यिर्मयाह 51:55 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि प्रभु बेबीलोन को नष्ट कर रहा है; वह उसके गर्जन को शान्त कर रहा है। समुद्र की उत्ताल तरंगों की तरह लोग गरज रहे हैं। वे गला फाड़कर चिल्ला रहे हैं। पवित्र बाइबल यहोवा बहुत शीघ्र बाबुल को नष्ट करेगा। वह नगर के उद्घोष को चुप कर देगा। शत्रु सागर की गरजती तरंगों की तरह टूट पड़ेंगे। चारों ओर के लोग उस गरज को सुनेंगे। Hindi Holy Bible क्योंकि यहोवा बाबुल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इस से उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि यहोवा बेबीलोन का नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इस से उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि याहवेह बाबेल के विनाश के लिए तैयार हैं; वह उसकी उस उच्च आवाज को समाप्त कर देंगे. उसकी ध्वनि उग्र लहरों के सदृश है; नगर में आवाज गूंज रही है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि यहोवा बाबेल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इससे उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है। |
मैं कीच-दलदल में धंस गया हूँ; वहाँ पैर रखने को आधार नहीं है, मैं अथाह जल में पहुंच गया हूँ, और जल प्रवाह मुझे डुबा रहा है।
जिस रात आर नगर का पतन होगा, मोआब राष्ट्र उजड़ जाएगा; जिस रात कीर नगर का पतन होगा, मोआब राष्ट्र उजड़ जाएगा।
यह सच है, कि राष्ट्र भयंकर बाढ़ की तरह दहाड़ रहे हैं; पर वे प्रभु की डांट से सिर पर पैर रखकर भागेंगे, जैसे पवन के सम्मुख पहाड़ी पर भूसा उड़ता है; जैसे बवन्डर से धूल उड़ती है।
ओ कसदी कौम की बेटी, अंधकार में जा, और वहाँ चुपचाप बैठ; क्योंकि अब लोग तुझे राज्यों की महारानी नहीं कहेंगे।
मैं इनको इतना दु:ख दूंगा कि ये हंसना-गाना भूल जाएंगे। दूल्हा और दुल्हिन के मुंह से भी आनन्द-उल्लास की आवाज नहीं निकलेगी। स्त्रियाँ चक्की पीसना भूल जाएंगी, और घरों में दीपक नहीं जलेंगे।
इस कारण स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ सोर नगर-राज्य! मैं तेरे विरुद्ध हूँ। जैसे सागर में अनंत लहरें उठती हैं, वैसे ही मैं तुझ पर अनेक शत्रु-राष्ट्रों से आक्रमण कराऊंगा।
“सूर्य, चन्द्रमा और तारों में चिह्न प्रकट होंगे। समुद्र के गर्जन और बाढ़ से व्याकुल हो कर पृथ्वी के राष्ट्र व्यथित हो उठेंगे।
स्वर्गदूत ने मुझ से यह कहा, “आपने जिस समुद्र को देखा, जहाँ महावेश्या बैठी हुई है, उस समुद्र का अर्थ है: प्रजातियाँ, जनसमूह, राष्ट्र और भाषाएँ।