यिर्मयाह 49:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु कहता है : ‘सुख-चैन से रहने वाले, निश्चिंत निवास करने वाले राष्ट्र पर आक्रमण करने के लिए उठो, और उसके विरुद्ध मोर्चाबन्दी करो। वे तम्बुओं में रहते हैं, उनके नगरों में न प्रवेश-द्वार हैं, और न फाटकों में अर्गलाएं हैं। पवित्र बाइबल “एक राष्ट्र है, जो खुशहाल है। उस राष्ट्र को विश्वास है कि उसे कोई नहीं हरायेगा। उस राष्ट्र के पास सुरक्षा के लिये द्वार और रक्षा प्राचीर नहीं है। वे लोग अकेले रहते हैं।” यहोवा कहता है, “उस राष्ट्र पर आक्रमण करो।” Hindi Holy Bible यहोवा की यह वाणी है, उठ कर उस चैन से रहने वाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो, जो निडर रहते हैं, और बिना किवाड़ और बेण्डे के यों ही बसे हुए हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यहोवा की यह वाणी है, उठकर उस चैन से रहनेवाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो, जो निडर रहते हैं, और बिना किवाड़ और बेण्डे के यों ही बसे हुए हैं। सरल हिन्दी बाइबल “उठकर ऐसे देश पर आक्रमण करो, जो शांति में निवास कर रहा है, जो पूर्णतः सुरक्षित है,” यह याहवेह की वाणी है, “उस नगर के न तो प्रवेश द्वार हैं और न कहीं छड़ों से उसे सुरक्षा प्रदान की गई है; वे अलग, अकेले निवास करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यहोवा की यह वाणी है, उठकर उस चैन से रहनेवाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो, जो निडर रहते हैं, और बिना किवाड़ और बेंड़े के ऐसे ही बसे हुए हैं। |
ओ आलसी स्त्रियो, कांपो! ओ आत्म-सन्तुष्ट महिलाओ, व्याकुल हो! पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र उतारो, और अपनी कमर में टाट वस्त्र लपेट लो।
ओ आलसी स्त्रियो, उठो और मेरी बात सुनो! ओ आत्म-सन्तुष्ट महिलाओ, मेरे शब्दों पर ध्यान दो!
मरुस्थल और उसके नगर, केदार के ग्रामवासी उच्च स्वर में गाएँ, सेला के रहनेवाले जयजयकार करें, वे पहाड़ के शिखरों से जयघोष करें।
ओ राग-रंग में डूबी हुई, निश्चिंत जीवन बितानेवाली, मेरी बात सुन! तू अपने हृदय में यह कहती है, ‘केवल मैं ही हूं, मुझे छोड़ दूसरी स्वामिनी है ही नहीं। मैं विधवा की तरह नहीं रहूंगी, और न मैं निस्संतान हूंगी।’
‘मोआब बचपन से ही सुखी रहा है; वह मानो पुरानी मदिरा है और उसकी तलछट निकालने के लिए उसको एक बर्तन से दूसरे बर्तन में नहीं उण्डेला गया : मोआब कभी बन्दी हो कर निष्कासित नहीं हुआ। अत: स्वतन्त्रता का स्वाद अब तक उसके मुंह में हैं; आजादी की खुशबू उससे अलग नहीं हुई।
‘उस दिन मैं अपने पास से सन्देश-वाहक दूत भेजूंगा। वे जलयानों पर चढ़कर कूश देश जाएंगे, और उसके निश्चिंत निवासियों को डराएंगे। वे मिस्र देश के विनाश को देखकर उस दिन भय से आतंकित हो उठेंगे। ‘देखो, विनाश का दिन आ रहा है।
तू यह सोचेगा, “मैं ऐसे ग्रामीण देश पर आक्रमण करूंगा, जो शहरपनाह से नहीं घिरा है। मैं उन लोगों पर हमला करूंगा, जो निश्चिंत निवास करते हैं। वे ऐसे मकानों में रहते हैं, जिनके चारों ओर दीवार नहीं है, जिन के घरों में सांकल और नगर के प्रवेश-द्वारों में अर्गलाएं नहीं हैं।”
मैं मागोग नगर में तथा समुद्र तटीय नगरों में निश्चिंत निवास करनेवालों पर अग्नि की वर्षा करूंगा। तब उन्हें ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
प्रभु, तू अपनी लाठी लेकर अपने निज लोगों को, अपनी मीरास को, अपनी भेड़ों को चरा। वे जंगल में अकेले निवास कर रहे हैं। वे उपजाऊ भूमि के मध्य अकेले पड़े हैं। जैसा तू पुराने समय में बाशान और गिलआद क्षेत्र में उन्हें चराता था, वैसा ही उन्हें अब इन क्षेत्रों में चरा।
प्रभु यों कहता है : ‘चाहे वे संख्या में असंख्य और बल में अपार क्यों न हों, मैं उन्हें नष्ट कर दूंगा और वे मिट जाएंगे। ओ मेरे निज लोगो, मैंने तुम्हें पीड़ित किया, पर अब मैं तुम्हें पीड़ित नहीं करूंगा।
यह वैभवपूर्ण नगरी है। इसे अपनी सुरक्षा पर विश्वास था। यह अपने हृदय में सोचती थी: ‘बस मैं ही हूं, मेरे समान कोई अन्य नगरी नहीं है।’ इसका कैसा विनाश हुआ! यह जंगली पशुओं की मांद बन गई। यहां से गुजरनेवाले थू-थू करते हैं, वे हाथों से उपेक्षा जताते हैं।
चट्टानों के शिखर पर से, मैंने उसे देखा है, पहाड़ियों से मैंने उसका अवलोकन किया है : देखो, लोग अलग बसे हैं, अन्य राष्ट्रों के साथ उनकी गणना नहीं की गई!
इस्राएल निरापद निवास करता है। याकूब के पुत्र अन्न और अंगूर के देश में एकान्त में शत्रुओं से सुरक्षित हैं। वहां आकाश ओस की वर्षा करता है।