मैं तुम्हें स्वर्गराज्य की कुंजियाँ प्रदान करूँगा। जो कुछ तुम पृथ्वी पर बाँधोगे वह स्वर्ग में बंधा रहेगा। और जो कुछ पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुला रहेगा।”
यूहन्ना 20:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम जिन लोगों के पाप क्षमा करोगे, वे क्षमा किए गए और जिन लोगों के पाप क्षमा नहीं करोगे, वे क्षमा नहीं होंगे।” पवित्र बाइबल जिस किसी भी व्यक्ति के पापों को तुम क्षमा करते हो, उन्हें क्षमा मिलती है और जिनके पापों को तुम क्षमा नहीं करते, वे बिना क्षमा पाए रहते हैं।” Hindi Holy Bible जिन के पाप तुम क्षमा करो वे उन के लिये क्षमा किए गए हैं जिन के तुम रखो, वे रखे गए हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिनके पाप तुम क्षमा करो, वे उनके लिये क्षमा किए गए हैं; जिनके तुम रखो, वे रखे गए हैं।” नवीन हिंदी बाइबल जिनके पाप तुम क्षमा करोगे तो वे क्षमा किए जाएँगे, जिनके तुम रखोगे तो वे रखे जाएँगे।” सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम किसी के पाप क्षमा करोगे, उनके पाप क्षमा किए गए हैं और जिनके पाप तुम क्षमा नहीं करोगे, वे अपने पापों में बंधे रहेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिनके पाप तुम क्षमा करो वे उनके लिये क्षमा किए गए हैं; जिनके तुम रखो, वे रखे गए हैं।” |
मैं तुम्हें स्वर्गराज्य की कुंजियाँ प्रदान करूँगा। जो कुछ तुम पृथ्वी पर बाँधोगे वह स्वर्ग में बंधा रहेगा। और जो कुछ पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुला रहेगा।”
“मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम पृथ्वी पर बाँधोगे, वह स्वर्ग में बंधा रहेगा और जो कुछ तुम पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुला रहेगा।
उन्हीं के विषय में सब नबी साक्षी देते हैं कि जो कोई येशु में विश्वास करेगा, उसे उनके नाम द्वारा पापों की क्षमा मिलेगी।”
पतरस ने उन्हें यह उत्तर दिया, “आप लोग पश्चात्ताप करें। आप लोगों में से प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने पापों की क्षमा के लिए येशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले। इस प्रकार आप पवित्र आत्मा का वरदान प्राप्त करेंगे;
और मेरा निर्णय यह है : अपने प्रभु येशु के नाम पर हम-अर्थात् आप लोग और मैं आत्मा में-एकत्र हो जायेंगे और अपने प्रभु येशु के अधिकार से
आप लोगों का निर्माण उस भवन के रूप में हुआ है, जो प्रेरितों तथा नबियों की नींव पर खड़ा है और जिसका कोने का पत्थर स्वयं येशु मसीह हैं।
इन में हुमिनयुस और सिकन्दर हैं। मैंने उन्हें शैतान के हवाले कर दिया, जिससे वे यह शिक्षा लें कि परमेश्वर की निन्दा नहीं करनी चाहिए।