इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
यूहन्ना 10:35 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिन को परमेश्वर का सन्देश दिया गया था, यदि व्यवस्था ने उन को ईश्वर कहा − और धर्मग्रन्थ की बात टल नहीं सकती − पवित्र बाइबल क्या यहाँ ईश्वर उन्हीं लोगों के लिये नहीं कहा गया जिन्हें परम पिता का संदेश मिल चुका है? और धर्मशास्त्र का खंडन नहीं किया जा सकता। Hindi Holy Bible यदि उस ने उन्हें ईश्वर कहा जिन के पास परमेश्वर का वचन पहुंचा (और पवित्र शास्त्र की बात लोप नहीं हो सकती।) पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि उसने उन्हें ईश्वर कहा जिनके पास परमेश्वर का वचन पहुँचा (और पवित्रशास्त्र की बात असत्य नहीं हो सकती), नवीन हिंदी बाइबल “यदि उसने उन्हें ईश्वर कहा जिनके पास परमेश्वर का वचन आया (और पवित्रशास्त्र की बात को मिटाया नहीं जा सकता), सरल हिन्दी बाइबल जिन्हें परमेश्वर का संदेश दिया गया था, उन्हें ईश्वर कहकर संबोधित किया गया—और पवित्र शास्त्र का लेख टल नहीं सकता, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि उसने उन्हें ईश्वर कहा जिनके पास परमेश्वर का वचन पहुँचा (और पवित्रशास्त्र की बात लोप नहीं हो सकती।) |
इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
‘जा, और मेरे सेवक दाऊद से यह कह, “प्रभु यों कहता है : क्या तू मेरे निवास के लिए भवन बनाएगा?
यों प्रभु का यह वचन, जो उसने येहू से कहा था, पूरा हुआ : ‘केवल चौथी पीढ़ी तक तेरे वंशज इस्राएल के सिंहासन पर बैठेंगे’।
परन्तु प्रभु का यह वचन मैंने सुना है: “तूने बहुत रक्त बहाया है। तूने बड़ी-बड़ी लड़ाइयां लड़ीं। अत: तू मेरे नाम पर भवन नहीं बनाएगा। तूने मेरे सम्मुख धरती पर बहुत रक्त बहाया है।
तब द्रष्टा येहू बेन-हनानी उससे भेंट करने को निकला। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, क्या आपको चाहिए था कि आप दुष्कर्मी की सहायता करें? आप प्रभु के प्रेम का तिरस्कार करने वालों से प्रेम करते हैं। महाराज, आपने ठीक नहीं किया। आपके इसी कार्य के कारण प्रभु का क्रोध आप पर भड़का।
मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ − आकाश और पृथ्वी भले ही टल जाएँ, किन्तु व्यवस्था की एक मात्रा अथवा एक बिन्दु भी पूरा हुए बिना नहीं टलेगा।
“आकाश और पृथ्वी टल जाएँ, तो टल जाएँ, परन्तु व्यवस्था का एक बिन्दु भी नहीं मिट सकता।
येशु ने कहा, “क्या तुम लोगों की व्यवस्था में यह नहीं लिखा है, ‘मैंने कहा : तुम ईश्वर हो’?
तो जिसे पिता ने पवित्र ठहरा कर संसार में भेजा है, उससे तुम लोग यह कैसे कहते हो, ‘तुम ईश-निन्दा करते हो’; क्योंकि मैंने कहा, ‘मैं परमेश्वर का पुत्र हूँ’?
तब येशु ने यह जान कर कि अब सब कुछ पूरा हो चुका है, धर्मग्रन्थ का लेख पूरा करने के उद्देश्य से कहा, “मैं प्यासा हूँ।”
“ भाइयो! यह अनिवार्य था कि धर्मग्रन्थ की वह भविष्यवाणी पूरी हो जाये, जो पवित्र आत्मा ने दाऊद के मुख से यूदस [यहूदा] के विषय में की थी। यूदस तो येशु को गिरफ्तार करने वालों का अगुआ बन गया।
प्रत्येक व्यक्ति शासन के अधिकारियों के अधीन रहे, क्योंकि परमेश्वर की अनुमति से ही अधिकार दिया जाता है और वर्तमान अधिकारों की व्यवस्था परमेश्वर की ओर से है।
‘तेरा प्रभु परमेश्वर तेरे मध्य से, तेरे जाति-भाइयों में से मेरे समान एक नबी को तेरे लिए उत्पन्न करेगा। तू उसकी बातें सुनना।
शमूएल ने शाऊल से कहा, ‘प्रभु ने मुझे भेजा था कि मैं तुम्हें प्रभु के निज लोग इस्राएलियों का राजा अभिषिक्त करूँ। अब तुम प्रभु के ये वचन सुनो।
उसने प्रभु से पुछा। पर प्रभु ने उसे उत्तर नहीं दिया, न स्वप्न में, न ऊरीम के माध्यम से और न नबी के द्वारा।
तब दाऊद ने प्रभु से पूछा, ‘क्या मैं छापामार दल का पीछा करूं? क्या मैं उसको जाकर पकड़ूँ?’ प्रभु ने उसे उत्तर दिया, ‘पीछा कर। तू उसको निश्चय ही जाकर पकड़ लेगा। तू निश्चय ही बन्दियों को मुक्त करेगा।’