तब याकूब ने यह स्वप्न देखा : धरती पर सीढ़ियाँ हैं। उनका शिखर स्वर्ग को स्पर्श कर रहा है। परमेश्वर के दूत उस पर चढ़-उतर रहे हैं।
यूहन्ना 1:51 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उससे यह भी कहा, “मैं तुम लोगों से सच-सच कहता हूँ : तुम स्वर्ग को खुला हुआ और परमेश्वर के दूतों को मानव-पुत्र के ऊपर चढ़ते और उतरते हुए देखोगे।” पवित्र बाइबल इसने उससे फिर कहा, “मैं तुम्हें सत्य बता रहा हूँ तुम स्वर्ग को खुलते और स्वर्गदूतों को मनुष्य के पुत्र पर उतरते-चढ़ते देखोगे।” Hindi Holy Bible फिर उस से कहा, मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि तुम स्वर्ग को खुला हुआ, और परमेश्वर के स्वर्गदूतों को ऊपर जाते और मनुष्य के पुत्र के ऊपर उतरते देखोगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उस से कहा, “मैं तुम से सच सच कहता हूँ कि तुम स्वर्ग को खुला हुआ, और परमेश्वर के स्वर्गदूतों को मनुष्य के पुत्र के ऊपर उतरते और ऊपर जाते देखोगे।” नवीन हिंदी बाइबल उसने फिर उससे कहा,“मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ, तुम स्वर्ग को खुला हुआ और परमेश्वर के स्वर्गदूतों को मनुष्य के पुत्र पर उतरते और ऊपर चढ़ते हुए देखोगे।” सरल हिन्दी बाइबल तब उन्होंने यह भी कहा, “मैं तुम पर यह अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: तुम स्वर्ग को खुला हुआ और परमेश्वर के स्वर्गदूतों को मनुष्य के पुत्र के लिए नीचे आते और ऊपर जाते हुए देखोगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उससे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ कि तुम स्वर्ग को खुला हुआ, और परमेश्वर के स्वर्गदूतों को ऊपर जाते और मनुष्य के पुत्र के ऊपर उतरते देखोगे।” (उत्प. 28:12) |
तब याकूब ने यह स्वप्न देखा : धरती पर सीढ़ियाँ हैं। उनका शिखर स्वर्ग को स्पर्श कर रहा है। परमेश्वर के दूत उस पर चढ़-उतर रहे हैं।
तीसवें वर्ष के चौथे महीने की पांचवीं तारीख को यह घटना घटी। उस समय कबार नदी के तट पर यहूदा प्रदेश से निष्कासित बन्दियों का शिविर था। मैं भी इन्हीं बन्दियों में था। तब स्वर्ग खुल गया, और मैंने परमेश्वर के दर्शन देखे।
‘ओ मेरी तलवार, जाग! मेरे चरवाहे पर, मेरे समीप खड़े हुए व्यक्ति पर प्रहार कर!’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यों कहा है: ‘चरवाहे पर प्रहार कर, जिससे भेड़ें तितर-बितर हो जाएं। मैं भेड़ों के बच्चों पर हाथ उठाऊंगा।’
“जब मानव-पुत्र अपनी महिमा में आएगा और सब स्वर्गदूत उस के साथ आएँगे, तब वह अपने महिमामय सिंहासन पर विराजमान होगा।
मानव-पुत्र तो जा रहा है, जैसा कि उसके विषय में धर्मग्रन्थ में लिखा है; परन्तु धिक्कार है उस मनुष्य को, जो मानव-पुत्र को पकड़वा रहा है! उस मनुष्य के लिए अच्छा यही होता कि वह उत्पन्न ही नहीं हुआ होता।”
बपतिस्मा लेने के बाद येशु तुरन्त जल से बाहर निकले। उसी समय उनके लिए स्वर्ग खुल गया और उन्होंने परमेश्वर के आत्मा को कपोत के सदृश उतरते और अपने ऊपर आते हुए देखा।
येशु ने उससे कहा, “लोमड़ियों के लिए माँदें हैं और आकाश के पक्षियों के लिए घोंसले, परन्तु मानव पुत्र के लिए सिर रखने को भी कहीं स्थान नहीं है।”
किन्तु इसलिए कि तुम लोग यह जान लो कि मानव पुत्र को पृथ्वी पर पाप क्षमा करने का अधिकार है” − तब वह लकुवे के रोगी से बोले − “उठो और अपनी खाट उठा कर घर जाओ।”
वह पानी से निकल ही रहे थे कि उन्होंने स्वर्ग को खुलते और आत्मा को अपने ऊपर कपोत के सदृश उतरते देखा
येशु ने उत्तर दिया “मैं हूँ। और आप लोग मानव-पुत्र को सर्वशक्तिमान परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान और आकाश के बादलों के साथ आता हुआ देखेंगे।”
एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्वर्गीय सेना का विशाल समूह दिखाई दिया, जो यह कहते हुए परमेश्वर की स्तुति कर रहा था,
प्रभु का एक दूत उनके पास आ कर खड़ा हो गया। प्रभु का तेज उनके चारों ओर चमक उठा और वे बहुत डर गये।
वे इस पर आश्चर्य कर ही रही थीं कि चमचमाते वस्त्र पहने दो पुरुष उनके पास आ कर खड़े हो गये।
जब सब लोग बपतिस्मा ले चुके थे और जब येशु भी बपतिस्मा लेने के पश्चात् प्रार्थना कर रहे थे, तब आकाश खुल गया
येशु ने उत्तर दिया, “मैं ने तुम से कहा, ‘मैंने तुम्हें अंजीर के पेड़ के नीचे देखा’; क्या तुम इसी लिए विश्वास करते हो? तुम इस से भी महान कार्य देखोगे।”
“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो फाटक से भेड़शाला में प्रवेश नहीं करता, बल्कि दूसरे रास्ते से चढ़ कर आता है, वह चोर और डाकू है।
