लोट घर से निकलकर अपने भावी दामादों के पास गया, जो उसकी पुत्रियों से विवाह करने वाले थे। उसने उनसे कहा, ‘उठो, और इस स्थान से निकल चलो; क्योंकि प्रभु इस नगर को नष्ट करने वाला है।’ परन्तु उसके दामादों ने समझा कि वह उनसे मजाक कर रहा है।
यूहन्ना 9:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहूदी धर्मगुरुओं को विश्वास नहीं हो रहा था कि वह अन्धा था और अब देखने लगा है। इसलिए उन्होंने उसके माता-पिता को बुलाया पवित्र बाइबल यहूदी नेताओं ने उस समय तक उस पर विश्वास नहीं किया कि वह व्यक्ति अंधा था और उसे आँखों की ज्योति मिल गयी है। जब तक उसके माता-पिता को बुलाकर Hindi Holy Bible परन्तु यहूदियों को विश्वास न हुआ कि यह अन्धा था और अब देखता है जब तक उन्होंने उसके माता-पिता को जिस की आंखे खुल गईं थी, बुलाकर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु यहूदियों को विश्वास न हुआ कि वह अंधा था और अब देखता है, जब तक उन्होंने उसके, जिसकी आँखें खुल गईं थीं, माता–पिता को बुलाकर नवीन हिंदी बाइबल यहूदियों ने उसकी इस बात पर कि वह अंधा था और अब देखने लगा, तब तक विश्वास नहीं किया जब तक कि उस दृष्टि पानेवाले के माता-पिता को बुलवाकर सरल हिन्दी बाइबल यहूदी अगुएं यह विश्वास ही नहीं कर पा रहे थे कि वह, जो पहले अंधा था, अब देख सकता है. इसलिये उन्होंने उसके माता-पिता को बुलवाया इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु यहूदियों को विश्वास न हुआ कि यह अंधा था और अब देखता है जब तक उन्होंने उसके माता-पिता को जिसकी आँखें खुल गई थी, बुलाकर |
लोट घर से निकलकर अपने भावी दामादों के पास गया, जो उसकी पुत्रियों से विवाह करने वाले थे। उसने उनसे कहा, ‘उठो, और इस स्थान से निकल चलो; क्योंकि प्रभु इस नगर को नष्ट करने वाला है।’ परन्तु उसके दामादों ने समझा कि वह उनसे मजाक कर रहा है।
प्रभु, न्याय करने के लिए तेरा हाथ उठा हुआ है; पर वे उसे नहीं देख रहे हैं। वे तेरे निज लोगों के प्रति तेरा उत्साह देखें, और तब वे लज्जित हों। शत्रुओं के प्रति तेरी क्रोधाग्नि उन्हें भस्म कर दे।
पर अब्राहम ने उससे कहा, ‘जब वे मूसा और नबियों की नहीं सुनते, तब यदि मुरदों में से कोई जी उठे, तो वे उसकी बात भी नहीं मानेंगे।’ ”
योहन की साक्षी यह है : जब यहूदी धर्म-गुरुओं ने यरूशलेम से पुरोहितों और लेवियों को योहन के पास यह पूछने भेजा कि आप कौन हैं,
तुम लोग एक-दूसरे से सम्मान चाहते हो और उस सम्मान की खोज नहीं करते, जो एकमात्र परमेश्वर से प्राप्त होता है। तब तुम कैसे विश्वास कर सकते हो?
और उनसे पूछा, “क्या यह तुम्हारा पुत्र है, जिसके विषय में तुम यह कहते हो कि यह जन्म से अन्धा था? तो अब यह कैसे देखने लगा है?”
उसके माता-पिता ने यह इसलिए कहा कि वे धर्मगुरुओं से डरते थे। यहूदी धर्मगुरु यह तय कर चुके थे कि यदि कोई येशु को मसीह मानेगा, तो वह सभागृह से बहिष्कृत कर दिया जाएगा।
इसलिए हम उस विश्रामस्थान में प्रवेश करने का पूरा-पूरा प्रयत्न करें; कहीं ऐसा न हो कि उन लोगों की अवज्ञा के अनुकरण में किसी का पतन हो जाए।