‘तू यहाँ से प्रस्थान कर, और पूर्व की ओर जा। यर्दन नदी की पूर्व दिशा में करीत नामक एक घाटी है। वहाँ तू जा और अज्ञातवास कर।
यिर्मयाह 36:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा ने अपने पुत्र यरहमेल को तथा सरायाह बेन-अज्रीएल और शेलेम्याह बेन-अब्देल को आदेश दिया कि लेखक बारूक और नबी यिर्मयाह को गिरफ्तार कर लो। परन्तु प्रभु ने दोनों को छिपा दिया। पवित्र बाइबल और राजा यहोयाकीम ने कुछ व्यक्तियों को आदेश दिया कि वे शास्त्री बारुक और यिर्मयाह नबी को बन्दी बनायें। ये व्यक्ति राजा का एक पुत्र अज्राएल का पुत्र सरायाह और अब्देल का पुत्र शेलेम्याह थे। किन्तु वे व्यक्ति बारुक और यिर्मयाह को न ढूँढ सके क्योंकि यहोवा ने उन्हें छिपा दिया था। Hindi Holy Bible ओर राजा ने राजपुत्र यरहमेल को और अज्रीएल के पुत्र सरायाह को और अब्देल के पुत्र शेलेम्याह को आज्ञा दी कि बारूक लेखक और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को पकड़ लें, परन्तु यहोवा ने उन को छिपा रखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा ने राजपुत्र यरहमेल को और अज्रीएल के पुत्र सरायाह को और अब्देल के पुत्र शेलेम्याह को आज्ञा दी कि बारूक लेखक और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को पकड़ लें, परन्तु यहोवा ने उनको छिपा रखा। सरल हिन्दी बाइबल राजा ने राजपुत्र येराहमील को, आज़रियल के पुत्र सेराइयाह तथा अबदील के पुत्र शेलेमियाह को आदेश दिया, कि वे लिपिक बारूख को तथा भविष्यद्वक्ता येरेमियाह को पकड़ लें, किंतु इस समय वे याहवेह द्वारा छिपा दिए गए थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा ने राजपुत्र यरहमेल को और अज्रीएल के पुत्र सरायाह को और अब्देल के पुत्र शेलेम्याह को आज्ञा दी कि बारूक लेखक और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को पकड़ लें, परन्तु यहोवा ने उनको छिपा रखा। |
‘तू यहाँ से प्रस्थान कर, और पूर्व की ओर जा। यर्दन नदी की पूर्व दिशा में करीत नामक एक घाटी है। वहाँ तू जा और अज्ञातवास कर।
‘उठ, और सीदोन राज्य के सारफत नगर को जा। वहाँ तू रहना। मैंने यह प्रबन्ध किया है कि एक विधवा वहाँ तुझे भोजन खिलाएगी।’
एक बार रानी ईजेबेल प्रभु के नबियों का वध कर रही थी। तब ओबद्याह सौ नबियों को लेकर भाग गया था। उसने गुफाओं में बारी-बारी से पचास-पचास नबियों को छिपाकर रखा और वहाँ नबियों के लिए भोजन और जल की व्यवस्था की।
एलियाह ने उत्तर दिया, ‘स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, मैं तेरे लिए धर्मोत्साह से भरा हूं। इस्राएल प्रदेश की जनता ने तेरे विधान को भुला दिया। तेरी वेदियों को तोड़ दिया। तेरे नबियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया। मैं, केवल मैं बचा हूं! लोग मेरे प्राण की भी खोज में है।’
एलियाह ने उत्तर दिया, ‘स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, मैं तेरे लिए धर्मोत्साह से भरा हूं। इस्राएली जनता ने तेरे विधान को भुला दिया। तेरी वेदियों को तोड़ दिया। तेरे नबियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया। मैं, केवल मैं, बचा हूं। लोग मेरे प्राण की भी खोज में है।’
यह सुनकर इस्राएल प्रदेश के राजा ने आदेश दिया, ‘मीकायाह को पकड़ो और इसे नगर के अध्यक्ष आमोन और राजकुमार योआश के पास ले जाओ।
