यिर्मयाह 36:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘एक चर्मपत्र ले, और उस पर मेरे सब वचन लिख, जो मैंने इस्राएल और यहूदा प्रदेश तथा समस्त राष्ट्रों के विरुद्ध तेरे माध्यम से कहे हैं। राजा योशियाह के राज्य-काल में जब मैंने तुझसे बात करना आरंभ किया था, तब से लेकर आज तक मैंने तुझे जो-जो सन्देश दिए हैं, उन सब को लिख। पवित्र बाइबल “यिर्मयाह, पत्रक लो और उन सन्देशों को उस पर लिख डालो जिन्हें मैंने तुमसे कहे हैं। मैंने तुमसे इस्राएल और यहूदा के राष्ट्रों एवं सभी राष्ट्रों के बारे में बातें की हैं। जब से योशिय्याह राजा था तब से अब तक मैंने जो सन्देश तुम्हें दिये हैं, उन्हें लिख डालो। Hindi Holy Bible एक पुस्तक ले कर जितने वचन मैं ने तुझ से योशिय्याह के दिनों से ले कर अर्थात जब मैं तुझ से बातें करने लगा उस समय से आज के दिन तक इस्राएल और यहूदा और सब जातियों के विषय में कहे हैं, सब को उस में लिख। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “एक पुस्तक लेकर जितने वचन मैं ने तुझ से योशिय्याह के दिनों से लेकर अर्थात् जब मैं तुझ से बातें करने लगा उस समय से आज के दिन तक इस्राएल और यहूदा और सब जातियों के विषय में कहे हैं, सब को उसमें लिख। सरल हिन्दी बाइबल “जिस दिन से मैंने तुमसे बात करना प्रारंभ किया है, उसके पहले दिन से ही योशियाह के दिनों से लेकर आज तक मैंने तुमसे इस्राएल, यहूदिया तथा सारे राष्ट्रों के संबंध में जो कुछ कहा है, उसे एक चर्मपत्र कुण्डली लेकर उस पर मेरे सारे संदेश लिख डालो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “एक पुस्तक लेकर जितने वचन मैंने तुझ से योशिय्याह के दिनों से लेकर अर्थात् जब मैं तुझ से बातें करने लगा उस समय से आज के दिन तक इस्राएल और यहूदा और सब जातियों के विषय में कहे हैं, सब को उसमें लिख। |
‘काश! मेरा भी कोई हितैषी होता, जो मेरी बात सुनता! परमेश्वर की अदालत में मेरी यह अर्जी है : सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरा न्याय करे! काश! मेरा मुद्दई अभियोग-पत्र लिखता, और वह मेरे पास होता!
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘यह बात स्मरण के लिए पुस्तक में लिख और उसको यहोशुअ के कान में डाल कि प्रभु आकाश के नीचे से अमालेक जाति का स्मृति-चिह्न पूर्णत: मिटा देगा।’
तब प्रभु ने मुझसे कहा, ‘तू एक बड़ी तख्ती ले, और उस पर बड़े-बड़े अक्षरों में यह लिख: “महेर-शालाल-हाशबज के लिए”
देख, आज मैं तुझको राष्ट्रों और राज्यों पर प्रबन्धक नियुक्त करता हूं, कि तू उनको उखाड़े, और गिराए; कि तू उनको नष्ट करे और ध्वस्त करे; कि तू उनको बनाए, और रोपे!’
‘जब मैंने तेरी मां के पेट में तुझे गढ़ा, उसके पहले से मैंने तुझे चुना है। तेरे जन्म लेने के पूर्व ही मैंने नबी-कार्य के लिए तेरा अभिषेक किया है। मैंने राष्ट्रों के लिए तुझे नबी नियुक्त किया है।’
फिर प्रभु ने हाथ बढ़ाकर मेरे मुंह को छुआ, और मुझ से यों कहा, ‘देख, मैं अपने वचन तेरे मुंह में प्रतिष्ठित करता हूं।
‘यहूदा प्रदेश के राजा योशियाह बेन-आमोन के राज्य के तेरहवें वर्ष से लेकर आज के दिन तक अर्थात् पिछले तेईस वर्ष से मुझे प्रभु का वचन मिल रहा है। मैंने निरन्तर उत्साह से तुम्हें प्रभु का वचन सुनाया, लेकिन तुमने नहीं सुना।
‘इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: यिर्मयाह, तू मेरी सब बातें एक पुस्तक में लिख, जो मैंने तुझ से कही हैं।
अत: उन्होंने येहूदी नामक एक व्यक्ति को बारूक के पास भेजा। येहूदी नतन्याह का पुत्र था। उसके दादा का नाम शेलेम्याह और परदादा का नाम कूशी था। उच्चाधिकारियों ने उससे कहा, ‘तुम बारूक से यह कहना : जिस चर्मपत्र में से लोगों के सामने तुमने पढ़ा है, उस को लेकर हमारे पास आओ।’ अत: बारूक बेन-नेरियाह अपने हाथ में चर्मपत्र लेकर उनके पास आया।
बारूक ने उनको उत्तर दिया, ‘वह बोलते जाते थे, और मैं चर्मपत्र पर स्याही से लिखता जाता था।’
जब येहूदी तीन-चार पंिक्तयां पढ़ चुकता, तब राजा पढ़े हुए अंशों को चाकू से काट देता, और अंगीठी की आग में उसको झोंक देता। यों सम्पूर्ण चर्मपत्र अंगीठी की आग में भस्म हो गया।
तू यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम के विषय में यह लिखवाना : “प्रभु यों कहता है : तूने यह कह कर चर्मपत्र को जला दिया कि यिर्मयाह ने यह क्यों लिखा कि बेबीलोन का राजा निस्सन्देह यहां आक्रमण करेगा, और इस देश को उजाड़ देगा। वह मनुष्य और पशु दोनों को पूर्णत: नष्ट कर देगा।
इसलिए तुम जाओ। तुम उपवास दिवस पर प्रभु के भवन में सब लोगों की उपस्थिति में इस पुस्तक में से प्रभु के वचन पढ़ना, जो मैंने तुम्हें बोल कर लिखवाए हैं। यह तुम यहूदा प्रदेश के नगरों से आए सब लोगों के सामने भी पढ़ना।
यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम बेन-योशियाह के राज्य-काल के चौथे वर्ष में बारूक बेन-नेरियाह ने नबी यिर्मयाह की नबूवतों की यह पुस्तक लिख कर समाप्त की। नबी यिर्मयाह ने उसको अपने मुंह से बोल कर लिखवाया था। जब बारूक पुस्तक लिख चुका तब यिर्मयाह ने उससे कहा:
इसलिए मैंने कहा—हे परमेश्वर! मैं तेरी इच्छा पूरी करने आया हूँ, जैसा कि धर्मग्रन्थ के कुण्डल पत्र में मेरे विषय में लिखा हुआ है।”