इन्हीं से समुद्रतटवर्ती देशों में रहने वाली जातियां फैलीं। ये ही अपने-अपने देशों अपनी-अपनी भाषाओं, कुलों और जातियों के अनुसार याफत के वंशज थे।
यिर्मयाह 46:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अन्य राष्ट्रों के सम्बन्ध में प्रभु के ये वचन यिर्मयाह को मिले। पवित्र बाइबल यिर्मयाह नबी को ये सन्देश मिले। ये सन्देश विभिन्न राष्ट्रों के लिय हैं। Hindi Holy Bible अन्यजातियों के विषय यहोवा का जो वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पहुंचा, वह यह है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जाति जाति के विषय यहोवा का जो वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा, वह यह है। सरल हिन्दी बाइबल भविष्यद्वक्ता येरेमियाह को याहवेह की ओर से राष्ट्रों से संबंधित प्राप्त संदेश: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जाति-जाति के विषय यहोवा का जो वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा, वह यह है। |
इन्हीं से समुद्रतटवर्ती देशों में रहने वाली जातियां फैलीं। ये ही अपने-अपने देशों अपनी-अपनी भाषाओं, कुलों और जातियों के अनुसार याफत के वंशज थे।
देख, आज मैं तुझको राष्ट्रों और राज्यों पर प्रबन्धक नियुक्त करता हूं, कि तू उनको उखाड़े, और गिराए; कि तू उनको नष्ट करे और ध्वस्त करे; कि तू उनको बनाए, और रोपे!’
एक सिंह अपनी झाड़ी से निकल पड़ा है; राष्ट्रों के विनाशक ने कूच का डंका बजाया है। वह अपने स्थान से बाहर निकला है। वह तुम्हारे देश को उजाड़ देगा; तुम्हारे नगरों को खण्डहर बना देगा, और वे निर्जन हो जाएंगे।
तब वह मिस्र देश की राजधानी में आएगा, और देश को नष्ट कर देगा। जो लोग महामारी से मरने के लिए ठहराए गए हैं, वे महामारी से मरेंगे। जो लोग बन्दी बनाए जाने के लिए ठहराए गए हैं, वे बन्दी बन कर गुलामी में जाएंगे, और जो तलवार से वध होने के लिए ठहराए गए हैं, उनका तलवार से वध होगा।
निष्कासन के दसवें वर्ष के दसवें महीने की बारहवीं तारीख को मुझे प्रभु का यह सन्देश मिला। प्रभु ने मुझ से कहा,
निष्कासन के ग्यारहवें वर्ष के तीसरे महीने की पहली तारीख को प्रभु का यह सन्देश मुझे मिला। प्रभु ने मुझसे कहा,
निष्कासन के बारहवें वर्ष के बारहवें महीने की पहली तारीख को प्रभु का यह सन्देश मुझे मिला। प्रभु ने मुझसे कहा,
प्रभु, क्या वह जाल में मछली सदा पकड़ता रहेगा? क्या वह निर्दयता से राष्ट्रों का वध हमेशा करता रहेगा?’
जब स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे अपनी महिमा के लिए तुम्हें लूटने वाले राष्ट्रों के पास भेजा था, तब प्रभु ने यों कहा था: ‘जो तुम्हें स्पर्श करता है, वह मेरी आंख की पुतली को स्पर्श करता है।
चट्टानों के शिखर पर से, मैंने उसे देखा है, पहाड़ियों से मैंने उसका अवलोकन किया है : देखो, लोग अलग बसे हैं, अन्य राष्ट्रों के साथ उनकी गणना नहीं की गई!
क्या परमेश्वर केवल यहूदियों का परमेश्वर है? क्या वह गैर-यहूदियों का परमेश्वर नहीं? वह निश्चय ही गैर-यहूदियों का भी परमेश्वर है।