फरओ ने यूसुफ से यह भी कहा, ‘मैं फरओ हूँ। तुम्हारी आज्ञा के बिना कोई भी मनुष्य समस्त मिस्र देश में न हाथ उठा सकेगा, और न पैर।’
यूहन्ना 3:35 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पिता पुत्र को प्यार करता है और उसने उसके हाथ में सब कुछ दे दिया है। पवित्र बाइबल पिता अपने पुत्र को प्यार करता है। और उसी के हाथों में उसने सब कुछ सौंप दिया है। Hindi Holy Bible पिता पुत्र से प्रेम रखता है, और उस ने सब वस्तुएं उसके हाथ में दे दी हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पिता पुत्र से प्रेम रखता है, और उसने सब वस्तुएँ उसके हाथ में दे दी हैं। नवीन हिंदी बाइबल पिता पुत्र से प्रेम रखता है, और उसने सब कुछ उसके हाथ में सौंप दिया है। सरल हिन्दी बाइबल पिता को पुत्र से प्रेम है और उन्होंने सब कुछ उसके हाथ में सौंप दिया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पिता पुत्र से प्रेम रखता है, और उसने सब वस्तुएँ उसके हाथ में दे दी हैं। |
फरओ ने यूसुफ से यह भी कहा, ‘मैं फरओ हूँ। तुम्हारी आज्ञा के बिना कोई भी मनुष्य समस्त मिस्र देश में न हाथ उठा सकेगा, और न पैर।’
जब मिस्र देश में भी अकाल पड़ा तब प्रजा ने अन्न के लिए फरओ की दुहाई दी। फरओ ने मिस्र निवासियों से कहा, ‘यूसुफ के पास जाओ। जो कुछ वह तुमसे कहे, वही करना।’
मुझसे मांग, और मैं राष्ट्रों को तेरी पैतृक- सम्पत्ति और सम्पूर्ण पृथ्वी को तेरे अधिकार में कर दूंगा।
तब मैं एक कुशल कारीगर के समान, उस के समीप ही थी। मैं प्रतिदिन उसको प्रसन्न करती थी; मैं सदा उसके सम्मुख आनन्द मनाती थी।
यह है मेरा सेवक! इसको मैं सम्भाले हुए हूं। यह मेरा मनोनीत है! इससे मैं प्रसन्न हूं। मैंने इसको अपना आत्मा प्रदान किया है, जिससे वह राष्ट्रों में न्याय की स्थापना करे।
तब प्राचीन युग-पुरुष ने उसको शासन का अधिकार, महिमा और राज्य प्रदान किया ताकि पृथ्वी की समस्त कौमें, राष्ट्र और भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग उसकी सेवा करें। उसका शासन शाश्वत शासन है; जो कभी समाप्त न होगा; उसका राज्य युगानुयुग अटल है, जिसका कभी नाश न होगा।
“मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंपा है। पुत्र को कोई नहीं जानता, पर केवल पिता; और न कोई पिता को जानता है, पर केवल पुत्र और वह, जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।
वह बोल ही रहा था कि उन सब पर एक चमकीला बादल छा गया और उस बादल में से यह वाणी सुनाई पड़ी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ। इसकी बात सुनो।”
और देखो, स्वर्ग से वह वाणी सुनाई दी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ।”
मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंपा है। कोई नहीं जानता कि पुत्र कौन है, पर केवल पिता; और न कोई जानता है कि पिता कौन है, पर केवल पुत्र और वह जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।”
येशु यह जानते थे कि पिता ने सब कुछ उनके हाथों में दे दिया है और यह कि वह परमेश्वर के पास से आए हैं और परमेश्वर के पास जा रहे हैं।
“जिस प्रकार पिता ने मुझ से प्रेम किया है, उसी प्रकार मैंने भी तुम से प्रेम किया है। तुम मेरे प्रेम में बने रहो।
तूने उसे समस्त मानवजाति पर अधिकार दिया है, जिससे वह उन सब को शाश्वत जीवन प्रदान करे, जिन्हें तूने उसे सौंपा है।
मैं उन में और तू मुझ में, जिससे वे पूर्ण रूप से एक हो जाएँ और संसार यह जान ले कि तूने मुझे भेजा है और जिस प्रकार तूने मुझ से प्रेम किया, उसी प्रकार उनसे भी प्रेम किया है।
मैंने उन्हें तेरा नाम बताया है और बताता रहूँगा, जिससे तूने जो प्रेम मुझे दिया, वह प्रेम उनमें बना रहे और मैं भी उन में बना रहूँ।”
क्योंकि पिता पुत्र को प्यार करता है और वह स्वयं जो कुछ करता है, उसे पुत्र को दिखाता है। वह उसे और महान् कार्य दिखाएगा, जिन्हें देख कर तुम लोग आश्चर्य में पड़ जाओगे।
क्योंकि पिता किसी का न्याय नहीं करता। उसने न्याय करने का पूरा अधिकार पुत्र को दे दिया है,
धर्मग्रन्थ कहता है कि, “परमेश्वर ने सब कुछ उसके चरण तले डाल दिया है”; किन्तु जब वह कहता है कि “सब कुछ” उसके अधीन है, तो यह स्पष्ट है कि परमेश्वर, जिसने सब कुछ मसीह के अधीन किया है, इस “सब कुछ” में सम्मिलित नहीं है।
उसने सब कुछ मसीह के पैरों-तले डाल दिया और उन को सब पर अधिकार देकर कलीसिया का शीर्ष नियुक्त किया।
परन्तु वर्तमान अन्तिम युग में वह हम से पुत्र द्वारा बोला है। उसने उस पुत्र के द्वारा समस्त विश्व की सृष्टि की और उसी को सब कुछ का उत्तराधिकारी नियुक्त किया है।
मसीह ने दूतों, अधिकारियों और शक्तियों को अपने अधीन कर स्वर्ग में प्रवेश किया और अब वह परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हैं।