‘गन्धरस और लोबान से सुगन्धित, गन्धी के सब प्रकार के मसालों का लेप लगाये, धुएं के खम्भे-सा यह कौन निर्जन प्रदेश से आ रहा है?
यिर्मयाह 46:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यह कौन है? यह नील नदी की बाढ़ के सदृश, महानदी की बाढ़ के सदृश कौन उठ रहा है? पवित्र बाइबल नील नदी सा कौन उमड़ा आ रहा है उस बलवती और तेज नदी सा कौन बढ़ रहा है Hindi Holy Bible यह कौन है, जो नील नदी की नाईं, जिसका जल महानदों का सा उछलता है, बढ़ा चला आता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यह कौन है, जो नील नदी के समान, जिसका जल महानदों का सा उछलता है, बढ़ा चला आता है? सरल हिन्दी बाइबल “यह कौन है, जो बाढ़ के समय की नील नदी के सदृश उफान रहा है, उस नदी के सदृश जिसका जल महानदों में है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यह कौन है, जो नील नदी के समान, जिसका जल महानदों का सा उछलता है, बढ़ा चला आता है? |
‘गन्धरस और लोबान से सुगन्धित, गन्धी के सब प्रकार के मसालों का लेप लगाये, धुएं के खम्भे-सा यह कौन निर्जन प्रदेश से आ रहा है?
‘अपने प्रियतम के कन्धे पर झुकी-सी यह कौन निर्जन प्रदेश से आ रही है?’ ‘मैं तुमको सेब के वृक्ष के नीचे जगाती हूं, जहाँ तुम्हारी मां ने तुम्हारे लिए प्रसव-पीड़ा भोगी थी, जहाँ तुम्हारी जननी ने तुमको जन्म दिया था।
यह कौन है जो एदोम देश से, लाल वस्त्र पहिने हुए बोसरा नगर से आ रहा है? उसका पहनावा फूला हुआ है, वह अति बलवान है। वह झूमता हुआ चला आ रहा है। ‘यह मैं हूं, मैं विजय की घोषणा करता हूं, मैं मुक्त करने में समर्थ हूं।’
‘प्रभु यों कहता है : देखो उत्तर दिशा में पानी चढ़ रहा है; और यह उमड़नेवाली बाढ़ में बदल जाएगा। बाढ़ की धाराएं समस्त देश में, देश के हर एक नगर में फैल जाएंगी। नगर और उसके निवासी उन में डूब जाएंगे! आदमी सहायता के लिए चिल्लाएंगे; देश के निवासी छाती पीट-पीटकर रोएंगे।
‘ओ मानव, मिस्र के राजा फरओ के सम्बन्ध में एक शोक-गीत गा। तू उससे यह कहना: “ओ फरओ, तू राष्ट्रों में अपने को सिंह समझता था। लेकिन तू तो समुद्र के मगर के समान है! तू नदियों में फूत्कारें मारता है, पैरों से जल को मथकर उनको गंदला करता है।
“फिर उत्तर देश के राजा के पुत्र युद्ध छेड़ देंगे। वे विशाल सेनाओं का समूह एकत्र करेंगे, जो बाढ़ की तरह दक्षिण देश को ढक लेंगी। वे उसमें से गुजरती हुई उसके गढ़ तक पहुंच जाएंगी।
सेनाएँ उसके सामने पूर्णत: नष्ट और छिन्न-भिन्न हो जाएँगी, हमारा “विधान का प्रमुख व्यक्ति’ भी उसकी बाढ़ में बह जाएगा।
बासठ सप्ताहों के पश्चात् एक दूसरा ‘अभिषिक्त’ होगा। वह काटा जाएगा, और उसके पास कुछ नहीं रह जाएगा। एक अगुआ आएगा। उस की सेना नगर और पवित्र स्थान को खण्डहर बना देगी। उसका अन्त बाढ़ से होगा, और अन्त तक युद्ध होता रहेगा। विनाश ठहराया जा चुका है।
क्या इस कारण भूमि कंपित न होगी? क्या इस धरती पर रहनेवाले विलाप न करेंगे? यह प्रदेश नील नदी की बाढ़ के समान, उफनेगा, उछलेगा: और मिस्र देश की नील नदी के समान वह फिर शान्त हो जाएगा।’
सर्प ने नदी-जैसी जलधारा अपने मुँह से उगल कर महिला के पीछे छोड़ दी, जिससे वह महिला को अपनी बाढ़ में बहा ले जाये,।