और काले बादल के समान उसको ढक लेंगे।


“उस समय महा स्‍वर्गदूत मीखाएल, जो तेरी कौम का रक्षक-दूत है, रक्षा के लिए आएगा। वह संकट का समय होगा। राष्‍ट्र की उत्‍पत्ति से लेकर अब तक ऐसा संकट कभी नहीं हुआ। परन्‍तु इसी संकट-काल में तेरी कौम का उद्धार भी किया जाएगा। जिन लोगों के नाम ग्रन्‍थ में लिखे हुए हैं, वे मुक्‍त किए जाएंगे।


हे परमेश्‍वर, जो वचन तूने हमारे प्रति और हम पर शासन करने वाले प्रशासकों के प्रति कहे थे, उनको तूने पूरा किया। तूने हम पर महा विपत्ति ढाही। वस्‍तुत: जैसी विपत्ति यरूशलेम पर ढाही गई वैसी समस्‍त आकाश के नीचे धरती पर और कहीं नहीं पड़ी।


एक राष्‍ट्र ने मेरे देश पर आक्रमण किया है, वह शक्‍तिशाली है, उसके पास असंख्‍य सेना है। उसके सिंह के समान दांत, और सिंहनी के समान दाढ़ हैं।


मेरी विशाल टिड्डी-सेना ने, जो मैंने तुम्‍हारे मध्‍य भेजी थी, उड़नेवाली, फुदकनेवाली, छीलनेवाली और कुतरनेवाली टिड्डियों ने जितनी फसल खाई थी, उसका दुगुना मैं तुम्‍हें दूंगा।


मुझ-प्रभु के महान और आतंकपूर्ण दिन के आने के पूर्व सूर्य अंधकार में बदल जाएगा, और चन्‍द्रमा रक्‍त में।


वे पहाड़ों की चोटियों पर कूद रहे हैं। उनके पंखों की सरसराहट रथों की खड़खड़ाहट जैसी सुनाई दे रही है; अथवा आग में धधकती खूँटियों की चटचटाहट है। टिड्डी-दल मानो युद्ध में पंिक्‍तबद्ध असंख्‍य सेना है।


‘ओ सोर और सीदोन नगर-राज्‍यो, ओ पलिश्‍तीन देश के पंच राज्‍यो! तुम्‍हारा मुझसे क्‍या सम्‍बन्‍ध? क्‍या तुम मेरे काम का प्रतिफल मुझे दोगे? यदि तुम मुझे मेरा प्रतिफल चुका रहे हो तो मैं अविलम्‍ब, तुरन्‍त, तुम्‍हारे सिर पर तुम्‍हारे कामों का प्रतिफल मढ़ूंगा।


देखो, जो पहाड़ों को आकार देता है, और हवा को उत्‍पन्न करता है, जो मनुष्‍य के विचारों को उस पर प्रकट करता है, जो प्रकाश और अन्‍धकार को रचता है, और पृथ्‍वी के पहाड़ों पर चलता है, वह प्रभु है। उसका नाम प्रभु, स्‍वर्गिक सेनाओं का परमेश्‍वर है।


स्‍वामी-प्रभु के सम्‍मुख शान्‍त रहो। प्रभु का दिन समीप आ गया। प्रभु ने बलि चढ़ाने की तैयारी पूर्ण की; उसने अपने अतिथियों को शुद्ध किया।


उस दिन न ठण्‍ड पड़ेगी, न गर्मी और न पाला पड़ेगा।


क्‍योंकि उन दिनों ऐसा घोर संकट होगा, जैसा सृष्‍टि के आरम्‍भ से अब तक न कभी हुआ है और न कभी होगा।


क्‍योंकि उन दिनों ऐसा दु:ख-कष्‍ट होगा, जैसा परमेश्‍वर-रचित सृष्‍टि के प्रारम्‍भ से अब तक न कभी हुआ है और न कभी होगा।


बीते हुए दिनों को स्‍मरण कर, प्रत्‍येक पीढ़ी के वर्षों पर विचार कर; अपने पिता से पूछ, और वह तुझ पर प्रकट करेगा; अपने धर्मवृद्धों से पूछ, और वे तुझ को बताएंगे।


आप लोग ऐसे स्‍थूल तत्व के निकट नहीं पहुँचे हैं, जिसे आप स्‍पर्श कर सकते हैं। यहाँ न तो धधकती अग्‍नि है और न काले बादल; न घोर अन्‍धकार और न झंझावात;


ये समुद्र की उद्दाम लहरें हैं, जो अपनी लज्‍जाजनक वासनाओं का फेन उछालती हैं। ये उल्‍काओं के सदृश हैं। इनके लिए गहरा अन्‍धकार अनन्‍त काल तक रख छोड़ा गया है।


उसने अगाध गर्त्त का विवर खोला। इस पर विवर में से दूआँ निकला, जो बड़ी भट्टी के धूएँ-जैसा था और विवर के धूएँ से सूर्य और वायुमण्‍डल अन्‍धकारमय हो गया।