प्रभु ने अपने दाहिने हाथ की, अपनी सामर्थी भुजा की शपथ खाई है : ‘निश्चय ही मैं भविष्य में तेरा अन्न तेरे शत्रुओं को फिर न दूंगा; जिस अंगूर-रस के लिए तूने खून पसीना एक किया है, विदेशी आक्रमणकारी उसे पी न सकेंगे।
यिर्मयाह 5:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे तुम्हारी फसल और तुम्हारी खाने-पीने की वस्तुएं चटकर जाएंगे; वे तुम्हारे पुत्रों और पुत्रियों को निगल जाएंगे। वे तुम्हारी पशुशाला की भेड़-बकरियां और रेवड़ के गाय-बैल खा जाएंगे। वे तुम्हारे अंगूर-उद्यान के अंगूर, और अंजीर-कुंज के अंजीर साफ कर देंगे। जिन किलाबंद नगरों पर तुम्हें भरोसा है, उनको तलवार के बल पर खण्डहर बना देंगे।’ पवित्र बाइबल वे सैनिक तुम्हारी घर लाई फसल को खा जाएंगे। वे तुम्हारा सारा भोजन खा जाएंगे। वे तुम्हारे पुत्र—पुत्रियों को खा जाएंगे (नष्ट कर देंगे) वे तुम्हारे रेवड़ और पशु झुण्ड को चट कर जाएंगे। वे तुम्हारे अंगूर और अंजीर को चाट जाएंगे। वे तुम्हारे दृढ़ नगरों को अपनी तलवारों से नष्ट कर डालेंगे। जिन नगरों पर तुम्हारा विश्वास है उन्हें वे नष्ट कर देंगे।” Hindi Holy Bible तुम्हारे पक्के खेत और भोजनवस्तुएं जो तुम्हारे बेटे-बेटियों के खाने के लिये हैं उन्हें वे खा जाएंगे। वे तुम्हारी भेड़-बकरियों और गाय-बैलों को खा डालेंगे; वे तुम्हारी दाखों और अंजीरों को खा जाएंगे; और जिन गढ़ वाले नगरों पर तुम भरोसा रखते हो उन्हें वे तलवार के बल से नाश कर देंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम्हारे पके खेत और भोजनवस्तुएँ जो तुम्हारे बेटे–बेटियों के खाने के लिये हैं, उन्हें वे खा जाएँगे। वे तुम्हारी भेड़–बकरियों और गाय–बैलों को खा डालेंगे; वे तुम्हारी दाखों और अंजीरों को खा जाएँगे; और जिन गढ़वाले नगरों पर तुम भरोसा रखते हो उन्हें वे तलवार के बल से नष्ट कर देंगे।” सरल हिन्दी बाइबल वे तुम्हारी उपज तथा तुम्हारा भोजन निगल जाएंगे, वे तुम्हारे पुत्र-पुत्रियों को निगल जाएंगे; वे तुम्हारी भेड़ों एवं पशुओं को निगल जाएंगे, वे तुम्हारी द्राक्षालताओं तथा अंजीर वृक्षों को निगल जाएंगे. वे तुम्हारे उन गढ़ नगरों को, जिनकी सुरक्षा में तुम्हारा भरोसा टिका है, तलवार से ध्वस्त कर देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम्हारे पके खेत और भोजनवस्तुएँ जो तुम्हारे बेटे-बेटियों के खाने के लिये हैं उन्हें वे खा जाएँगे। वे तुम्हारी भेड़-बकरियों और गाय-बैलों को खा डालेंगे; वे तुम्हारी दाखों और अंजीरों को खा जाएँगे; और जिन गढ़वाले नगरों पर तुम भरोसा रखते हो उन्हें वे तलवार के बल से नाश कर देंगे।” |
प्रभु ने अपने दाहिने हाथ की, अपनी सामर्थी भुजा की शपथ खाई है : ‘निश्चय ही मैं भविष्य में तेरा अन्न तेरे शत्रुओं को फिर न दूंगा; जिस अंगूर-रस के लिए तूने खून पसीना एक किया है, विदेशी आक्रमणकारी उसे पी न सकेंगे।
पर जो अन्न को खत्ते में एकत्र करते हैं, वे ही उसको खाएंगे, और मुझ-प्रभु की स्तुति करेंगे। अंगूर को जमा करनेवाले ही मेरे पवित्र स्थान के आंगनों में उसका रस पीएंगे।’
अब यह न होगा कि वे अपने लिए मकान बनाएं और उनके शत्रु उनमें रहें! वे अंगूर-उद्यान लगाएँ, पर उनका फल उनके बैरी खाएँ! मेरे निज लोगों की आयु वृक्ष की आयु के सदृश दीर्घ होगी। मेरे मनोनीत लोग दीर्घ काल तक अपनी मेहनत का फल खाएंगे।
देख, मैं उत्तर दिशा के सब राज्यों के कुलों को बुला रहा हूं। वे यरूशलेम की सब दीवारों पर, यहूदा प्रदेश के सब नगरों पर आक्रमण करेंगे, और राजधानी यरूशलेम के प्रवेश-द्वारों के सम्मुख अपना-अपना न्यायासन जमाएंगे।
मैंने देखा कि जो पहले उपजाऊ देश था, वह अब मरुस्थल बन गया है। उसके आबाद नगर अब खण्डहर हो गए हैं। यह विनाश प्रभु के सामने हुआ, प्रभु की क्रोधाग्नि के कारण हुआ।
