क्योंकि परमेश्वर के प्रति उनका हृदय स्थिर न था, और उसके विधान के प्रति वे सच्चे न थे।
यूहन्ना 6:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उत्तर दिया, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; तुम मुझे इस लिए नहीं खोज रहे हो कि तुम ने आश्चर्यपूर्ण चिह्न देखा, बल्कि इसलिए कि तुम ने पेट भर रोटियाँ खाई हैं। पवित्र बाइबल उत्तर में यीशु ने उनसे कहा, “मैं तुम्हें सत्य बताता हूँ, तुम मुझे इसलिए नहीं खोज रहे हो कि तुमने आश्चर्यपूर्ण चिन्ह देखे हैं बल्कि इसलिए कि तुमने भर पेट रोटी खायी थी। Hindi Holy Bible यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, कि मैं तुम से सच सच कहता हूं, तुम मुझे इसलिये नहीं ढूंढ़ते हो कि तुम ने अचम्भित काम देखे, परन्तु इसलिये कि तुम रोटियां खाकर तृप्त हुए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “मैं तुम से सच सच कहता हूँ, तुम मुझे इसलिये नहीं ढूँढ़ते हो कि तुम ने आश्चर्यकर्म देखे, परन्तु इसलिये कि तुम रोटियाँ खाकर तृप्त हुए। नवीन हिंदी बाइबल इस पर यीशु ने उनसे कहा,“मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ, तुम मुझे इसलिए नहीं ढूँढ़ते कि तुमने चिह्न देखे, परंतु इसलिए कि तुमने रोटियाँ खाईं और तृप्त हो गए। सरल हिन्दी बाइबल मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “मैं तुम पर यह अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: तुम मुझे इसलिये नहीं खोज रहे कि तुमने अद्भुत चिह्न देखे हैं परंतु इसलिये कि तुम रोटियां खाकर तृप्त हुए हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, तुम मुझे इसलिए नहीं ढूँढ़ते हो कि तुम ने अचम्भित काम देखे, परन्तु इसलिए कि तुम रोटियाँ खाकर तृप्त हुए। |
क्योंकि परमेश्वर के प्रति उनका हृदय स्थिर न था, और उसके विधान के प्रति वे सच्चे न थे।
वे झुण्ड के झुण्ड तेरे पास आते हैं। वे मेरे निज लोगों के समान तेरे सामने बैठते हैं। वे तेरी बातें सुनते हैं, पर मेरे सन्देश के अनुसार आचरण नहीं करते। “वाह! कितने सुन्दर वचन हैं!” , वे मुंह से यह कहते हैं, किन्तु उनका हृदय स्वार्थ में डूबा हुआ है।
येशु ने उसे उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ, जब तक कोई ऊपर से† जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर का राज्य नहीं देख सकता।”
येशु ने उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ; जब तक कोई जल और आत्मा से जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता।
लोग येशु का यह आश्चर्यपूर्ण कार्य देख कर बोल उठे, “निश्चय ही यह वह नबी हैं, जो संसार में आने वाले थे।”
जब येशु ने यह देखा कि लोग आ कर उन्हें राजा बनाने के लिए पकड़ना चाहते हैं, तो वह अकेले ही पहाड़ी पर फिर चले गये।
एक विशाल जनसमूह उनके पीछे हो लिया, क्योंकि लोगों ने वे अद्भुत चिह्न देखे थे, जो येशु ने रोगियों पर दिखाए थे।
जब जनसमूह ने देखा कि वहाँ न तो येशु हैं और न उनके शिष्य ही, तो वे नावों पर सवार हुए और येशु को खोजते हुए कफरनहूम नगर की ओर गये।
लोगों ने उन से कहा, “आप हमें कौन-सा चिह्न दिखा सकते हैं, जिसे देख कर हम आप में विश्वास करें? आप क्या कर सकते हैं?
इसलिए येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; यदि तुम मानव-पुत्र की देह नहीं खाओगे और उसका रक्त नहीं पियोगे, तो तुम में जीवन नहीं होगा।
फिर भी तुम में से अनेक मुझ पर विश्वास नहीं करते।” येशु तो प्रारम्भ से ही यह जानते थे कि कौन मुझ पर विश्वास नहीं करते और कौन मेरे साथ विश्वासघात करेगा।
वे हमारे प्रभु मसीह की सेवा नहीं, बल्कि अपने पेट की पूजा करते हैं। वे चिकनी-चुपड़ी और खुशामद-भरी बातों से भोले-भाले लोगों को भुलावे में डालते हैं।
उन लोगों का अन्त सर्वनाश है। वे भोजन को अपना ईश्वर बना लेते हैं और ऐसी बातों पर गर्व करते हैं, जिन पर लज्जा करनी चाहिए। उनका मन संसार की वस्तुओं में लगा हुआ है।
और निरन्तर झगड़े उत्पन्न होते हैं। यह सब ऐसे लोगों के योग्य है, जिनका मन विकृत और सत्य से वंचित हो गया है और यह समझते हैं कि भक्ति लाभ का एक साधन है।