दुर्जन अपनी ही हत्या के लिए घात लगाते हैं; वे मानो अपने ही प्राण लेने के लिए छिपकर बैठते हैं।
यिर्मयाह 44:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘मैं, इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर यों कहता हूं: यह दुष्कर्म करके तुम अपने पैरों पर क्यों कुल्हाड़ी मारते हो? तुम यहूदा के स्त्री-पुरुष और बच्चों को क्यों नष्ट करना चाह रहे हो? यों तुम्हारी जाति समूल नष्ट हो जाएगी, और एक भी यहूदी नहीं बचेगा। पवित्र बाइबल “अत: इस्राएल का परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा यह कहता है, ‘देवमूर्ति की पूजा करते रह कर तुम अपने को क्यों चोट पहुँचाते हो, तुम पुरुष, स्त्रियों, बच्चों और शिशुओं को यहूदा के परिवार से अलग कर रहे हो। तुममें से कोई भी नहीं जीवित रहेगा। Hindi Holy Bible अब यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर, जो इस्राएल का परमेश्वर है, यों कहता है, तुम लोग क्यों अपनी यह बड़ी हानि करते हो, कि क्या पुरुष, क्या स्त्री, क्या बालक, क्या दूधपिउवा बच्चा, तुम सब यहूदा के बीच से नाश किए जाओ, और कोई न रहे? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर, जो इस्राएल का परमेश्वर है, यों कहता है : तुम लोग क्यों अपनी यह बड़ी हानि करते हो, कि क्या पुरुष, क्या स्त्री, क्या बालक, क्या दूधपीता बच्चा, तुम सब यहूदा के बीच से नष्ट किए जाओ, और कोई न रहे? सरल हिन्दी बाइबल “इसलिये अब, सेनाओं के याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर की वाणी यह है: तुम क्यों अपनी ही अकाल हानि करने पर तैयार हो, कि तुम्हारे मध्य में यहूदिया में से स्त्री-पुरुष, बालक तथा शिशु कोई बचे हुए लोग न रह जाएं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर, जो इस्राएल का परमेश्वर है, यह कहता है: तुम लोग क्यों अपनी यह बड़ी हानि करते हो, कि क्या पुरुष, क्या स्त्री, क्या बालक, क्या दूध पीता बच्चा, तुम सब यहूदा के बीच से नाश किए जाओ, और कोई न रहे? |
दुर्जन अपनी ही हत्या के लिए घात लगाते हैं; वे मानो अपने ही प्राण लेने के लिए छिपकर बैठते हैं।
जो मनुष्य शिक्षा की बातों की उपेक्षा करता है, वह स्वयं अपना तिरस्कार करता है; पर डांट-डपट पर ध्यान देनेवाला व्यक्ति व्यवहार-कुशल बनता है।
दुर्जन व्यक्ति अपने दुष्कर्मों के जाल में फंसता है; वह अपने पापों के बन्धन में बन्ध जाता है।
पर जो मुझे चूक जाता है, वह अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारता है; जो मुझसे घृणा करता है वह मृत्यु को प्यार करता है।
अन्य जातियों के देवताओं की सेवा करने के लिए उनका अनुसरण मत करो, और न उनकी पूजा करो। अपने हाथ के कामों से मेरा क्रोध मत भड़काओ! तब मैं तुम्हारा अनिष्ट नहीं करूंगा।
किन्तु तुमने मेरी बात नहीं सुनी, और अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने के लिए अपने हाथ के कामों से मेरा क्रोध भड़काया।”
‘हम आप-सब से पूछते हैं : क्या राजा हिजाकियाह ने नबी मीकायाह की इस कठोर नबूवत के कारण उन को मृत्यु-दण्ड दिया? कदापि नहीं; बल्कि वह प्रभु से डरा, और उसने प्रभु की कृपा के लिए विनती की। अत: प्रभु अपने निश्चय के लिए पछताया, और उसने यहूदा प्रदेश का अनिष्ट करने का जो निश्चय किया था, और जिसकी उसने घोषणा की थी, वह नहीं किया। किन्तु हम तो इस मनुष्य के साथ यह व्यवहार कर अपने ऊपर महा विपत्ति ला रहे हैं।’
‘किन्तु हमारे बचपन से ही, ये घृणित देवता हमारे पूर्वजों के कठोर परिश्रम का फल, उनके रेवड़ के बैल-गाय, भेड़-बकरियां, उनके पुत्र और पुत्रियां खाते रहे हैं!
