“परमेश्वर ने उसे त्याग दिया; उसका पीछा करो और उसे पकड़ो; क्योंकि उसको बचाने वाला कोई नहीं है।”
यिर्मयाह 33:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यिर्मयाह, क्या तूने ध्यान दिया कि ये लोग मेरे बारे में क्या कह रहे हैं? ये कहते हैं कि प्रभु ने जिन दो परिवारों को चुना था, उनको त्याग दिया है। यों ये मेरे निज लोगों को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगे हैं कि अब वे राष्ट्र नहीं रहे; एक कौम के रूप में मेरे निज लोगों का अस्तित्व समाप्त हो गया। पवित्र बाइबल “यिर्मयाह, क्या तुमने सुना है कि लोग क्या कह रहे हैं वे लोग कह रहे हैं: ‘यहोवा ने इस्राएल और यहूदा के दो परिवारों को अस्वीकार कर दिया है। यहोवा ने उन लोगों को चुना था, किन्तु अब वह उन्हें राष्ट्र के रूप में भी स्वीकार नहीं करता।’” Hindi Holy Bible कि ये लोग क्या कहते हैं, कि, जो दो कुल यहोवा ने चुन लिए थे उन दोनों से उसने अब हाथ उठाया है? यह कह कर कि ये मेरी प्रजा को तुच्छ जानते हैं और कि यह जाति उनकी दृष्टि में गिर गई है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “क्या तू ने नहीं देखा कि ये लोग क्या कहते हैं, ‘जो दो कुल यहोवा ने चुन लिए थे उन दोनों से उस ने अब हाथ उठाया है’? यह कहकर कि ये मेरी प्रजा को तुच्छ जानते हैं और कि यह जाति उनकी दृष्टि में गिर गई है। सरल हिन्दी बाइबल “क्या तुमने ध्यान दिया है कि इन लोगों ने क्या-क्या कहा है. वे कह रहे हैं, ‘जिन दो गोत्रों को याहवेह ने मनोनीत किया था, उन्हें याहवेह ने परित्यक्त छोड़ दिया है’? वे मेरी प्रजा से घृणा कर रहे हैं, उनकी दृष्टि में अब वे राष्ट्र रह ही नहीं गए हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “क्या तूने नहीं देखा कि ये लोग क्या कहते हैं, ‘जो दो कुल यहोवा ने चुन लिए थे उन दोनों से उसने अब हाथ उठाया है’? यह कहकर कि ये मेरी प्रजा को तुच्छ जानते हैं और कि यह जाति उनकी दृष्टि में गिर गई है। |
“परमेश्वर ने उसे त्याग दिया; उसका पीछा करो और उसे पकड़ो; क्योंकि उसको बचाने वाला कोई नहीं है।”
वे यह कहते हैं, ‘आओ, हम इन्हें मिटा डालें; कि वे एक राष्ट्र के रूप में जीवित न रहें। जिससे इस्राएल राष्ट्र का नाम सदा के लिए विस्मृत हो जाए।’
एफ्रइम की ईष्र्या खत्म हो जाएगी; यहूदा में सतानेवाले समाप्त होंगे। एफ्रइम यहूदा से फिर नहीं जलेगा, और न यहूदा एफ्रइम को सताएगा।
प्रभु तुझ पर, तेरी प्रजा पर और तेरे राज-परिवार पर भीषण संकट के दिन लाएगा− ऐसा संकट-काल जो पहली बार देश पर तब आया जब एफ्रइम राज्य यहूदा राज्य से अलग हुआ था− अर्थात् असीरिया के राजा के दिन!’
मैंने सोचा था कि इन सब कामों को करने के बाद वह पश्चात्ताप करेगी, और मेरे पास लौट आएगी। पर वह नहीं लौटी। उसकी बहिन यहूदा ने भी यह देखा। लेकिन वह भी कपटी बनी रही।
उसने देखा कि उसकी बहिन विश्वासघातिनी इस्राएल के व्यभिचार-कर्म के कारण − कि उसने मुझे त्यागकर अन्य देवताओं की पूजा की − मैंने तलाक पत्र लिखकर उसको भगा दिया है, फिर भी उसकी कपटी बहिन यहूदा प्रदेश की जनता नहीं डरी! बल्कि उसने भी वही आचरण किया और वह भी व्यभिचारिणी बन गई।
मैं-प्रभु कहता हूँ : मैं तेरा स्वास्थ्य तुझे लौटाऊंगा, मैं तेरे घाव भर दूंगा। क्योंकि तेरे शत्रुओं ने तुझे ‘परित्यक्ता’ कहा है : “देखो, यह है सियोन नगरी, जिसकी अब कोई चिन्ता नहीं करता।”
‘क्या यह संभव है कि सूर्य, चन्द्रमा और तारों के ये निश्चित नियम मेरे सम्मुख से टल जाएं? यदि यह संभव है तो इस्राएल के वंशज भी मेरे सामने से एक राष्ट्र के रूप में सदा के लिए विलुप्त हो जाएंगे।’
प्रभु यों कहता है, ‘ऊपर आकाश को यदि नापना संभव है, अथवा यदि नीचे, पृथ्वी की नींव का पता लगाया जा सकता है, तो मैं इस्राएल के सब वंशजों को उन के समस्त दुष्कर्मों के कारण त्याग दूंगा। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
वैसे ही याकूब के वंशजों और मेरे सेवक दाऊद के वंशजों के साथ स्थापित मेरा विधान अटल है। मैं उनको नहीं त्यागूंगा; दाऊद का ही एक वंशज अब्राहम, इसहाक और याकूब की संतान पर राज्य करेगा। निस्सन्देह मैं उनको पुन: समृद्ध करूंगा, और उन पर दया करूंगा।’
क्योंकि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर ने अपने निज लोगों को, इस्राएल और यहूदा प्रदेश की जनता को त्यागा नहीं है। किन्तु कसदी कौम का समस्त देश उनके दुष्कर्मों से भर गया है; उन्होंने इस्राएल के पवित्र परमेश्वर के प्रति अधर्म के बहुत कार्य किए हैं।
लोग उनको देखकर चिल्लाते हैं, ‘अशुद्ध! भागो! भागो! यहां से भागो। हमें स्पर्श मत करो।’ अत: वे इधर-उधर भटकने लगे। तब अन्य राष्ट्रों के लोगों ने यह कहा, ‘ये हमारे साथ अब नहीं रह सकते।’
तू उनसे यह कह, “ओ अम्मोनियो, स्वामी-प्रभु का सन्देश सुनो। जब मेरा पवित्र स्थान अशुद्ध किया गया, जब इस्राएल देश उजाड़ा गया, जब यहूदा के वंशज बन्दी हो कर अपने देश से निष्कासित हुए, तब तुमने प्रसन्न होकर, “अहा! हा!!” कहा था। अत: मैं स्वामी-प्रभु यह कहता हूँ:
‘ओ मानव, सोर नगर ने यरूशलेम नगर का मजाक उड़ाया है। उसने यह कहा है, “राष्ट्र-द्वार टूट गया! वह मेरे लिए खुल गया है। यरूशलेम नगर उजड़ गया। उसके विनाश से अब मैं फूलूंगा-फलूंगा।”
स्वामी-प्रभु यों कहता है : तुम्हारे शत्रु ने यह कहा था, “अहा! अब ये प्राचीन पहाड़ हमारे अधिकार में आ गए!”
वे जिस-जिस देश में गए, वहाँ भी उन्होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र किया। उस देश के लोग उनके बारे में यह कहते थे, “ये प्रभु के निज लोग हैं, फिर भी उसके देश से इनको निकाल दिया गया।”
तब प्रभु ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, ये हड्डियां मानो इस्राएल के सब वंशज हैं। देख, वे कहते हैं, “हमारी हड्डियां सूख गईं। हमारी आशा टूट गई। हम पूर्णत: नष्ट हो चुके हैं।”
मैं उनके देश में, इस्राएल के पहाड़ों पर, उनको एक राष्ट्र के रूप में पुन: प्रतिष्ठित करूंगा। उनके ऊपर एक ही राजा राज्य करेगा, और वे फिर कभी दो राष्ट्रों के रूप में विभाजित नहीं होंगे। उनके अलग-अलग दो राज्य नहीं होंगे।