उनके पुकारने के पूर्व ही मैं उनको उत्तर दूंगा; उनकी प्रार्थना समाप्त भी न होगी कि मैं उसको सुन लूंगा।
यूहन्ना 1:48 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नतनएल ने उन से कहा, “आप मुझे कैसे जानते हैं?” येशु ने उत्तर दिया, “फिलिप द्वारा तुम्हारे बुलाए जाने से पहले मैंने तुम को अंजीर के पेड़ के नीचे देखा था।” पवित्र बाइबल नतनएल ने पूछा, “तू मुझे कैसे जानता है?” जवाब में यीशु ने कहा, “उससे पहले कि फिलिप्पुस ने तुझे बुलाया था, मैनें देखा था कि तू अंजीर के पेड़ के नीचे था।” Hindi Holy Bible नतनएल ने उस से कहा, तू मुझे कहां से जानता है? यीशु ने उस को उत्तर दिया; उस से पहिले कि फिलेप्पुस ने तुझे बुलाया, जब तू अंजीर के पेड़ के तले था, तब मैं ने तुझे देखा था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) नतनएल ने उस से कहा, “तू मुझे कैसे जानता है?” यीशु ने उसको उत्तर दिया, “इस से पहले कि फिलिप्पुस ने तुझे बुलाया, जब तू अंजीर के पेड़ के तले था, तब मैं ने तुझे देखा था।” नवीन हिंदी बाइबल नतनएल ने उससे कहा, “तू मुझे कैसे जानता है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया,“फिलिप्पुस के बुलाने से पहले मैंने अंजीर के पेड़ के नीचे तुझे देखा था।” सरल हिन्दी बाइबल नाथानाएल ने मसीह येशु से पूछा, “आप मुझे कैसे जानते हैं?” मसीह येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “इससे पूर्व कि फ़िलिप्पॉस ने तुम्हें बुलाया, मैंने तुम्हें अंजीर के पेड़ के नीचे देखा था.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 नतनएल ने उससे कहा, “तू मुझे कैसे जानता है?” यीशु ने उसको उत्तर दिया, “इससे पहले कि फिलिप्पुस ने तुझे बुलाया, जब तू अंजीर के पेड़ के तले था, तब मैंने तुझे देखा था।” |
उनके पुकारने के पूर्व ही मैं उनको उत्तर दूंगा; उनकी प्रार्थना समाप्त भी न होगी कि मैं उसको सुन लूंगा।
जब तुम प्रार्थना करते हो, तो अपने कमरे में जाओ, द्वार बन्द करो और गुप्त में अपने पिता से प्रार्थना करो। तुम्हारा पिता, जो गुप्त कार्य को भी देखता है, तुम्हें पुरस्कार देगा।
उन्होंने फिलिप के पास आ कर यह निवेदन किया, “महाशय! हम येशु से मिलना चाहते हैं।” फिलिप गलील प्रदेश के बेतसैदा नगर का निवासी था।
उन्हें यह आवश्यकता नहीं थी कि कोई उन्हें मनुष्य के विषय में बताए; क्योंकि वह स्वयं जानते थे कि मनुष्य के मन में क्या है।
येशु ने अपनी आँखे ऊपर उठायीं और देखा कि एक विशाल जनसमूह उनकी ओर आ रहा है। उन्होंने फिलिप से यह कहा, “हम इन्हें खिलाने के लिए कहाँ से रोटियाँ खरीदें?”
फिलिप ने उन्हें उत्तर दिया, “दो सौ चाँदी के सिक्कों की रोटियाँ भी इतनी नहीं होंगी कि हर एक को थोड़ी-थोड़ी मिल सके।”
उसके हृदय के रहस्य प्रकट हो जायेंगे। वह मुँह के बल गिर कर परमेश्वर की आराधना करेगा और यह स्वीकार करेगा कि परमेश्वर सचमुच आप लोगों के बीच विद्यमान है।
इसलिए समय से पूर्व, प्रभु के आने तक, आप किसी बात का न्याय मत कीजिए। वही अन्धकार में छिपी हुई बातों को प्रकाश में लायेंगे और मनुष्यों के हृदय के गुप्त अभिप्राय प्रकट करेंगे। उस समय हर एक को परमेश्वर की ओर से यथायोग्य श्रेय दिया जायेगा।