अत: यिर्मयाह ने सिदकियाह से कहा, ‘इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: यदि तू बेबीलोन के उच्चाधिकारियों के सम्मुख समर्पण कर देगा, तो तेरा प्राण बच जाएगा, और यह नगर आग से भस्म नहीं होगा; तू और तेरा परिवार जीवित रहेगा।
अन्यथा तुम्हें अपने प्राण से हाथ धोना पड़ेगा। तुमने मुझे अपने प्रभु परमेश्वर के पास यह कहकर भेजा था, “हमारे प्रभु परमेश्वर से हमारे लिए प्रार्थना कीजिए, और जो कुछ वह हम से कहेगा, हम करेंगे।”
तब यहूदा प्रदेश के बचे हुए लोग जो मिस्र देश में आकर बस गए हैं, पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे। यदि वे स्वदेश लौटने की इच्छा करते हैं तो भी वे यहां से बच कर, अपना प्राण बचा कर, यहूदा प्रदेश नहीं जा सकेंगे कि वहां पुन: बस जाएं। केवल कुछ लोग भाग कर अपना प्राण बचाएंगे, और यहूदा प्रदेश को लौटेंगे।’
तुम ऐसे काम क्यों करते हो जिससे मेरा क्रोध भड़क उठे? जिस मिस्र देश में तुम रहने आए थे, वहां के अन्य देवताओं को तुम धूप जलाने लगे। सुनो, अपने इस दुष्कर्म के कारण तुम नष्ट हो जाओगे, और संसार के सब देशों में तुम शापित, कलंकित कौम कहलाओगे।
तेरे माध्यम से मैं स्त्रियों और पुरुषों के टुकड़े-टुकड़े करता हूं, बच्चों और बूढ़ों को नष्ट करता हूं, युवकों और युवतियों का वध करता हूं।
मैं कहता हूं, क्या वे अपने इस घिनौने काम से केवल मेरा क्रोध भड़काते हैं? नहीं, वे क्रोध भड़कने पर स्वयं अपना अहित करते हैं।
क्योंकि मृत्यु हमारी खिड़कियों तक पहुंच चुकी है, वह हमारे महलों में घुस आयी है। वह गली-कूचों में बच्चों का वध कर रही है, और चौराहों पर जवानों का।
रोते-रोते मेरी आंखें धुंधली पड़ गईं; मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं; मेरा कलेजा मुंह को आ रहा है; क्योंकि मेरे लोगों की नगरी का सर्वनाश हो गया; शिशु और बच्चे नगर के चौराहों पर मूर्च्छित पड़े हैं।
‘जैसे निर्धारित पर्व-दिवस पर चारों ओर से लोग एकत्र होते हैं, वैसे ही तूने मुझको आतंकित करनेवालों को सब ओर से बुलाया। प्रभु के प्रकोप-दिवस पर एक भी बचकर भाग न सका, कोई भी जीवित न रहा। जिनको मैंने गोद में लिया था, जिनका मैंने लालन-पालन किया था, उनको मेरे शत्रु ने खत्म कर दिया।’
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”
जवान, बूढ़े, कन्याएं, बच्चे, औरतें, उन सब का वध करो; किन्तु उन लोगों पर हाथ न उठाना जिनके माथे पर लिपिक ने चिह्न अंकित किया है। वध का काम मेरे पवित्र स्थान से आरम्भ करो।’ अत: जल्लादों ने वध का काम आरम्भ किया, और उन धर्मवृद्धों का वध कर दिया जो प्रभु के भवन के सामने थे।
तूने अनेक लोगों की हत्या की; यों अपने परिवार को नष्ट करने का कुचक्र रचा; तू स्वयं अपने जीवन से हाथ धो बैठा।
क्योंकि ये धूपदान, इन पापियों के धूपदान, उनके जीवन-विनाश से पवित्र हो गए हैं। अत: वेदी के आवरण के लिए उनको ठोंक-पीटकर उनके पत्तर बनाए जाएँ। उन लोगों ने उनको मुझ-प्रभु के सम्मुख प्रस्तुत किया था। इसलिए वे पवित्र हो गए। वे इस्राएली समाज के लिए एक चिह्न होंगे।’
वे युद्ध-भूमि में तलवार से निर्वंश हो जाएंगे, वे घर के भीतर भय से आक्रांत होंगे। युवक और युवतियाँ, दुधमुंहा बच्चा और वृद्ध, सब नष्ट हो जाएंगे।
उसके बाद उन्होंने तलवार से यरीहो के सब स्त्री-पुरुष, बाल-वृद्ध, बैल, भेड़ और गधों को पूर्णत: नष्ट कर दिया।
तुम्हें यह कार्य करना होगा : तुम प्रत्येक पुरुष को, तथा उस स्त्री को जो पुरुष के साथ सहवास कर चुकी है, पूर्णत: नष्ट कर देना; किन्तु कन्याओं को जीवित छोड़ देना। उन्होंने ऐसा ही किया।
अब, जा और अमालेकी जाति को नष्ट कर दे। उसकी समस्त माल-सम्पत्ति निषिद्ध समझकर पूर्णत: नष्ट कर देना। स्त्री-पुरुष, बाल-वृद्ध, दूध पीने वाले बच्चे, गाय-बैल, भेड़-बकरी, ऊंट-गधे, इन सब का वध कर देना। इनमें से किसी को जीवित मत रहने देना।’
शाऊल ने पुरोहितों के नगर, नोब नगर को तलवार से नष्ट कर दिया। उसने नगर के स्त्री-पुरुष, बालक-बालिकाओं, दूध पीनेवाले शिशुओं को, गाय-बैल, गधों, भेड़-बकरियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया।