उसने पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम बेन-शाफान, अकबोर बेन-मीकायाह, महासहायक शाफान और अपने राजमन्त्री असायाह को यह आदेश दिया,
यिर्मयाह 39:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सैनिक भेजे और राजमहल के पहरे के आंगन से यिर्मयाह को निकाला। उन्होंने यिर्मयाह की देखभाल करने के लिए गदल्याह को नियुक्त किया, जिसके पिता का नाम अहीकाम और दादा का नाम शापान था। गदल्याह यिर्मयाह को अपने घर ले गया, और नबी यिर्मयाह अपने लोगों के मध्य रहने लगे। पवित्र बाइबल न लोगों ने यिर्मयाह को मन्दिर के आँगन से निकाला जहाँ वह यहूदा के राजा के रक्षकों के संरक्षण में पड़ा था। कसदी सेना के उन अधिकारियों ने यिर्मयाह को गदल्याह के सुपुर्द किया। गदल्याह अहीकाम का पुत्र था। अहीकाम शापान का पुत्र था। गदल्याह को आदेश था कि वह यिर्मयाह को उसके घर वापस ले जाये। अत: यिर्मयाह अपने घर पहुँचा दिया गया और वह अपने लोगों में रहने लगा। Hindi Holy Bible और बाबुल के राजा के सब प्रधानों ने, लोगों को भेज कर यिर्मयाह को पहरे के आंगन में से बुलवा लिया और गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था सौंप दिया कि वह उसे घर पहुंचाए। तब से वह लोगों के साथ रहने लगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और बेबीलोन के राजा के सब प्रधानों ने, लोगों को भेजकर यिर्मयाह को पहरे के आँगन में से बुलवा लिया और गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था सौंप दिया कि वह उसे घर पहुँचाए। तब से वह लोगों के साथ रहने लगा। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने कुछ व्यक्तियों को भेजा और उन्होंने येरेमियाह को पहरे के आंगन से निकालकर शापान के पौत्र अहीकाम के पुत्र, गेदालियाह को सौंप दिया, कि वह येरेमियाह को अपने आवास ले जाए. इस प्रकार येरेमियाह लोगों के मध्य रहने लगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और बाबेल के राजा के सब प्रधानों ने, लोगों को भेजकर यिर्मयाह को पहरे के आँगन में से बुलवा लिया और गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था सौंप दिया कि वह उसे घर पहुँचाए। तब से वह लोगों के साथ रहने लगा। |
उसने पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम बेन-शाफान, अकबोर बेन-मीकायाह, महासहायक शाफान और अपने राजमन्त्री असायाह को यह आदेश दिया,
पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम, अकबोर, शाफान और असायाह तुरन्त नबिया हूल्दाह के पास गए। वह हर्हस के पौत्र और तिक्वाह के पुत्र शल्लूम की पत्नी थी। उसका पति पुरोहितों की पोशाक का प्रबन्धक था। वह यरूशलेम की नई बस्ती में रहती थी। उन्होंने उससे बात की।
उसने पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम बेन-शाफान, अबदोन, बेन-मीकाह, महासहायक शाफान और अपने राज-मंत्री असायाह को यह आदेश दिया,
किन्तु राजा यहोयाकीम ने कुछ सैनिकों को, एलनातान बेन-अकबोर तथा उसके साथ कुछ और लोगों को मिस्र देश भेजा।
किन्तु उच्चाधिकारी अहीकाम बेन-शापान ने यिर्मयाह की मदद की। अत: यिर्मयाह भीड़ के हाथ में नहीं सौंपे गए, अन्यथा भीड़ उनको मार डालती।
उस समय बेबीलोन के राजा की सेना यरूशलेम नगर की घेराबन्दी कर रही थी, और नबी यिर्मयाह यहूदा के राजा के राजमहल में, अंगरक्षकों के आंगन में बन्दी थे;
अत: राजा सिदकियाह ने आदेश दिया, और सिपाहियों ने यिर्मयाह को राजमहल के पहरे के आंगन में रख दिया। जब तक नगर में रोटी उपलब्ध रही, यिर्मयाह को रोटी वालों की गली से प्रति दिन एक रोटी मिलती रही। इस प्रकार यिर्मयाह राजमहल के पहरे के आंगन में रहने लगे।
तब उन्होंने रस्सी के सहारे यिर्मयाह को ऊपर खींचा, और यों उनको अंधे-कुएं से बाहर निकाल लिया। यिर्मयाह राजमहल के पहरे के आंगन में फिर रहने लगे।
जिस दिन यरूशलेम नगर पर कसदी सेना का कब्जा हुआ, उस दिन तक यिर्मयाह राजमहल के पहरे के आंगन में रहे।
अत: बेबीलोन के राजा के सब उच्चाधिकारी, अंगरक्षकों का नायक नबूजरदान, खोजों का मुखिया नबुसजबान, राजवैद्य नेर्गलसरेसेर, और अन्य उच्चाधिकारियों ने
जब यिर्मयाह राजमहल के पहरे के आंगन में नजरबन्द थे, तब उन्हें प्रभु का यह सन्देश मिला था। प्रभु ने कहा,
अंगरक्षकों का नायक नबूजरदान यिर्मयाह को जंजीरों से बान्ध कर ला रहा था। यिर्मयाह के साथ यरूशलेम और यहूदा प्रदेश के बन्दी भी थे, जो गुलाम बन कर बेबीलोन जा रहे थे। नबूजरदान ने रामाह नगर में यिर्मयाह को मुक्त कर दिया, और उनको रामाह नगर से चले जाने दिया। इसके पश्चात् यिर्मयाह को प्रभु का सन्देश मिला।
अगर आप यहीं रहेंगे, तो आप कृपा कर गदल्याह के पास लौट जाएं। हमारे महाराज बेबीलोन के राजा ने अहीकाम के पुत्र और शापान के पौत्र गदल्याह को यहूदा प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है। आप उसके पास लौट सकते हैं, और अपने लोगों के मध्य रह सकते हैं। अथवा आप जहां भी जाना उचित समझें वहां आप जाइए।’ यह कह कर अंगरक्षकों के नायक नबूजरदन ने मार्ग के लिए यिर्मयाह को भोजन-सामग्री दी, और कुछ उपहार भी दिए, और उनको विदा कर दिया।
यिर्मयाह गदल्याह बेन-अहीकाम के पास मिस्पाह नगर में आए, और उसके साथ अपने लोगों के मध्य रहने लगे। ये लोग यहूदा प्रदेश में बच गए थे।
यहूदा प्रदेश के मैदानों में सिदकियाह के सैनिक और सेना-नायक बच गए थे। जब इन सैनिकों और नायकों ने सुना कि बेबीलोन के राजा ने गदल्याह बेन-अहीकाम को यहूदा प्रदेश का राजपाल नियुक्त किया है, और प्रदेश में बचे हुए स्त्री-पुरुषों और बच्चों की देखभाल करने का दायित्व सौंपा है, जो बहुत गरीब थे, और बन्दी बन कर बेबीलोन नहीं गए थे,
यिश्माएल राजवंश का था। वह राजा सिदकियाह का एक मुख्य उच्चाधिकारी था। उनके पिता का नाम नतन्याह और दादा का नाम एलीशामा था। सातवें महीने में यह घटना घटी। यिश्माएल अपने साथ दस सैनिक लेकर मिस्पाह नगर में गदल्याह बेन-अहीकाम के पास आया। राज्यपाल गदल्याह ने मिस्पाह में उसका स्वागत किया, और उन्होंने एक साथ भोजन किया।