येशु यह जान कर वहाँ से चले गये। बहुत लोग येशु के पीछे हो लिये। येशु ने सब को स्वस्थ कर दिया,
यूहन्ना 6:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एक विशाल जनसमूह उनके पीछे हो लिया, क्योंकि लोगों ने वे अद्भुत चिह्न देखे थे, जो येशु ने रोगियों पर दिखाए थे। पवित्र बाइबल और उसके पीछे-पीछे एक अपार भीड़ चल दी क्योंकि उन्होंने रोगियों को स्वास्थ्य प्रदान करने में अद्भुत चिन्ह देखे थे। Hindi Holy Bible और एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली क्योंकि जो आश्चर्य कर्म वह बीमारों पर दिखाता था वे उन को देखते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली क्योंकि जो आश्चर्यकर्म वह बीमारों पर दिखाता था वे उनको देखते थे। नवीन हिंदी बाइबल तब एक बड़ी भीड़ उसके पीछे चल पड़ी, क्योंकि वे उन आश्चर्यजनक चिह्नों को देखते थे, जो वह बीमारों पर दिखाता था। सरल हिन्दी बाइबल उनके द्वारा रोगियों को स्वास्थ्यदान के अद्भुत चिह्नों से प्रभावित एक बड़ी भीड़ उनके साथ हो ली. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली क्योंकि जो आश्चर्यकर्म वह बीमारों पर दिखाता था वे उनको देखते थे। |
येशु यह जान कर वहाँ से चले गये। बहुत लोग येशु के पीछे हो लिये। येशु ने सब को स्वस्थ कर दिया,
उनके पास इतनी बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गयी कि उन्हें नाव पर चढ़ कर बैठना पड़ा और सारी भीड़ तट पर खड़ी रही।
नाव से उतर कर येशु ने एक विशाल जनसमूह को देखा। उन्हें उन लोगों पर तरस आया और उन्होंने उनके रोगियों को स्वस्थ कर दिया।
परन्तु वह बाहर जा कर खुल कर इसकी चर्चा करने लगा और चारों ओर इस समाचार को फैलाने लगा। परिणाम यह हुआ कि येशु प्रकट रूप से नगरों में प्रवेश नहीं कर सके, वरन् वह निर्जन स्थानों में रहे। फिर भी लोग चारों ओर से उनके पास आते रहे।
बहुत लोगों ने उन्हें जाते हुए देखा, और वे उन्हें पहचान गए। वे नगर-नगर से निकल कर पैदल ही उधर दौड़ पड़े और उन से पहले ही वहाँ पहुँच गये।
तब महापुरोहितों और फरीसियों ने धर्म-महासभा बुला कर कहा, “हम क्या करें? यह मनुष्य बहुत आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखा रहा है।
इसलिए बहुत लोग येशु का स्वागत करने निकले थे । उन्होंने सुना था कि येशु ने यह आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाया था।
यद्यपि येशु ने उनके सामने इतने आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाए थे, तो भी उन्होंने येशु में विश्वास नहीं किया।
येशु ने अपना यह पहला आश्चर्यपूर्ण चिह्न गलील के काना नगर में दिखाया। इस प्रकार उन्होंने अपनी महिमा प्रकट की और उनके शिष्यों ने उन में विश्वास किया।
जब येशु पास्का (फसह) पर्व के दिनों में यरूशलेम में थे, तब बहुत-से लोगों ने उनके किये हुए आश्चर्यपूर्ण चिह्न देख कर उनके नाम पर विश्वास किया।
येशु ने अपने शिष्यों के सामने और अनेक आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाए, जिनका विवरण इस पुस्तक में नहीं दिया गया है।
वह रात में येशु के पास आया और बोला, “गुरुजी, हम जानते हैं कि आप परमेश्वर की ओर से आए हुए गुरु हैं। आप जो आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाते हैं, उन्हें कोई तब तक नहीं दिखा सकता, जब तक कि परमेश्वर उसके साथ न हो।”
लोग येशु का यह आश्चर्यपूर्ण कार्य देख कर बोल उठे, “निश्चय ही यह वह नबी हैं, जो संसार में आने वाले थे।”
जो लोग झील के उस पार रह गये थे, उन्होंने दूसरे दिन देखा था कि वहाँ केवल एक ही नाव थी और येशु अपने शिष्यों के साथ उस नाव पर सवार नहीं हुए थे− उनके शिष्य अकेले ही चले गये थे।
येशु ने उत्तर दिया, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; तुम मुझे इस लिए नहीं खोज रहे हो कि तुम ने आश्चर्यपूर्ण चिह्न देखा, बल्कि इसलिए कि तुम ने पेट भर रोटियाँ खाई हैं।
लोगों ने उन से कहा, “आप हमें कौन-सा चिह्न दिखा सकते हैं, जिसे देख कर हम आप में विश्वास करें? आप क्या कर सकते हैं?