किन्तु राजा योराम की पुत्री यहोशाबा ने, जो अहज्याह की बहिन थी, अपने भतीजे योआश का अन्य राजकुमारों के मध्य से, जिनकी हत्या की जानेवाली थी, अपहरण कर लिया। उसने योआश और उसकी धाय को शयनागार में छिपा दिया। यों उसने अतल्याह की दृष्टि से उसको छिपा दिया। अत: योआश का वध नहीं हुआ।
तुम उनसे कहना, “महाराज ने यों कहा है : तुम इस आदमी को कारागार में बन्द रखो। जब तक मैं युद्ध से सकुशल न लौट आऊं तब तक तुम इसे बस इतना भोजन देना कि यह जीवित रह सके।”
प्रभु संकट के दिन मुझे अपने मंडप में छिपा लेगा; वह अपने शिविर के भीतर मुझे आश्रय देगा; वह मुझे चट्टान पर ऊंचा उठाएगा।
तू मेरा आश्रयस्थल है; तू संकट से मुझे सुरक्षित रखता है; तू मुक्ति के जयघोष से मुझे घेर लेगा। सेलाह
हे परमेश्वर, मुझ पर कृपा कर; मुझ पर कृपा कर; क्योंकि मैं तेरी ही शरण में आया हूँ। जब तक विनाश की आंधी चली न जाए, मैं तेरे पंखों की छाया में रहूंगा।
ओ सर्वोच्च प्रभु के आश्रय में रहने वाले, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की छाया में निवास करने वाले,
ओ मेरे निज लोगो, अपने-अपने कक्ष में जाओ, और भीतर से दरवाजा बन्द कर लो। जब तक क्रोध शान्त न हो जाए, इस थोड़े समय तक अपने को छिपाए रखो।
वे तुझ से युद्ध करेंगे, पर वे तुझ पर प्रबल न हो सकेंगे, क्योंकि मैं तुझे बचाने के लिए, तेरे साथ हूं,’ प्रभु की यह वाणी है।
‘मैंने व्यर्थ ही तुम्हारे बच्चों को मारा, वे मेरी ताड़ना से सुधरे नहीं; तुमने अपनी तलवार से अपने नबियों को चीर-फाड़ डाला, जैसे गरजता हुआ सिंह अपने शिकार को फाड़ता है!
किन्तु उच्चाधिकारी अहीकाम बेन-शापान ने यिर्मयाह की मदद की। अत: यिर्मयाह भीड़ के हाथ में नहीं सौंपे गए, अन्यथा भीड़ उनको मार डालती।
उच्चाधिकारी बोले, ‘तुम और यिर्मयाह, दोनों, भाग कर कहीं छिप जाओ। किसी को पता न चले कि तुम कहां हो।’
प्रभु के वचनों को लिखवाने के पश्चात् यिर्मयाह ने बारूक को आदेश दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रभु के भवन में स्वयं नहीं जा सकता। मेरे लिए वहां प्रवेश करना मना है।
अत: उच्चाधिकारियों ने यिर्मयाह को पकड़ा, और रस्सियों से बांध कर राजकुमार मल्कियाह के अंधे-कुंएं में डाल दिया। यह कुआँ राजमहल के पहरे के आंगन में था। उसमें पानी नहीं, बल्कि कीचड़ ही कीचड़ था। यिर्मयाह कीचड़ में धंस गए।
महापुरोहितों और फरीसियों ने येशु को गिरफ्तार करने के उद्देश्य से यह आदेश दिया था कि यदि किसी व्यक्ति को मालूम हो जाए कि येशु कहाँ हैं, तो वह इसकी सूचना उनको दे।
फरीसियों ने सुना कि जनता में येशु के विषय में इस प्रकार की कानाफूसी हो रही है। अत: महापुरोहितों और फरीसियों ने येशु को गिरफ्तार करने के लिए सिपाहियों को भेजा।
येशु ने मन्दिर में शिक्षा देते हुए कोषागार में यह कहा। किसी ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया, क्योंकि तब तक उनका समय नहीं आया था।
इस पर लोगों ने येशु को मारने के लिए पत्थर उठाये, किन्तु वह छिपकर मन्दिर से निकल गये।
तब पतरस होश में आये और बोले, “अब मुझे निश्चय हो गया कि प्रभु ने अपने दूत को भेज कर मुझे हेरोदेस के पंजे से छुड़ाया और यहूदियों की सारी आशाओं पर पानी फेर दिया है।”