दाऊद ने बालक के लिए परमेश्वर से अनुनय-विनय की। उसने उपवास किया। वह महल में आया। वह रात भर भूमि पर पड़ा रहा।
योएल 1:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ पुरोहितो, पश्चात्ताप के लिए, टाट-वस्त्र पहिनो, और रोओ। ओ प्रभु-वेदी के सेवको, विलाप करो। ओ मेरे परमेश्वर के सेवको, पवित्र स्थान में जाओ, और रात-भर पश्चात्ताप के लिए टाट-वस्त्र पहिने रहो, क्योंकि विपत्ति के कारण अब आराधक तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और पेयबलि नहीं चढ़ाते। पवित्र बाइबल हे याजकों, शोक वस्त्र धारण करो, जोर से विलाप करो। हे वेदी के सेवकों, जोर से विलाप करो। हे मेरे परमेश्वर के दासों, अपने शोक वस्त्रों में तुम सो जाओगा। क्योंकि अब वहाँ अन्न और पेय भेंट परमेश्वर के मन्दिर में नहीं होंगी। Hindi Holy Bible हे याजको, कटि में टाट बान्ध कर छाती पीट-पीट के रोओ! हे वेदी के टहलुओ, हाय, हाय, करो। हे मेरे परमेश्वर के टहलुओ, आओ, टाट ओढ़े हुए रात बिताओ! क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और अर्घ अब नहीं आते॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे याजको, कटि में टाट बाँधकर छाती पीट–पीट के रोओ! हे वेदी के टहलुओ, हाय, हाय, करो। हे मेरे परमेश्वर के टहलुओ, आओ, टाट ओढ़े हुए रात बिताओ! क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और अर्घ अब नहीं आते। सरल हिन्दी बाइबल हे पुरोहितो, शोक-वस्त्र पहनकर विलाप करो; तुम जो वेदी पर सेवा करते हो, विलाप करो. तुम जो मेरे परमेश्वर की सेवा करते हो, आओ, और शोक-वस्त्र पहनकर रात बिताओ; क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और पेय बलि चढ़ाना बंद कर दिया गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे याजकों, कमर में टाट बाँधकर छाती पीट-पीट के रोओ! हे वेदी के टहलुओ, हाय, हाय, करो। हे मेरे परमेश्वर के टहलुओ, आओ, टाट ओढ़े हुए रात बिताओ! क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और अर्घ अब नहीं आते। |
दाऊद ने बालक के लिए परमेश्वर से अनुनय-विनय की। उसने उपवास किया। वह महल में आया। वह रात भर भूमि पर पड़ा रहा।
जब अहाब ने ये वचन सुने तब उसने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। उसने अपने शरीर पर टाट धारण किया। वह उपवास करने लगा। वह टाट-पट्टी पर सोता था। वह ग्लानि से सिर झुकाकर चलता-फिरता था।
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
किन्तु तुम ‘प्रभु के पुरोहित’ कहलाओगे; अन्य जातियों के लोग तुम्हें ‘हमारे परमेश्वर के सेवक’ कहेंगे। तुम राष्ट्रों की धन-सम्पत्ति भोगोगे, उनके वैभव से तुम्हारा ऐश्वर्य बढ़ेगा।
अत: पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहनो; शोक मनाओ, और रोओ। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि तुम से अभी दूर नहीं हुई है।’
मैं पर्वतों के लिए रोऊंगा, शोक मनाऊंगा; निर्जन प्रदेश के चरागाह के लिए विलाप करूंगा; क्योंकि वे उजाड़ हो गए हैं, राहगीर उधर से अब नहीं गुजरते। पशुओं का रंभाना भी नहीं सुनाई देता। आकाश के पक्षी उनको छोड़ चले गए हैं; जंगली पशु भी भाग गए हैं।
