किन्तु वह अपना सब कुछ लेकर भाग गया। उसने फरात नदी पार की और वह गिलआद के पहाड़ी प्रदेश की ओर चल पड़ा।
यिर्मयाह 42:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो, ओ यहूदा प्रदेश के बचे हुए निवासियो, प्रभु का वचन सुनो। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: यदि तुम मिस्र देश में प्रवेश करने और वहां बसने के लिए उस दिशा में मुंह करोगे, पवित्र बाइबल यदि तुम यह सब कहते हो, तो यहूदा के बचे लोगों यहोवा के इस सन्देश को सुनो। इस्राएल के लोगों का परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा यह कहता है: ‘यदि तुम मिस्र में रहने के लिये जाने का निर्णय करते हो तो यह सब घटित होगा: Hindi Holy Bible इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यों कहता है, कि यदि तुम सचमुच मिस्र की ओर जाने का मुंह करो, और वहां रहने के लिये जाओ, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यों कहता है : यदि तुम सचमुच मिस्र की ओर जाने का मुँह करो, और वहाँ रहने के लिये जाओ, सरल हिन्दी बाइबल तब यदि स्थिति यह है, तो यहूदिया के बचे हुए लोगो, याहवेह का यह संदेश सुन लो; सेनाओं के याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर की वाणी यह है: ‘यदि तुमने मिस्र देश में प्रवेश करने तथा वहां बस जाने का निश्चय कर ही लिया है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है: यदि तुम सचमुच मिस्र की ओर जाने का मुँह करो, और वहाँ रहने के लिये जाओ, |
किन्तु वह अपना सब कुछ लेकर भाग गया। उसने फरात नदी पार की और वह गिलआद के पहाड़ी प्रदेश की ओर चल पड़ा।
“किन्तु इस निर्धारित समय के अन्तर्गत यदि कोई राष्ट्र अथवा राज्य बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर की सेवा नहीं करेगा, उसकी गुलामी का जूआ अपनी गर्दन पर नहीं रखेगा, तो मैं उस राष्ट्र या राज्य को तलवार, अकाल और महामारी से दण्डित करूंगा, मैं अपने सेवक नबूकदनेस्सर के हाथ से उस को पूर्णत: नष्ट कर दूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
वे सब लोग, जो मिस्र देश को जाने के लिए उस दिशा में मुंह किए हुए हैं, वे तलवार, अकाल और महामारी से नष्ट हो जाएंगे। जो विपत्ति मैं उन पर ढाहूंगा, उससे उनका कोई वंशज भी नहीं बचेगा; वे सब के सब पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे।
यिर्मयाह ने स्त्री-पुरुषों से पुन: कहा, ‘ओ यहूदा प्रदेश के रहनेवालो, तुम जो मिस्र देश में बस गए हो, प्रभु का वचन सुनो।
इसके बाद वह अपने राज्य की सम्पूर्ण शक्ति को संचित करेगा और दक्षिण देश के साम्राज्य को अपने अधिकार में करने के लिए इच्छुक होगा। पहले वह राजा के साथ सन्धि करेगा और फिर उसको नष्ट करने के उद्देश्य से उसके साथ अपनी सुकुमारी पुत्री का विवाह भी कर देगा। फिर भी उसकी यह कूटनीति सफल न होगी और उसे कुछ लाभ न होगा।
जब येशु के ऊपर उठा लिये जाने के दिन निकट आए तब उन्होंने यरूशलेम जाने का दृढ़ निश्चय किया।
राजा अपने पास अधिक घोड़े नहीं रखेगा, और न घोड़ों का आयात करने के लिए अपने लोगों को मिस्र देश भेजेगा कि उसके पास और घोड़े हो जाएं; क्योंकि प्रभु ने तुझ से कहा है, “तू इस मार्ग से फिर कभी नहीं लौटेगा।”