एक सिंह अपनी झाड़ी से निकल पड़ा है; राष्ट्रों के विनाशक ने कूच का डंका बजाया है। वह अपने स्थान से बाहर निकला है। वह तुम्हारे देश को उजाड़ देगा; तुम्हारे नगरों को खण्डहर बना देगा, और वे निर्जन हो जाएंगे।
‘इस्राएली कौम एक सतायी हुई भेड़ है, जिसके पीछे सिंह हाथ धोकर पड़े हैं; उन्होंने इस्राएल को एक स्थान से दूसरे स्थान में भगाया। पहले तो असीरिया के राजा ने उसका मांस खाया, और अंत में अब बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने उसकी हड्डियां चबा डालीं।
जिन्होंने भटकी हुई भेड़ों को पाया, वे उनको खा गए। उनके शत्रुओं ने कहा, “हमारा इसमें कोई दोष नहीं है; क्योंकि उन्होंने अपने सच्चे प्रभु के प्रति पाप किया है; ऐसा प्रभु जो धर्म का आधार है, जो उनके पूर्वजों का आश्रय था।”
‘जब मैं उन “बुद्धिमानों” से फसल एकत्र करूंगा, तब अंगूर-बेल में न अंगूर होंगे, और न अंजीर वृक्ष में अंजीर। पत्तियां भी सूख जाएंगी। जो मैंने उनको दिया है, वह भी उनके हाथ से निकल जाएगा।’
शत्रु के घोड़ों की हिनहिनाहट दान क्षेत्र से सुनाई दे रही है; उनके शक्तिशाली अश्वों के फुर्राने से सारा देश कांप उठा है। शत्रु आ रहे हैं; वे भूमि की फसल को, और जो कुछ देश में है, उस सब को नगरों को, और नागरिकों को पूर्णत: नष्ट कर रहे हैं।’
बालक अपनी-अपनी मां से पूछते हैं, ‘रोटी और अंगूर-रस कहाँ है?’ वे घायलों की तरह मूर्च्छित होकर नगर के चौराहों पर गिर जाते हैं, वे अपनी मांओं की गोद में प्राण त्याग देते हैं।
स्वामी ने निर्दयतापूर्वक याकूब राष्ट्र की सब बस्तियों को नष्ट कर दिया; उसने अपने क्रोध से यहूदा की पुत्री के गढ़ों को ध्वस्त कर दिया। उसने राज्य और उसके शासकों को अपमानित कर धूल-धूसरित कर दिया।
इसलिए ओ इस्राएली राष्ट्र के पहाड़ो! स्वामी-प्रभु का सन्देश सुनो। स्वामी-प्रभु इस्राएली राष्ट्र के पहाड़ों, पहाड़ियों, घाटियों, खोहों, उजाड़ क्षेत्रों और निर्जन नगरों से यह कहता है: तुम अपने आसपास के राष्ट्रों की दृष्टि में मजाक का कारण बन गए हो, और राष्ट्रों ने तुम्हें लूट लिया है।
जिन अंगूर-उद्यानों और अंजीर-कुंजों के विषय में उसने यह कहा था, ‘यह मेरी कमाई है, मेरे प्रेमियों ने मुझे यह उपहार में दिया है’, उनको मैं उजाड़ दूंगा, जंगल बना दूंगा, जंगली जानवर उनको चर जाएंगे।
इस्राएल अपने बनानेवाले को भूल गया; इस्राएल ने केवल भवन बनाए! यहूदा ने किलाबन्द नगरों की संख्या में वृद्धि की, मैं उसके नगरों पर अग्नि की वर्षा करूंगा, और अग्नि उसके किलों को खण्डहर बना देगी।
सेना का अग्रिम दस्ता आग है, और पश्च दस्ता ज्वाला! उसके आने के पूर्व अदन-वाटिका के सदृश देश हरा-भरा था; उसके जाने के बाद वह निर्जन, उजाड़ हो गया। टिड्डियों ने कुछ भी नहीं छोड़ा।
तो मैं तुम्हारे साथ यह व्यवहार करूंगा : तुम पर आतंक ढाहूंगा, तुम्हें क्षय रोग और ऐसे ज्वर से पीड़ित करूंगा जिसके कारण आंखें धंस जातीं और प्राण मुरझा जाते हैं। तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा; क्योंकि तुम्हारे शत्रु ही उनको खाएंगे।
प्रभु यह कहता है : ‘मैंने राष्ट्रों को खत्म कर दिया। उनके परकोटे ध्वस्त हो गए। मैंने उनकी सड़कों को निर्जन बना दिया, अब उनपर कोई नहीं चलता। मैंने उनके नगर उजाड़ दिए, उनमें एक भी आदमी नहीं रहता; वहां रहनेवाला कोई नहीं है।
यदि एदोम यह कहेगा, ‘हमारा देश उजड़ गया, पर हम खण्डहरों को फिर बसाएंगे’ तो स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यह वाणी है: ‘वे अपने देश का पुन: निर्माण करेंगे, पर मैं उनके मकानों को ढाह दूंगा। उनका नाम “दुष्ट राज्य” पड़ेगा, ऐसा राष्ट्र जिससे प्रभु सदा नाराज रहता है।’
ऐसे लोग जिन्हें तू नहीं जानता है, तेरी भूमि की उपज, तेरे परिश्रम का फल खाएँगे। तुझ पर निरन्तर दमन होता रहेगा, तू कुचला जाता रहेगा।