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : सेवक अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता और न भेजा हुआ अपने भेजने वाले से।
येशु ने उत्तर दिया, “तुम मेरे लिए अपने प्राण दोगे? मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : मुर्गे के बाँग देने से पहले तुम मुझे तीन बार अस्वीकार करोगे।
“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मुझ में विश्वास करता है, वह स्वयं वे कार्य करेगा, जिन्हें मैं करता हूँ। वह उन से भी महान कार्य करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जा रहा हूँ।
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द मनाएगा। तुम शोक करोगे, किन्तु तुम्हारा शोक आनन्द में बदल जाएगा।
उस दिन तुम मुझ से कोई प्रश्न नहीं करोगे। मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : यदि तुम मेरे नाम में पिता से कुछ माँगोगे, तो वह तुम्हें प्रदान करेगा।
“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जब तुम युवा थे तब तुम स्वयं अपनी कमर कस कर जहाँ चाहते थे, वहाँ घूमते-फिरते थे। किन्तु जब तुम वृद्ध होगे, तब तुम अपने हाथ फैलाओगे और दूसरा व्यक्ति तुम्हारी कमर कस कर तुम्हें वहाँ ले जाएगा, जहाँ तुम जाना नहीं चाहते।”
येशु ने उसे उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ, जब तक कोई ऊपर से† जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर का राज्य नहीं देख सकता।”
येशु ने उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ; जब तक कोई जल और आत्मा से जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता।
येशु ने उन धर्मगुरुओं से कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; पुत्र स्वयं अपने से कुछ नहीं कर सकता। वह केवल वही कर सकता है, जो पिता को करते हुए देखता है। जैसा पिता करता है, ठीक वैसा ही पुत्र भी करता है;
येशु ने उत्तर दिया, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; तुम मुझे इस लिए नहीं खोज रहे हो कि तुम ने आश्चर्यपूर्ण चिह्न देखा, बल्कि इसलिए कि तुम ने पेट भर रोटियाँ खाई हैं।
येशु ने उत्तर दिया, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : मूसा ने तुम्हें स्वर्ग से रोटी नहीं दी थी। मेरा पिता तुम्हें स्वर्ग से सच्ची रोटी दे रहा है।
इसलिए येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ; यदि तुम मानव-पुत्र की देह नहीं खाओगे और उसका रक्त नहीं पियोगे, तो तुम में जीवन नहीं होगा।
येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो पाप करता रहता है, वह पाप का गुलाम है।
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : यदि कोई मेरे वचन का पालन करेगा, तो वह कभी मृत्यु का स्वाद नहीं चखेगा।”
येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : अब्राहम के जन्म लेने के पहले से ही मैं हूँ।”
उन्होंने देखा कि स्वर्ग खुल गया है और लम्बी-चौड़ी चादर-जैसा कोई पात्र उतर रहा है और उसके चारों कोने पृथ्वी पर रखे जा रहे हैं;
वह बोल उठा, “मैं स्वर्ग को खुला और परमेश्वर की दाहिनी ओर खड़े मानव-पुत्र को देख रहा हूँ।”
और आप को, जो कष्ट सह रहे हैं, और हम को, उस समय विश्राम दे, जब प्रभु येशु प्रकट होंगे और अपने शक्तिशाली दूतों के साथ प्रज्वलित अग्नि में आकाश से उतरेंगे। तब वह उन लोगों को दण्डित करेंगे, जो परमेश्वर को स्वीकार नहीं करते और हमारे प्रभु येशु का शुभ समाचार सुनने से इन्कार करते हैं।
ऐसे लोगों को प्रभु के सान्निध्य और उनके तेजोमय सामर्थ्य से पृथक होकर अनंत विनाश का दण्ड मिलेगा।
धर्म का यह रहस्य निस्सन्देह महान् है : मसीह मनुष्य के रूप में प्रकट हुए, पवित्र आत्मा के द्वारा सत्य प्रमाणित हुए, और स्वर्गदूतों को दिखाई दिये। अन्यजातियों में उनका प्रचार हुआ, संसार भर में उन पर विश्वास किया गया और वह महिमा में ऊपर उठा लिये गये।
क्या सब स्वर्गदूत परिचारक नहीं हैं जो उन लोगों की सेवा के लिए भेजे जाते हैं, जो मुक्ति के उत्तराधिकारी होंगे?
आदम की सातवीं पीढ़ी में हनोक ने इन लोगों के विषय में यह कहते हुए भविष्यवाणी की, “देखो, प्रभु अपने सहस्रों पवित्र दूतों के साथ आ कर
तब मैंने देखा कि स्वर्ग खुला है। एक सफेद घोड़ा दिखाई पड़ा और उस पर जो सवार है, वह ‘विश्वसनीय’ और ‘सच्चा’ कहलाता है। वह न्याय के अनुसार विचार और युद्ध करता है।
इसके बाद मैने एक दिव्य दृश्य देखा। मैंने देखा कि स्वर्ग में एक द्वार खुला है और वह तुरही-जैसी वाणी, जिसे मैंने पहले अपने से बातें करते सुना था, बोल रही है : “यहाँ, ऊपर आओ। मैं तुम्हें दिखाऊंगा कि इसके पश्चात क्या होने वाला है।”