राष्ट्र क्रोध करते हैं, राज्य विचलित होते हैं; किन्तु परमेश्वर के शब्द बोलते ही पृथ्वी पिघल जाती है।
यिर्मयाह 50:42 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनके सैनिकों के हाथों में धनुष और भाले हैं। वे निर्दय हैं, उनमें तनिक भी दया नहीं है। वे समुद्र की तरह गरजते हैं; वे घोड़ों पर सवार हैं। ओ बेबीलोन के निवासियो, वे युद्ध के लिए पंिक्तबद्ध हो आ रहे हैं। पवित्र बाइबल उनकी सेना के पास धनुष और भाले हैं, सैनिक क्रूर हैं, उनमें दया नहीं है। सैनिक अपने घोड़ों पर सवार आ रहे हैं, और प्रचण्ड घोष सागर की तरह गरज रहे हैं। वे अपने स्थानों पर युद्ध के लिये तैयार खड़े हैं। बाबुल नगर वे तुम पर आक्रमण करने को तत्पर हैं। Hindi Holy Bible वे धनुष और बर्छी पकड़े हुए हैं; वे क्रूर और निर्दय हैं; वे समुद्र की नाईं गरजेंगे; और घोड़ों पर चढ़े हुए तुझ बाबुल की बेटी के विरुद्ध पांति बान्धे हुए युद्ध करने वालों की नाईं आएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे धनुष और बर्छी पकड़े हुए हैं; वे क्रूर और निर्दय हैं; वे समुद्र के समान गरजेंगे; और घोड़ों पर चढ़े हुए तुझ बेबीलोन की बेटी के विरुद्ध पाँति बाँधे हुए युद्ध करनेवालों के समान आएँगे। सरल हिन्दी बाइबल वे अपना धनुष एवं बर्छी उठा रहे हैं; वे निर्मम एवं क्रूर हैं. उनका स्वर सागर की लहरों के गर्जन सदृश है, वे घोड़ों पर सवार होकर आगे बढ़ते आ रहे हैं; वे युद्ध के लिए सुसज्जित योद्धा सदृश हैं. बाबेल की पुत्री, वे तुम पर आक्रमण करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे धनुष और बर्छी पकड़े हुए हैं; वे क्रूर और निर्दयी हैं; वे समुद्र के समान गरजेंगे; और घोड़ों पर चढ़े हुए तुझ बाबेल की बेटी के विरुद्ध पाँति बाँधे हुए युद्ध करनेवालों के समान आएँगे। |
राष्ट्र क्रोध करते हैं, राज्य विचलित होते हैं; किन्तु परमेश्वर के शब्द बोलते ही पृथ्वी पिघल जाती है।
जिससे वे देशों पर क्रोधावेश में निरन्तर अचूक प्रहार करते थे, जिसके द्वारा वे रोष में राष्ट्रों पर शासन करते थे, और उनको लगातार सताते थे।
ओ बेबीलोन देश की कुंआरी कन्या। अब सिंहासन से उतर और धूल पर बैठ, ओ कसदी कौम की बेटी! अब सिंहासन पर नहीं, वरन् भूमि पर बैठ। लोग तुझे फिर कभी कोमल और सुकुमारी नहीं कहेंगे।
मैं अपने निज लोग इस्राएलियों से क्रुद्ध था, अत: मैंने अपनी मीरास को अशुद्ध घोषित कर तेरे हाथ में उसे सौंप दिया। पर तूने उन पर दया नहीं की, तूने बूढ़ों पर भी बड़ा भारी जूआ रखा।
उनके तीर प्राण-बेधी हैं। वे धनुष चढ़ाए हुए हैं। उनके घोड़ों के खुर वज्र की तरह हैं। उनके रथ के पहिए बवंडर के सदृश घूमते हैं।
उस दिन वे समुद्र के गर्जन की तरह इस्राएल पर गुर्राएंगे। यदि कोई व्यक्ति इस्राएल देश पर दृष्टिपात करेगा, तो वह वहाँ यह देखेगा : अन्धकार और संकट के बादल! काले बादलों से प्रकाश छिप जाएगा।
तेरे सभी प्रेमी तुझे भूल गए हैं; अब वे तेरी कामना नहीं करते। मैंने तुझे शत्रु जैसा मारा है, निर्दय शत्रु के समान तुझे कठोर दण्ड दिया है; क्योंकि तूने बड़े-बड़े दुष्कर्म किये हैं, तेरे पाप गंभीर हैं।
जब शत्रु-सेना के घोड़ों की टाप सुनाई देगी, जब उसके रथ वेग से दौड़ेंगे, उनके पहियों की गड़गड़ाहट होगी, तब बच्चों के पिता के हाथ-पांव इतने ढीले पड़ जाएंगे कि वे मुड़कर अपने बच्चों को देखेंगे भी नहीं।
ओ सब धनुषधारियो! बेबीलोन नगरी के चारों ओर उसके विरुद्ध पंिक्तबद्ध हो। उसको अपने तीरों का निशाना बनाओ, अपने तरकश के तीर खाली कर दो। क्योंकि उसने प्रभु के प्रति पाप किया है।
क्योंकि, देखो, मैं उत्तर के देश से राष्ट्रों के एक दल को उभाड़ कर ला रहा हूं। वे बेबीलोन पर आक्रमण करेंगे। वे उसके विरुद्ध युद्ध के लिए पंिक्तबद्ध होंगे। वे उत्तर दिशा से बेबीलोन पर अधिकार कर लेंगे। उनके बाण मानो कुशल योद्धा हैं, जो युद्ध से कभी खाली हाथ नहीं लौटता।
‘पृथ्वी पर झण्डा गाड़ो। विश्व के राष्ट्रों में युद्ध का बिगुल बजाओ! बेबीलोन के विरुद्ध सब देशों को तैयार करो। युद्ध के लिए अरारात, मिन्नी और अश्कनज राज्यों की सेनाएं बुलाओ। उस पर आक्रमण करने के लिए एक सेनापति नियुक्त करो। चोटीवाली टिड्डियों के दल के समान असंख्य घोड़ों से उसको रौंद दो।
शत्रु के घोड़ों की हिनहिनाहट दान क्षेत्र से सुनाई दे रही है; उनके शक्तिशाली अश्वों के फुर्राने से सारा देश कांप उठा है। शत्रु आ रहे हैं; वे भूमि की फसल को, और जो कुछ देश में है, उस सब को नगरों को, और नागरिकों को पूर्णत: नष्ट कर रहे हैं।’
इस कारण स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ सोर नगर-राज्य! मैं तेरे विरुद्ध हूँ। जैसे सागर में अनंत लहरें उठती हैं, वैसे ही मैं तुझ पर अनेक शत्रु-राष्ट्रों से आक्रमण कराऊंगा।
वे पहाड़ों की चोटियों पर कूद रहे हैं। उनके पंखों की सरसराहट रथों की खड़खड़ाहट जैसी सुनाई दे रही है; अथवा आग में धधकती खूँटियों की चटचटाहट है। टिड्डी-दल मानो युद्ध में पंिक्तबद्ध असंख्य सेना है।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।
क्योंकि उन्होंने सन्तों और नबियों का रक्त बहाया और तूने उन्हें रक्त पिलाया। वे अपनी करनी का फल भोग रहे हैं।”