प्रभु कहता है, ‘देखो, समय आ रहा है, जब मैं दाऊद के वंश-वृक्ष में एक शाखा निकालूंगा, और वह धार्मिक पुरुष होगा। वह राजा के रूप में राज्य करेगा। वह बुद्धि से शासन करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से राज्य करेगा।
यूहन्ना 18:33 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब पिलातुस फिर राजभवन में गया और येशु को बुला कर उनसे पूछा, “क्या तुम यहूदियों के राजा हो?” पवित्र बाइबल तब पिलातुस महल में वापस चला गया। और यीशु को बुला कर उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” Hindi Holy Bible तब पीलातुस फिर किले के भीतर गया और यीशु को बुलाकर, उस से पूछा, क्या तू यहूदियों का राजा है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब पिलातुस फिर किले के भीतर गया, और यीशु को बुलाकर उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” नवीन हिंदी बाइबल तब पिलातुस ने फिर राजभवन में प्रवेश किया और यीशु को बुलाकर उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” सरल हिन्दी बाइबल इसलिये भवन में लौटकर पिलातॉस ने मसीह येशु को बुलवाया और प्रश्न किया, “क्या तुम यहूदियों के राजा हो?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब पिलातुस फिर किले के भीतर गया और यीशु को बुलाकर, उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” |
प्रभु कहता है, ‘देखो, समय आ रहा है, जब मैं दाऊद के वंश-वृक्ष में एक शाखा निकालूंगा, और वह धार्मिक पुरुष होगा। वह राजा के रूप में राज्य करेगा। वह बुद्धि से शासन करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से राज्य करेगा।
प्रभु ने तेरे विरुद्ध दण्ड की आज्ञा वापस ले ली; उसने तेरे शत्रुओं को भगा दिया। इस्राएल का राजा, प्रभु तेरे मध्य में विराजमान है। अब तुझे अनिष्ट का डर नहीं होगा।
ओ सियोन के निवासियो, अत्यधिक आनन्द मनाओ! ओ यरूशलेम के निवासियो, जय-जयकार करो! देखो, तुम्हारा राजा तुम्हारे पास आ रहा है, वह धार्मिक है, उसने विजय प्राप्त की है। वह विनम्र है, और विनम्रता के प्रतीक गदहे पर, उसके बछेरू पर, नहीं, वह लद्दू के बछेरू पर बैठा है।
अब येशु राज्यपाल के सामने खड़े थे। राज्यपाल ने उन से पूछा, “क्या तुम यहूदियों के राजा हो?” येशु ने उत्तर दिया, “आप स्वयं यह कह रहे हैं।”
इसके बाद राज्यपाल के सैनिक येशु को राजभवन के अन्दर ले गए और उन्होंने येशु के पास सारा सैन्य-दल एकत्र कर लिया।
पिलातुस ने येशु से पूछा, “क्या तुम यहूदियों के राजा हो?” येशु ने उत्तर दिया, “यह तो आप कह रहे हैं।”
वे यह कहते हुए येशु पर अभियोग लगाने लगे, “हम ने इस मनुष्य को हमारी जाति को पथभ्रष्ट करते, सम्राट को कर देने से लोगों को मना करते और अपने आप को मसीह एवं राजा कहते सुना है।”
इसलिए वे खजूर की डालियाँ लिये उनका स्वागत करने निकले। वे यह नारा लगा रहे थे, “जय हो! जय हो! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आता है! धन्य है, इस्राएल का राजा!”
“सियोन नगर! नहीं डरना! देख, तेरा राजा, गदही के बछेरू पर सवार हो कर, तेरे पास आ रहा है।”
येशु ने उत्तर दिया, “क्या आप यह अपनी ओर से कह रहे हैं या दूसरों ने आप से मेरे विषय में यह कहा है?”
इस पर पिलातुस ने उनसे कहा, “तो, तुम राजा हो?” येशु ने उत्तर दिया, “आप ही कह रहे हैं कि मैं राजा हूँ। मैं इसलिए जन्मा और इसलिए संसार में आया हूँ कि सत्य के विषय में साक्षी दूँ। जो सत्य का है, वह मेरी वाणी सुनता है।”
पिलातुस ने उन से पूछा, “सत्य क्या है?” वह यह कह कर फिर बाहर गया और धर्मगुरुओं के पास आ कर बोला, “मैं उसमें कोई दोष नहीं पाता हूँ।
इस पर पिलातुस येशु को छोड़ देने का और भी प्रयत्न करने लगा। पर यहूदी धर्मगुरुओं ने चिल्लाकर कहा, “यदि आप इसे रिहा करते हैं, तो आप रोमन सम्राट के हितैषी नहीं हैं। जो अपने को राजा कहता है, वह सम्राट का विरोध करता है।”
फिर वे उनके पास आकर कहने लगे, “यहूदियों के राजा, प्रणाम!” उन्होंने येशु को थप्पड़ मारे।
पिलातुस फिर राजभवन के बाहर गया और लोगों से बोला, “देखो, मैं उसे तुम लोगों के सामने बाहर ला रहा हूँ, जिससे तुम यह जान लो कि मैं उसमें कोई दोष नहीं पाता।”
उसने फिर राजभवन के अन्दर जा कर येशु से पुछा, “तुम कहाँ के हो?” किन्तु येशु ने उसे उत्तर नहीं दिया।
परमेश्वर की उपस्थिति में, जो सब को जीवन प्रदान करता है, और येशु मसीह की उपस्थिति में, जिन्होंने राज्यपाल पोंतियुस पिलातुस के सम्मुख उत्तम साक्षी दी, मैं तुम को यह आदेश देता हूँ