“सर्वोच्च परमेश्वर ने मुझे अद्भुत चिह्न और चमत्कार दिखाए हैं। मुझे यह अच्छा लगा कि मैं उनका अर्थ तुम्हें समझाऊं।
यूहन्ना 4:48 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उससे कहा, “आप लोग चिह्न तथा चमत्कार देखे बिना विश्वास नहीं करेंगे।” पवित्र बाइबल यीशु ने उससे कहा, “अद्भुत संकेत और आश्चर्यकर्म देखे बिना तुम लोग विश्वासी नहीं बनोगे।” Hindi Holy Bible यीशु ने उस से कहा, जब तक तुम चिन्ह और अद्भुत काम न देखोगे तब तक कदापि विश्वास न करोगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यीशु ने उससे कहा, “जब तक तुम चिह्न और अद्भुत काम न देखोगे तब तक कदापि विश्वास न करोगे।” नवीन हिंदी बाइबल तब यीशु ने उससे कहा,“जब तक तुम चिह्न और अद्भुत कार्य न देखोगे, तुम कभी विश्वास नहीं करोगे।” सरल हिन्दी बाइबल इस पर मसीह येशु ने उसे झिड़की देते हुए कहा, “तुम लोग तो चिह्न और चमत्कार देखे बिना विश्वास ही नहीं करते!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यीशु ने उससे कहा, “जब तक तुम चिन्ह और अद्भुत काम न देखोगे तब तक कदापि विश्वास न करोगे।” (दानि. 4:2) |
“सर्वोच्च परमेश्वर ने मुझे अद्भुत चिह्न और चमत्कार दिखाए हैं। मुझे यह अच्छा लगा कि मैं उनका अर्थ तुम्हें समझाऊं।
वह संकट से मुक्त करता, और प्राणों की रक्षा करता है; वह आकाश में अद्भुत चिह्न दिखाता, और पृथ्वी पर आश्चर्य कर्म करता है। उसी ने सिंहों के मुंह से दानिएल को बचाया।’
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘ये लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे? जो अद्भुत कार्य मैंने इनके मध्य किए, उनको देखकर भी ये कब तक मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे?
फरीसी और सदूकी येशु के पास आए। उन्होंने येशु की परीक्षा लेने के लिए उन से निवेदन किया, “आप हमें स्वर्ग का कोई चिह्न दिखाइए।”
क्योंकि झूठे मसीह तथा झूठे नबी प्रकट होंगे और ऐसे महान चिह्न तथा चमत्कार दिखाएँगे कि यदि सम्भव हो, तो वे चुने हुए लोगों को भी बहका दें।
“इसने दूसरों को बचाया, किन्तु यह अपने को नहीं बचा सकता। यह तो इस्राएल का राजा है। अब यह क्रूस से उतरे, तो हम इस में विश्वास करेंगे।
क्योंकि झूठे मसीह तथा झूठे नबी प्रकट होंगे और ऐसे चिह्न तथा चमत्कार दिखाएँगे कि यदि सम्भव हो तो चुने हुए लोगों को बहका दें।
पर अब्राहम ने उससे कहा, ‘जब वे मूसा और नबियों की नहीं सुनते, तब यदि मुरदों में से कोई जी उठे, तो वे उसकी बात भी नहीं मानेंगे।’ ”
यद्यपि येशु ने उनके सामने इतने आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाए थे, तो भी उन्होंने येशु में विश्वास नहीं किया।
यदि मैंने उनके सामने वे महान् कार्य नहीं किये होते, जिन्हें किसी और ने कभी नहीं किया, तो उन्हें पाप नहीं लगता। परन्तु अब तो उन्होंने देख कर भी मुझ से और मेरे पिता से बैर किया है।
यहूदी धर्मगुरुओं ने येशु से कहा, “आप हमें कौन-सा आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखा सकते हैं, जिससे हम यह जानें कि आप को ऐसा करने का अधिकार है?”
येशु ने उससे कहा, “क्या तुम इसलिए विश्वास करते हो कि तुम ने मुझे देखा है? धन्य हैं वे जिन्होंने मुझे नहीं देखा, तो भी विश्वास करते हैं!”
पौलुस तथा बरनबास बहुत समय तक वहां रहे और प्रभु पर भरोसा रख कर निर्भीकता-पूर्वक प्रचार करते रहे। प्रभु ने भी उनके हाथों द्वारा चिह्न तथा आश्चर्य-कर्म दिखा कर अपने अनुग्रह का सन्देश प्रमाणित किया।
इस पर सारी सभा चुप हो गयी और बरनबास तथा पौलुस की बातें सुनने लगी। वे उन महान चिह्नों तथा आश्चर्य-कर्मों के विषय में बता रहे थे, जिन्हें परमेश्वर ने उनके माध्यम से अन्यजातियों के बीच दिखाया था।
मैं ऊपर आकाश में अद्भुत कार्य और नीचे पृथ्वी पर चिह्न दिखाऊंगा, अर्थात् रक्त, अग्नि और उड़ता हुआ धुआँ।
इस्राएली भाइयो! मेरी बातें ध्यान से सुनिए! आप लोग स्वयं जानते हैं कि परमेश्वर ने येशु नासरी के द्वारा आप लोगों के बीच कितने सामर्थ्य एवं आश्चर्य के कार्य किए तथा चिह्न दिखाये हैं। इस से यह प्रमाणित हुआ कि येशु परमेश्वर की ओर से आप लोगों के पास भेजे गये थे।
सब लोगों पर भय छाया हुआ था, क्योंकि प्रेरितों द्वारा बहुत अद्भुत कार्य एवं चिह्न दिखाए गये थे।
तू अपना हाथ बढ़ा कर अपने परमपावन सेवक येशु के नाम पर स्वास्थ्यलाभ, चिह्न तथा आश्चर्यपूर्ण कार्य होने दे।”
प्रेरितों द्वारा जनता के बीच बहुत-से चिह्न तथा चमत्कार हो रहे थे। सब विश्वासी एक भाव से सुलेमान के मण्डप में एकत्र हुआ करते थे।
स्तीफनुस अनुग्रह तथा सामर्थ्य से परिपूर्ण हो कर जनता के सामने आश्चर्य-कर्म तथा बड़े-बड़े चिह्न दिखाता था।
वही मूसा उन्हें बाहर निकाल लाये और मिस्र देश में, लाल समुद्र के तट पर तथा निर्जन प्रदेश में चालीस वर्ष तक आश्चर्य कर्म और चिह्न दिखाते रहे।
शक्तिशाली चिह्नों और चमत्कारों से और परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य से सम्पन्न किया है। मैंने यरूशलेम और उसके आसपास के प्रदेश से ले कर इल्लुरिकुम तक मसीह के शुभ-समाचार का प्रचार-कार्य पूरा किया है।
आपके यहाँ रहते समय मैंने प्रेरित के सच्चे लक्षण प्रदर्शित किए, अर्थात् अचल धैर्य, चिह्न, चमत्कार तथा सामर्थ्य के कार्य।
परन्तु “अधर्मी” का आगमन शौतान के प्रभाव से है, जो हर प्रकार के शक्तिशाली चिह्न और कपटपूर्ण चमत्कार दिखाकर
परमेश्वर ने भी चिह्नों, चमत्कारों, नाना प्रकार के सामर्थ्यपूर्ण कार्यों और अपनी इच्छा के अनुसार प्रदत्त पवित्र आत्मा के वरदानों द्वारा उनकी साक्षी का समर्थन किया।