ओ मानव, छाती पीटकर रो, और शोक मना; क्योंकि मेरी तलवार मेरे ही निज लोगों के विरुद्ध, मियान से निकली है। इस्राएल के समस्त उच्चाधिकारी भी मेरे निज लोगों के साथ तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। इसलिए तू छाती पीट-पीटकर रो।
उन्होंने तेरे विनाश के कारण अपना सिर मुंड़ा लिया है; और मृत्यु-शोक प्रकट करने के लिए कमर में टाट का वस्त्र पहिना है। वे शोक-संतप्त हृदय से तेरे लिए रो रहे हैं; वे छाती पीट-पीटकर शोक मना रहे हैं।
उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए कमर में टाट के वस्त्र पहिन लिये हैं। आतंक ने उनको ढक लिया है। उनके चेहरे से ग्लानि टपक रही है। उन्होंने पश्चात्ताप के कारण अपने सिरों को मूंड़ लिया है।
प्रभु का यह सन्देश है : ‘अब भी तुम पूर्ण हृदय से उपवास करते, शोक मनाते और रोते हुए मेरे पास लौटो। पश्चात्ताप करने के लिए
कौन जानता है, प्रभु लौटे और पछताए, और अपने पीछे आशिष छोड़ जाए? तब तुम अपने प्रभु परमेश्वर को अन्नबलि और पेयबलि चढ़ा सकोगे।
मन्दिर के आंगन और वेदी के मध्य खड़े होकर, रोते हुए प्रभु के सेवक, पुरोहित यह कहें : ‘हे प्रभु, अपने निज लोगों पर दया कर। अपनी मीरास को बदनाम मत कर। वे अन्य राष्ट्रों में कहावत न बनें। अन्य राष्ट्रों के लोग यह क्यों कहें, “कहां है उनका ईश्वर?” ’
इनके साथ चढ़ाई जाने-वाली पेय-बलि इस प्रकार है : प्रत्येक बछड़े के साथ साढ़े तीन लिटर अंगूर का रस; मेढ़े के साथ अढ़ाई लिटर अंगूर का रस, और प्रत्येक मेमने के साथ दो लिटर अंगूर का रस। यह मासिक अग्निबलि है, वर्ष के प्रत्येक महीने के लिए है।
उसकी पेय-बलि में प्रत्येक मेमने के साथ दो लिटर अंगूर का रस होगा। तुम मुझ-प्रभु को अंगूर के रस की पेय-बलि पवित्र स्थान में चढ़ाना।
तुम नव चन्द्र की अग्नि-बलि तथा उसकी अन्न-बलि, निरन्तर अग्नि-बलि और उसकी अन्न-बलि तथा इन सबकी पेय-बलि आदेशानुसार अर्पित करने के अतिरिक्त, इसे भी सुखद सुगन्ध, प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि के रूप में चढ़ाना।
क्या आप लोग यह नहीं जानते कि मन्दिर में धर्मसेवा करने वालों को मन्दिर से भोजन मिलता है और वेदी की सेवा करने वाले वेदी के चढ़ावे के भागीदार हैं?
वे मसीह के सेवक हैं? मैं नादानी की झोंक में कहता हूँ कि मैं इस में उन से बढ़ कर हूँ। मैंने उन से अधिक परिश्रम किया, अधिक समय बन्दीगृह में बिताया और अधिक बार कोड़े खाए। मैं बारम्बार मौत के मुँह में पड़ा।
उसने हमें एक नये विधान के सेवक होने के योग्य बनाया है और यह विधान अक्षरों में लिखी हुई व्यवस्था का नहीं, बल्कि आत्मा का है; क्योंकि अक्षर तो मृत्यु-जनक है, किन्तु आत्मा जीवनदायक है।
किन्तु हम हर परिस्थिति में स्वयं को परमेश्वर के योग्य सेवक प्रमाणित करते हैं : हम कष्ट, अभाव और संकट को बड़े धीरज से सहन करते हैं।
मैं अपने दो सािक्षयों को आदेश दूँगा कि वे उन बारह सौ साठ दिनों तक टाट ओढ़े नबूवत करते रहें।”